19 साल के इस लड़के ने बनाया सस्ता और इको फ्रेंडली एयर प्यूरिफायर, वायु प्रदूषण को कम करने में मिलेगी मदद
19 साल के कृष चावला ने एक इको फ्रेंडली और सस्ते एयर प्यूरिफायर को विकसित किया है। अपनी जिज्ञासा के जरिये पैदा हुए आइडिया के बाद उन्होने इस खास मशीन को प्रभावी ढंग से वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के उद्देश्य से तैयार किया है।
"कोई मशीन आपको खरीदने के बाद कितनी सस्ती पड़ेगी यह उस मशीन द्वारा की जा रही बिजली खपत पर निर्भर करता है। यहाँ बिजली खपत की बात करें तो ब्रीदिफाई (Breathify) नाम का यह एयर प्यूरिफायर आपके घर में लगे एक एलईडी बल्ब के बराबर बिजली खाता है, जो अनुमानित तौर पर 25 से 65 वाट तक हो सकती है।"
19 साल के कृष चावला ने एक इको फ्रेंडली और सस्ते एयर प्यूरिफायर को विकसित किया है। अपनी जिज्ञासा के जरिये पैदा हुए आइडिया के बाद उन्होने इस खास मशीन को प्रभावी ढंग से वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के उद्देश्य से तैयार किया है। कृष चावला का कहना है कि यह खास मशीन इको फ्रेंडली तरीके से हवा को सांस लेने योग्य बना देती है।
कोई मशीन आपको खरीदने के बाद कितनी सस्ती पड़ेगी यह उस मशीन द्वारा की जा रही बिजली खपत पर निर्भर करता है। यहाँ बिजली खपत की बात करें तो ब्रीदिफाई (Breathify) नाम का यह एयर प्यूरिफायर आपके घर में लगे एक एलईडी बल्ब के बराबर बिजली खाता है, जो अनुमानित तौर पर 25 से 65 वाट तक हो सकती है।
जिज्ञासा ने दिखाया रास्ता
मीडिया से बात करते हुए कृष चावला ने बताया है कि जब वह छोटे थे तब उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती थी और इस कारण वे दिवाली जैसे खास त्योहार पर भी घर से बाहर नहीं निकल पाते थे। बचपन के दौरान उनके आस-पास एयर प्यूरिफायर होते थे, जिसकी मदद से उन्हे स्वच्छ हवा मिल पाती थी।
बचपन से ही कृष बड़े ही जिज्ञासु किस्म के लड़के थे और अपने घर पर मौजूद इलेक्ट्रिक उपकरण जैसे मोबाइल फोन और टीवी आदि खोल दिया करते थे। उन्होने अपने घर के एयर प्यूरिफायर को भी अपनी जिज्ञासा के चलते खोल दिया था।
कृष ने जब घर के एयर प्यूरिफायर को खोला तब उन्हे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि एयर प्यूरिफायर कितनी सरल मशीन है, जिसमें सिर्फ एक फिल्टर और पंखे का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद जिज्ञासा से लबालब कृष ने अपने पिता से उस एयर प्यूरिफायर की कीमत के बारे में पूछा तो पिता का जवाब सुनकर उन्हें काफी हैरानी हुई।
बनाया पूर्ण स्वदेशी एयर प्यूरिफायर
वह बताते हैं कि तब उनके पिता ने उस एयर प्यूरिफायर की कीमत 35 से 40 हज़ार रुपये बताई थी, जिसे सुनकर वह भी चौंक गए थे। कृष को उस दौरान यह समझ नहीं आ रहा था कि इस साधारण मशीन के लिए कंपनियाँ अपने ग्राहकों से इतना पैसा क्यों ले रही हैं और इस महंगी लेकिन आज के समय में आवश्यक मशीन को महज कितने ही लोग खरीद सकने की स्थिति में हैं।
इसी विचार को आगे ले जाकर कृष ने इस खास एयर प्यूरिफायर का निर्माण किया है, जो 98 प्रतिशत प्लास्टिक फ्री है और इसी के साथ इस मशीन के निर्माण में लगे सभी पुर्जे भारत में निर्मित हुए हैं।
कृष का दावा हैं कि ब्रीदिफाई आज बाज़ार में कई बड़ी कंपनियों के एयर प्यूरिफायर से भी अधिक साफ प्रभावी ढंग से काम करता है।
कितनी है इसकी कीमत?
कृष के इस एयर प्यूरिफायर में हवा को साफ करने के लिए जो फिल्टर इस्तेमाल किया गया है, उनके दावे के अनुसार वह इंडस्ट्री में सबसे बेहतर है। कीमत की बात करें तो यह खास एयर प्यूरिफायर मात्र 4500 रुपये का है, जिसमें सभी तरह के टैक्स शामिल हैं।
कृष के इस उत्पाद को बाज़ार में लोग पसंद भी कर रहे हैं और अब तक वह अपने इस खास एयर प्यूरिफायर की 47 सौ से अधिक यूनिट बेच चुके हैं, जबकि कृष ने इस एयर प्यूरिफायर की 500 यूनिट को वृद्धाश्रमों और अस्पतालों आदि में दान करने का भी सराहनीय काम किया है।
इस बेहतरीन उत्पाद के लिए कृष को हर तरफ सराहा जा रहा है। हाल ही में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त ने भी उनकी सराहना की थी।
Edited by Ranjana Tripathi