इस 13 साल की लड़की ने एंटी-बुलिंग ऐप बनाकर शार्क टैंक से जुटाई लाखों की फंडिंग
कक्षा 8वीं की छात्रा अनुष्का जॉली अब शार्क टैंक इंडिया में अपने आइडिया को पेश करने वाली सबसे कम उम्र की प्रतियोगी भी बन गई हैं।
हाल ही में टीवी के चर्चित शो शार्क टैंक इंडिया में अपनी खास ऐप ले जाकर 13 साल की एक लड़की ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। कक्षा 8वीं की छात्रा अनुष्का जॉली अब शार्क टैंक इंडिया में अपने आइडिया को पेश करने वाली सबसे कम उम्र की प्रतियोगी भी बन गई हैं।
अनुष्का अपनी उम्र के बच्चों के लिए स्कूलों और कॉलेजों में बुली होने से बचने के लिए एक खास ऐप का निर्माण किया है। गुरुग्राम पाथवेज स्कूल पढ़ने वाली अनुष्का ने ‘कवच’ नाम की एक ऐप डेवलप की है।
दो शार्क ने किया निवेश
अनुष्का को शार्क टैंक इंडिया में अपने आइडिया के लिए दो निवेशकों अनुपम मित्तल और अमन गुप्ता से निवेश हासिल हुआ है। 'कवच' ऐप की बात करें तो यह छात्रों और अभिभावकों अपनी पहचान गुप्त रखते हुए बुली किए जाने की घटनाओं की रिपोर्ट करने में मदद करती है। इसके जरिये स्कूल और काउंसलर को मामले में हस्तक्षेप करने और कार्रवाई करने में भी मदद हासिल होती है।
ऐप पर बात करते हुए अनुष्का ने बताया है कि शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों और विशेषज्ञों की मदद से 'एंटी बुलिंग स्क्वॉड (एबीएस)' ने 100 से अधिक स्कूलों और विश्वविद्यालयों के 2,000 से अधिक छात्रों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। एंटी-बुलिंग स्क्वाड एक सामाजिक पहल है, जिसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाकर बुलिंग की घटनाओं को कम करना है।
मीडिया से बात करते हुए अनुष्का ने बताया है कि इस प्रोसेस के दौरान उन्हें यह एहसास हुआ कि इनमें से अधिकतर घटनाएं रिपोर्ट नहीं की जाती है और इसी वजह से वे हल नहीं हो पाती हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए हुए उन्हें बुलिंग रिपोर्टिंग मोबाइल ऐप 'कवच' बनाने का आइडिया आया था, ताकि बिना नाम बताए इस तरह की घटनाओं को रिपोर्ट किया जा सके।
ताकि बच्चे ना खो दें अपना आत्मविश्वास
अनुष्का बुली होने की घटनाओं को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से तीन साल से अधिक समय से एंटी बुलिंग स्क्वॉड से जुड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म चला रही हैं। यह प्लेटफॉर्म एक कम्यूनिटी के रूप में काम करता है, जहां विशेषज्ञ बुलिंग के खिलाफ स्कूलों में वन-टू-वन सेशन आयोजित करते हैं।
अनुष्का के अनुसार उन्हें जल्द ही यह महसूस हो गया था कि यह समस्या कितनी आम है और उनकी उम्र के कई अन्य बच्चों ने बुलिंग के चलते अपना आत्मविश्वास खोया है।
अब अनुष्का एंटी बुलिंग एम्बेस्डर्स का एक मजबूत नेटवर्क बनाना चाहती हैं, जो उन लोगों से संबंधित प्रोग्रेस को ट्रैक करने में सक्षम होंगे जिन्हें बुलिंग की घटनाओं ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है।
एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की बेटी अनुष्का अब अपनी उद्यमशीलता यात्रा को आगे ले जाना चाहती हैं। मालूम हो कि शार्क टैंक इंडिया के जरिये अनुष्का को 50 लाख रुपये की वैल्यूएशन पर 5 लाख रुपये का निवेश हासिल हुआ है। इस आइडिया में निवेश करने वाले शार्क अनुपम मित्तल शादी डॉट कॉम के सीईओ हैं, जबकि अमन गुप्ता बोट के सह-संस्थापक हैं।
Edited by Ranjana Tripathi