'Career Vita' ने दिया वर्चुअल इंटरव्यू का प्लेटफॉर्म, भर्ती की प्रक्रिया को बनाया सरल
कंपनियों के वक्त और पैसे की बचतयोग्य उम्मीदवारों को ढूंढने में आसानीCareer Vita की टीम में 22 सदस्य
किसी भी संस्थान में उसकी टीम और उसका हर सदस्य काफी महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि योग्यता ही किसी संस्थान की पहचान भी होती है। संस्थानों को अपने यहां योग्य व्यक्तियों को रखने के लिए ज्यादा मेहनत ना करनी पड़ी इसके लिए Career Vita इसे काफी सरल बना दिया है। ये एक वर्चूअल इंटरव्यू प्लेटफॉर्म है।
दो साल पहले Career Vita की शुरूआत हुई थी। इसको शुरू किया पहले से उद्यमी रहे गिरीश बिलिगा ने। शुरूआत में ये सिर्फ इंटरव्यू के लिए इंजन के तौर पर काम करता था लेकिन दो सालों के अंदर ये वर्चूअल इंटरव्यू का उचित प्लेटफॉर्म बन गया है। मुख्य रूप से ये प्लेटफॉर्म वीडियो आधारित है जहां पर नौकरी चाहने वाले, नियोक्ता और व्यापार मालिक आपस में जुड़ते हैं। Career Vita गिरीश का तीसरा उद्यम है। इससे पहले वो शिक्षा पर आधारित उद्यम पर काम कर रहे थे। जहां पर छात्र के नौकरी पाने तक शिक्षा के हर स्तर पर मदद करते थे। तभी वो जान गये कि ये सारी प्रक्रिया काफी जटिल है। धीरे धीरे उन्होने अपना ध्यान प्लेसमेंट की ओर लगाना शुरू किया। जहां उनको पता चला कि तकनीक के क्षेत्र में योग्यता का बहुत बड़ा फासला है। तब उन्होने उनके मन में वीडियो का विचार आया जिससे समय और पैसे दोनों की बचत के साथ सही उम्मीदवार का चुनाव भी हो सकता था।
Career Vita के तहत किसी भी उम्मीदवार को अपना वीडियो रिजूम अपलोड करना होता है। जिसे भर्ती करने वाला मैनेजर कभी भी देख सकता है। जिसके बाद इसे समीक्षा के लिए भेज दिया जाता है जहां पर हर कोई अपना विचार उस उम्मीदवार के बारे में रख सकता है इसमें ये देखा जाता है कि उम्मीदवार की पृष्ठभूमि क्या है और उसके पास कितना कार्य अनुभव है। इस वीडियो की समीक्षा सीधी भर्ती के दौरान भी की जा सकती है। इस तरह ना सिर्फ समय की काफी बचत होती है बल्कि सही उम्मीदवार का चयन अगले राउंड के लिए हो सकता है। ये पूरी प्रक्रिया स्वचालित होती है।
Career Vita में फिलहाल दो कंपनियों few angel investors और Blume Ventures ने निवेश किया हुआ है जबकि इनकी टीम में कुल 22 सदस्य हैं। इनमें से 10 सदस्य उत्पाद के विकास और तकनीक से जुड़े हैं। फिलहाल ये बेंगलौर से काम कर रहे हैं लेकिन इनका इरादा पूरे देश में अपने पांव पसारने का है। Career Vita को फिलहाल तलाश है सह संस्थापक की। इनकी टीम ने नौकरी चाहने वालों के लिए एक ऐप भी लांच किया है जहां पर कोई भी अपने काम की जानकारी दे सकता है। जल्द ही ये टीम रिक्रूटर के लिए भी ऐप लांच करने के बारे में सोच रही है।
गिरीश का मानना है कि हर दिन नया होता है। हर दिन आप कुछ ना कुछ सीखते हैं और आगे बढ़ते हैं। जब तक उत्पाद स्थिर नहीं हो जाता तब तक यात्रा जारी रहती है। इनके इस उत्पाद के लिए कई सारे एमएनसी बैंक ने इनके साथ समझौता किया है। गिरीश का मानना है कि हर कोई तकनीक से प्यार करता है। लेकिन बदलाव को लेकर पूर्वाग्रह होता है। गिरीश के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया अब तक अछूता और असंगठित क्षेत्र है। उनका कहना है कि ये उत्पाद संस्थान की जरूरत और आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसलिए ये किसी भी संस्थान की संस्कृति से मेल खाता है। देश में संस्थानों में भर्ती की खोज का बाजार काफी बड़ा है एक अनुमान के मुताबिक ये करीब 700 करोड़ रुपये का है। डिजिटल भर्ती का ये प्लेफॉर्म संस्थानों का ना सिर्फ वक्त बचाता है बल्कि उनको सही उम्मीदवार का चयन करने में भी मददगार साबित होता है।