मेफील्ड से 21 करोड़ का निवेश पाकर मुंबई की ‘बाॅक्स8’ ने रचा इतिहास
लोगों को उनकी पसंद का गर्मागरम खाना उपलब्ध करवाने के लिये मशहूर है ‘बाॅक्स8’आईआईटी स्नातक अमित राज और अंशुल गुप्ता के दिमाग की उपज है ‘बाॅक्स8’प्रतिदिन करीब 2 हजार से अधिक लोगों को खिलाते हैं उनका मनपसंद खाना वर्तमान में टीम में 39 से आईआईटी स्नातक और बड़े होटलों के शेफ हैं शामिल
वर्तमान समय में खाद्यतकनीक का बाजार सबसे तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है और यह लगातार सुर्खियों में रहने के अलावा बड़े पैमाने पर निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करने में भी सफल हो रहा है। ऐसे में मुंबई स्थित आॅन-डिमांड यानि कि उपभोक्ता की मांग पर खाने का तैयार करके सर्व करने का काम करने वाली कंपनी ‘बाॅक्स8’ ने श्रंखलाबद्ध तरीके से सिलिकाॅन वैली की एक कंपनी मेफील्ड से 21 करोड़ रुपये का वित्तपोषण पाकर सबकी निगाहें अपनी ओर मोड़ने में सफलता पाई है। 2011 में सिर्फ मेक्सिकन व्यंजन परोसने वाली कंपनी ‘पोंचो’ के नाम से बाजार में अपनी आमद दर्ज करवाने वाली इस कंपनी ने 2012 में न सिर्फ अपने मेन्यू का विस्तार किया बल्कि खुद को ‘बाॅक्स8’ के रूप में दुनिया के सामने दोबारा पेश किया। इस कंपनी के सहसंस्थापक और आईआईटी के स्नातक अमित राज और अंशुल गुप्ता ने इस कंपनी को हर तरह के खाने के शौकीनों के लिये शुरू किया था और उनका प्राथमिक उद्देश्य स्वादिष्ट खाने की दुनिया में सिरमौर बनने का था।
वर्तमान में ‘बाॅक्स8’ मुंबई में 22 वितरण इकाइयों के साथ सफलतापूर्वक संचालित हो रही है और बीते 15 महीनों में यह 10 गुना वृद्धि करते हुए प्रतिदिन 2 हजार से अधिक खाने के आर्डर समय से पूरा कर रही है। कंपनी ने अपना ध्यान मुख्यतः स्वाद, प्रौद्योगिकी और नवीनता पर केंद्रित रखा है और अब वह अपने ग्राहकों के बीच स्वादिष्ट खाने का पर्याय बन गई है क्योंकि इनके पास खाने के लिये आने वाले 80 प्रतिशत उपभोक्ता लगभग वहीं हैं जो रोजाना आते हैं। कम कीमत में उपभोक्ताओं की पसंद का खाना और यहां उपलब्ध भारतीय व्यंजनों ने इनको बहुत कम समय में युवा शहरी उपभोक्ताओं की पहली पसंद बना दिया है।
इनका इरादा नए निवेश को प्रौद्योगिकी के निर्माण के साथ अपनी वर्तमान टीम के विस्तार और खुद को बाजार में गहराई से स्थापित करने में इस्तेमाल करने का है। इसके अलावा ये लोग इस निवेश के सहारे नए शहरों में भी ‘बाॅक्स8’ को आक्रामक तरीके से स्थापित करने का प्रयास करेंगे। फिलहाल इस कंपनी में 30 से अधिक आईआईटी के स्नातक एक टीम के रूप में जुड़े हुए हैं और जल्द ही ये विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले प्रतिभाशाली व्यक्तियों को अपने साथ जोड़ने के इच्छुक हैं।
अंशुल कहते हैं, ‘‘सोचे हुए को अमल में लाना इस व्यवसाय में सफलता पाने के लिये सबसे अधिक महत्वपूर्ण पहलू है और हम एक ऐसी टीम को तैयार करने कर प्रक्रिया में हैं जो कार्य को निष्पादित करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर सके।’’
इस निवेश का इस्तेमाल वे अपने मोबाइल और वेब मंच का इस्तेमाल कर रहे उपभोक्ताओं को एक सहज ग्राहक अनुभव उपलब्ध करवाने के लिये करेंगे। फिलहाल ‘बाॅक्स8’ को आधे से अधिक आॅर्डर मोबाइल फोन के माध्यम से मिलते है। इनकी एकीकृत कवतरण प्रणाली सुनिश्चित करती है कि उपभोक्ता को हर आॅर्डर पर गर्मगर्म खाना ही वितरित किया जाए।
‘बाॅक्स8‘ ने कई तरह के खानों को मिलाकर एक ‘आॅल इन वन’ मील बाॅक्स तैयार किया जो वर्तमान में इनकी सबसे अधिक बिकने वाली वस्तुओं में से एक है। एक भारतीय उपभोक्ता के व्यस्त और तेजी से बदलते समय को ध्यान में रखते हुए इस खाने के डिब्बों को इस तरह के भारतीय व्यंजनों से तैयार किया गया है कि उपभोक्ताओं को खाने में कोई परेशानी न हो। भारतीय जायकों को निरंतर कुछ नवीनता देने के क्रम में ‘बाॅक्स8’ ने अपने सैडविचों और अन्य सामग्रियों को एक विशेष भारतीय रंग में रंग दिया है। कंपनी की ताकत उसकी मजबूत टीम में हैं जिसमें आईटीसी और मेरियट होटल के अनुभवी खानसामे यानि कि शेफ शामिल हैं और जो लगातार बेहतर करने की काशिशों में लगे रहते है।
अमित कहते हैं, ‘‘हम खाना पकाते समय सिर्फ यह ध्यान में रखते हैं कि हम केवल वैसा ही खाना परोसें जैसा हम खाना पसंद करते हैं। यह एक बेहद मुश्किल काम है क्योंकि इस काम में कई भाग होते हैं और यह उपभोक्ताओं के दिल के सबसे करीब होता है। हम चाहते हैं कि हमारे उपभोक्ता अपने पेट की क्षुधा मिटाने के लिये बारबार हमारे पास आते रहें इसलिये हमें उनके लिये एक ऐसा अनुभव तैयार करना होता है जहां वे बिना किसी परेशानी के अपनी पसंद के भोजन का मजा ले सकें। हम प्रौद्योगिकी, उतपाद ओर वितरण के प्रबंधन का पूरा ध्यान रखते हैं जो हमें ग्राहक की संतुष्टि पर पूरा नियंत्रण रखने में सहासयक होती है।’’
मेफील्ड से निवेश पाने से पहले ‘बाॅक्स8’ एवेंडर कैपिटल के कौशल अग्रवाल, मूसिग्मा के आनंद राजाराम और इंडियन एंजल नेटवर्क से भी कुछ समय के लिये अपने इस उद्योग को सफलतापूर्वक चलाने के लिये धन की व्यवस्था कर चुके थे। मेफील्ड के निखिल खट्टू का मानना है कि ‘बाक्स8’ की उत्पाद और प्रौद्योगिकी की तरफ नवीन दृष्टिकोण और ध्यान केंद्रित करना ही उन्हें औरों से अलग बनाता है। वे यही बताना नहीं भूलते कि इसके संस्थापक अभी युवा और स्मार्ट हैं और उन्होंने एक मजबूत टीम बनाने में सफलता हासिल की है जिसकी वजह से अन्य प्रतिस्पर्धियों से काफी आगे हैं।