Business Idea: छोटे से कमरे में करें माइक्रोग्रीन की खेती, ये है घर बैठे हर महीने 50 हजार तक कमाने वाला बिजनेस आइडिया
माइक्रोग्रीन फार्मिंग एक ऐसा बिजनेस आइडिया है जिसके लिए आपको खेत की जरूरत नहीं, बल्कि आपके बेडरूम में भी ये खेती आसानी से हो सकती है.
कोरोना महामारी ने लोगों को अपनी सेहत के लिए सजग रहने वाला बना दिया है. अब लोग सेहतमंद और पोषण से भरा खाना खाने की सोचने लगे हैं. अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं तो आपको अपने खाने में माइक्रोग्रीन को जरूर शामिल करना चाहिए. माइक्रोग्रीन किसी भी पौधे की पहली दो पत्तियां होती हैं. ये होती तो बहुत ही छोटी हैं, लेकिन इनमें पोषण बहुत ज्यादा होता है. यानी आप माइक्रोग्रीन को छोटा पैकेट बड़ा धमाका भी कह सकते हैं. माइक्रोग्रीन उगाना भी मुश्किल नहीं है, इसे आप आसानी से अपने घर में किसी डेस्क पर, किचन में, बालकनी में, यहां तक कि अपने बेडरूम में भी उगा सकते हैं. इसे आप सिर्फ अपने खाने के लिए भी उगा सकते हैं और छोटी सी जगह से इसका बिजनेस भी कर सकते हैं.
क्या होता है माइक्रोग्रीन?
माइक्रोग्रीन किसी भी पौधे की शुरुआती दो पत्तियां होती हैं. हालांकि, हर पौधे की शुरुआती पत्तियों को माइक्रोग्रीन की तरह नहीं खाया जाता है. आप मूली, सरसों, मूंग, पालक, लेट्यूस, मेथी, ब्रोकली, गोभी, गाजर, मटर, चुकंदर, एमरेंथस, गेहूं, मक्का, बेसिल, चना, शलजम जैसी चीजों के माइक्रोग्रीन खा सकते हैं.
कैसे उगाएं माइक्रोग्रीन?
माइक्रोग्रीन उगाने के लिए किसी भी 4-6 इंच गहरी चीज का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए बाजार में खास तरह की ट्रे भी मिलती हैं. आप अगर सिर्फ घर में खाने के लिए माइक्रोग्रीन उगा रहे हैं तो आप खाने की पैकेजिंग वाले खाली डिब्बों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें थोड़ी मिट्टी या कोकोपीट भरें और उसमें थोड़ी कम्पोस्ट खाद मिला दें. इसमें बीज डालकर उन पर मिट्टी की एक पतली सी लेयर बिछाकर पानी का छिड़काव कर दें. इसके बाद उन्हें एक दूसरे डिब्बे से उल्टा ढक दें. ऐसा करने से एक तो बीजों को गर्माहट मिलेगी और वह अच्छे से उगेंगे, दूसरा उगने के बाद रोशनी की तलाश में उनका तना लंबा हो जाएगा. बीज बोने के 2-7 दिन में माइक्रोग्रीन उगना शुरू हो जाते हैं और 14-21 दिन में काटकर खाने लायक हो जाते हैं.
पोषण से भरपूर होते हैं माइक्रोग्रीन
माइक्रोग्रीन में पोषण की मात्रा बहुत अधिक होती है. अगर आप रोज सिर्फ 50 ग्राम माइक्रोग्रीन खाते हैं तो उससे ही आपके शरीर में पोषण की कमी दूर हो जाएगी. कुछ रिपोर्ट के मुताबिक इनमें पोषण की मात्रा मेच्योर हुई पत्तियों या फलों की तुलना में 40 गुना तक हो सकती हैं. माइक्रोग्रीन में ध्यान रखें कि जब शुरुआती दो पत्तियों के बाद दूसरी पत्तियां आने लगें, तब तक उसे जरूर काट लें, क्योंकि उसके बाद उसमें पोषण की मात्रा कम होने लगती है. माइक्रोग्रीन में सिर्फ पत्तियां ही नहीं खाई जातीं, बल्कि उनका तना भी खाया जाता है.
कुछ बातों का रखें ध्यान
माइक्रोग्रीन उगाते वक्त एक बात तो यह ध्यान रखनी होगी कि अलग-अलग माइक्रोग्रीन अलग-अलग समय में उगते हैं. जैसे मेथी, मूली जैसी चीजों के माइक्रोग्रीन हफ्ते भर में उग जाएंगे, जबकि मटर, लेट्यूस आदि में आपको कुछ दिन ज्यादा लगेंगे. कोशिश करें को कई चीजों को मिलाकर उनका माइक्रोग्रीन ना उगाएं, वरना कुछ पहले उगेंगे और कुछ देर से. गेहूं को छोड़ दें तो बाकी चीजों के माइक्रोग्रीन सिर्फ एक बार उगाकर काट लेने चाहिए. अंधेरे में उगाए जाने की वजह से जब माइक्रोग्रीन उगेंगे, उस वक्त वह पीले रंग के होंगे. जैसे ही उन्हें रोशनी में रखेंगे, वह हरे-भरे हो जाएंगे. अगर आप घर के अंदर ऐसी जगह माइक्रोग्रीन उगा रहे हैं, जहां रोशनी नहीं आती तो आपको आर्टिफीशियल लाइट का इस्तेमाल करना चाहिए.
माइक्रोग्रीन के बिजनेस में फायदा ही फायदा
अगर आप माइक्रोग्रीन का बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो इसमें आपको तगड़ा फायदा होगा. इसकी सबसे अच्छी बात तो ये है कि इसे उगाने के लिए आपको किसी खास जगह की जरूरत नहीं. आप इसे अपने ही घर के एक कमरे में आर्टिफीशियल लाइट में उगा सकते हैं. इसकी एक अच्छी बात ये भी है कि इसे तैयार होने में बहुत ही कम वक्त लगता है. ऐसे में अगर किसी वजह से आपकी कुछ फसल बर्बाद भी हो जाती है तो आपको फिर से कई महीनों तक फसल पाने के लिए इंतजार नहीं करना होगा, बल्कि कुछ ही दिनों में दोबारा फसल तैयार हो जाएगी. अगर आप घर के अंदर माइक्रोग्रीन की खेती करते हैं तो बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है और आप आसानी से वातावरण को कंट्रोल कर सकते हैं.
कहां बेचें, जिससे होगा खूब मुनाफा?
अगर आप माइक्रोग्रीन का बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो आपको सबसे पहले अपने ग्राहक तैयार करने होंगे. माइक्रोग्रीन बीज से उगी बहुत छोटी पत्तियां होती हैं, ऐसे में इनकी कीमत अधिक होती है. अगर आपको ये बिजनेस करना है तो लोगों को पहले ये समझाना होगा कि यह कितने पोषक तत्वों से भरा है. बड़ी सोसाएटी में रहने वाले अमीर लोग, फाइव स्टार होटल और बड़े रेस्टोरेंट आपके ग्राहक हो सकते हैं. इन जगहों से आपको माइक्रोग्रीन की अच्छी कीमत मिल सकती है. यहां से आपको अपने प्रोडक्ट पर सब्सक्रिप्शन भी मिल सकते हैं और प्री-ऑर्डर्स भी मिल सकते हैं. यानी अपने घर के छोटे से कमरे से ही आप मोटी कमाई कर सकते हैं. आपकी कमाई कितनी होगी यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप कितना सामान बेचते हैं और आपके प्रोडक्ट की कितनी अच्छी कीमत मिलती है. हालांकि, 10*10 फुट के एक कमरे से आप आसानी से हर महीने 50 हजार रुपये तक कमा सकते हैं.