शिक्षा में स्टार्टअप के लिए AIIMS से डॉक्टरी पढ़ने और IAS करने वाले 24 साल के रोमन सैनी ने छोड़ी नौकरी
24 साल के रोमन सैनी ने IAS की नौकरी छोड़ दी...
अगस्त 2015 में सहायक कलेक्टर के तौर पर जबलपुर में ज्वाइन किया था...
2013 में AIIMS से डॉक्टरी पास की...
Unacademy.in में काम शुरू किया...
ई लर्निंग में काम शुरू किया...
अपने बचपन के दोस्त के साथ काम करना तय किया..
दुनियाभर में एक बहस लम्बे समय से चली आ रही है कि बड़ा कौन है? वो जो अपने जीवन के लिए एक उद्देश्य बनाता है और हर हाल में उसे पाकर रहता है। या वो जो मंजिल पाकर उसे ठुकराकर कुछ नया करना चाहता है। नया काम भी ऐसा जिसमें फिलहाल उसे एक टूटी फूटी सड़क दिखती है, मंजिल का तो दूर-दूर तक कोई पता नहीं होता। पर इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि नया काम अपने लिए नहीं है, समाज और देश के लिए। बड़ा दोनों है पर आप किसे बड़ा कहेंगे? ज़ाहिर है अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय होगी इसमें। पर मुझे यकीन है कि ज्यादातर लोग दूसरे शख्स को बड़ा कहेंगे।
अब एक सच्चाई से वाकिफ कराता हूं आपको। एक शख्स ने पहले देश के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान एम्स से 2013 में डॉक्टर की डिग्री हासिल की। इसके बाद उस शख्स ने देश की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित परीक्षा सिविस सर्विसेज में 2013 में सफलता हासिल और 18 वां रैंक हासिल किया। आईएएस बनने के दो साल तक उस शख्स ने जबलपुर में बतौर सहायक कलेक्टर के तौर पर काम किया। लेकिन आप यकीन करेंगे कि उन्होंने आईएएस की नौकरी छोड़ दी। आप के ज़ेहन में सवाल होगा, अब क्या करेगा वो शख्स? अब वो शख्स छात्रों को पढ़ाई के दौरान आने वाली सभी परेशानियों में उनकी मदद कर उनके सपने पूरे करने में उनकी मदद करना चाहता है। हैरानी में पड़ गए न आप। आइए आपको को मिलवाते हैं उस शख्स से। उस शख्स का नाम है रोमन सैनी।
आईएएस बनने के बाद क्यों छोड़ी नौकरी
उम्र सिर्फ 24 साल। जयपुर में जन्मे रोमन सैनी ने इतनी कम उम्र में वो सब हासिल किया, जिसके लिए हर कोई कभी-न कभी सपना देखता है। एम्स का डॉक्टर बनना और फिर आईएएस बनना। लेकिन रोमन ने अपने लिए कुछ और ही सोच रखा है। रोमन अपने दोस्त गौवर मुंजाल के साथ मिलकर यू ट्यूबर पर बच्चों को पढ़ाते हैं। उनके लिए ज़रूरी लेक्चर देते हैं। खासकर उन बच्चों के लिए जो डॉक्टर बनना चाहते हैं या सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं या फिर कंप्यूटर प्रोग्रामर्स बनना चाहते हैं। रोमन और उनके दोस्त गौरव ने मिलकर एक ई-ट्यूटर प्लेटफॉर्म तैयार किया Unacademy.in इस प्लेटफार्म पर सारी पढ़ाई पूरी तरह मुफ्त है। दिलचस्प बात ये है कि रोमन की ये मुहीम रंग ला रही है। नतीजा यह है कि उन्हें फालो करने वाले 10 छात्र सिविल सेवा परीक्षाएं पास भी कर चुके हैं। इसके अलावा यू ट्यूब पर रोमन के इन लेक्चर वीडियो को एक करोड़ दस लाख से भी ज्यादा लोगों ने देखा है। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पेज पर रोमन के 64000 फालोअर्स हैं वहीं ट्विटर पर 20000 लोग रोमन की इस नई मुहीम से जुड़े हुए हैं।
कैसे आया आइडिया
रोमन सैनी ने योरस्टोरी को बताया,
“मेरे बचपन के और सबसे अच्छे दोस्त गौरव मुंजाल ने 2011 में कुछ नया करने की सोची, जब मैं एम्स में था। उन्होंने यूट्यूब पर अनअकैडमी डॉट इन की शुरूआत की। जिसपर वो पढ़ाई से जुड़े वीडियो डालते थे। चूंकि ये पूरी तरह नि:शुल्क था इसलिए उन्होंने मुझसे भी जुड़ने की राय ज़ाहिर की। मुझे गौरव का आइडिया पसंद आया। इसलिए जुड़ गया। हम मुफ्त में दूसरों को सही जानकारी दे सकते हैं। इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है।”
रोमन ने बताया कि गौरव भी बेंगलुरू में बतौर सीईओ काम कर रहे थे लेकिन अनअकैडमी डॉट के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और। रोमन सैनी का यह भी कहना है कि उनके दिल में सिविल सेवा के लिए बहुत सम्मान है। इसलिए आईएएस जैसा पद छोड़ना उनके लिए आसान नहीं था उनके परिवारवाले भी इस फैसले से खुश नहीं थे। लेकिन बाद में रोमन के घर वालों ने उनके इस फैसले का स्वागत किया और भरपूर साथ दिया। रोमन के पिता जी ने योर स्टोरी को बताया,
रोमन भारतीय शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव चाहते हैं और इसी काम को अंजाम तक पहुँचाने के लिए ये क़दम उठाया है। घरवालों को उम्मीद है कि रोमन अपने इस काम में भी भरपूर सफलता पाएंगे।
रोमन के पिताजी ने एक और वाकया योरस्टोरी को बताया। उन्होंने कहा,
रोमन के मन में एक घटना एकदम से घर कर गई थी। हुआ ये था कि बिहार का कोई एक लड़का आईएएस बनना चाहता था। आईएएस की कोचिंग के लिए उसके पिता ने अपनी ज़मीन गिरवी रखी। लेकिन अफसोस कि वो लड़का आईएएस नहीं बन पाया। इस बात की जानकारी जब रोमन को हुई तो वो एक तरह से सदमे में आ गये। उन्हें लगा कि कुछ ऐसा होना चाहिए कि बच्चे मुफ्त में ऐसी परीक्षाओं की तैयारी करें। बस ये घटना लगातार उसके मन में घूमती रहती थी। और आज नतीजा आपके सामने है।
इस घटना ने रोमन के मन मस्तिष्क पर गहरा असर डाला। और फिर एक दिन रोमन ने तय किया कि वो शिक्षा के क्षेत्र में कुछ बड़ा काम करेंगे। हालांकि रोमन के लिए व्यक्तिगत तौर पर ये एक आसान निर्णय नहीं था और इसमें कई सारे पहलू शामिल थे इसलिए उन्होंने ज्यादातर लोगों से इस बारे में बात की और अंत में उनके जुनून की ही जीत हुई।
रोमन सैनी ने बताया,
“मेरा उद्देश्य उच्च स्तरीय शिक्षा को पहुंच में लाना है और इसे ऑफलाइन तरीके से प्राप्त करना सही रास्ता नहीं है। मुझे लगता है कि करोड़ों लोगों की मांग पूरी करने के लिए बहुत बड़े स्तर पर तकनीकी विकास और काबिल लोगों की जरूरत है। इसलिए मैंने इस अनअकैडमी के तरीके को पूरी तरह से अपना लिया।
गौरव मुंजाल अपने जिगरी दोस्त रोमन सैनी के बारे में कहते हैं,
“मैंने एक आईएएस ऑफिसर को अपने आइडिया के बारे में बताया, उसे अच्छा लगा और उसने तय किया कि वो फूल टाइम हमारे साथ काम करेगा। वाकई रोमन बहादुर है। सब ऐसी हिम्मत नहीं कर सकते।”
गौरव अपने इस प्लेटफॉर्म के बारे में बताते हैं कि अनअकैडमी डॉट इन देश का सबसे बड़ा ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म है। जिसपर 500 से ज्यादा फ्री लेशन है और जिससे देश के नामचीन शिक्षाविद जुड़े हैं।
वाकई ऐसे विरले लोग होते हैं जिन्हें अपने से ज्यादा देश की चिंता होती है। योर स्टोरी कामना करता है कि रोमन सैनी अपने सपने को ऊंचाई तक ले जाएं।