Udyam पोर्टल पर अब तक 1.19 करोड़ MSMEs का रजिस्ट्रेशन, जानें कितने करोड़ को मिला रोजगार
एक्टिविटी वाइज रजिस्ट्रेशन की बात करें तो कुल रजिस्टर्ड MSME में से 34,04,797 मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से और 84,84,089 सर्विसेज सेक्टर से हैं.
MSME मंत्रालय (Ministry of Micro, Small and Medium) के उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल (Udyam Portal) पर अब तक 1,19,63,747 MSMEs रजिस्टर हुए हैं और 8,82,83,301 लोगों को नौकरी दी गई है. कुल इंप्लॉयमेंट में से 2,05,79,421 महिलाएं हैं. उद्यम पोर्टल को 2 वर्ष पहले लॉन्च किया गया था. यह स्टोरी लिखे जाने तक उद्यम पोर्टल पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, कुल रजिस्टर्ड एमएसएमई में से 1,14,26,383 माइक्रो, 4,23,212 स्मॉल और 39,291 मीडियम यूनिट्स हैं.
एक्टिविटी वाइज रजिस्ट्रेशन की बात करें तो कुल रजिस्टर्ड एमएसएमई में से 34,04,797 मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से और 84,84,089 सर्विसेज सेक्टर से हैं. वहीं रजिस्टर्ड कुल एक्सपोर्टिंग यूनिट 1,48,234 हैं और एक्सपोर्ट वैल्यू 9,55,298.45 करोड़ रुपये है.
अगस्त में 1 करोड़ के पार गए थे रजिस्ट्रेशन
पोर्टल पर एमएसएमई रजिस्ट्रेशन ने इस साल अगस्त में 1 करोड़ के मार्क को पार किया था. फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2022 में MSME राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने लोकसभा में बताया था कि 15 जुलाई, 2022 तक 35,501 उद्यमों ने अपना रजिस्ट्रेशन विदड्रॉ कर लिया था. इनमें से 67 प्रतिशत या 24,075 रजिस्ट्रेशन पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में विदड्रॉ किए गए, जबकि FY21 में 931 रजिस्ट्रेशन विदड्रॉ किए गए. चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक 10,495 एंटरप्राइजेस ने अपने उद्यम लाइसेंस रद्द किए.
6 सालों में बंद हो गईं 10000 से ज्यादा MSMEs यूनिट
जुलाई 2022 में MSME राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा था कि देश में साल 2016 से लेकर जुलाई 2022 तक 10000 से ज्यादा MSMEs यूनिट (Micro, Small and Medium Enterprises) बंद हो चुकी हैं. उन्होंने बताया था कि पूर्ववर्ती उद्योग आधार मेमोरेंडम (UAM) और उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार 2019 से जुलाई 2022 तक 9667 MSME बंद हो चुके हैं. UAM डाटा के मुताबिक, 2016 से 2019 की अवधि के बीच में बंद होने वाले MSME की संख्या 400 थी. वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 6222 MSME के बंद होने से 42662 लोगों का रोजगार छिन गया. वहीं इस वित्त वर्ष में 20 जुलाई तक 2870 MSME के बंद होने से 19862 नौकरियां गई हैं.
भारत की अर्थव्यवस्था कोविड के झटके से उबरकर ट्रैक पर लौट रही है. लेकिन अभी भी कुछ सेक्टर ऐसे हैं, जो कुछ समस्याओं का सामना कर रहे हैं. जहां तक MSME की बात है तो यह सेक्टर बढ़ती इनपुट लागत, लिक्विडिटी, लेबर और कच्चे माल की उपलब्धता से जूझ रहा है. भारत की अर्थव्यवस्था में MSME का बड़ा योगदान है.
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