Bisleri को नहीं खरीदेगा Tata Group, 7000 करोड़ रुपये का सौदा खत्म करने की दी जानकारी
इस महीने की शुरुआत में ही यह रिपोर्ट आ गई थी कि बिसलेरी इंटरनेशनल प्राइवेट (Bisleri International Pvt) में रतन टाटा (Ratan Tata) के टाटा समूह Tata Group द्वारा बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की ख़बरों पर विराम लग गया है.
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड
(TCPL) ने बिसलेरी को खरीदने के लिए चल रहे 7000 करोड़ रुपये के सौदे को खत्म कर दिया. टाटा ग्रुप की कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि अब संभावित लेनदेन के संबंध में बिसलेरी इंटरनेशनल के साथ बातचीत बंद कर दी गई है. इसमें कहा गया है, "कंपनी ने इस मामले पर कोई निश्चित समझौता या बाध्यकारी प्रतिबद्धता नहीं की है."बता दें कि, इस महीने की शुरुआत में ही यह रिपोर्ट आ गई थी कि बिसलेरी इंटरनेशनल प्राइवेट (Bisleri International Pvt) में रतन टाटा (Ratan Tata) के टाटा समूह
द्वारा बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की ख़बरों पर विराम लग गया है.तब सूत्रों ने बताया था कि टाटा समूह द्वारा बिसलेरी की कमान अपने हाथों में लेने के लिए बातचीत एडवांस स्टेज में थी और पार्टियां लेनदेन को अंतिम रूप देने पर काम कर रही थीं. बिसलेरी के मालिक इस सौदे से लगभग 1 अरब डॉलर जुटाना चाह रहे थे. लेकिन बात नहीं बनीं क्योंकि कंपनियां मूल्यांकन पर सहमत नहीं हो पा रही थीं.
पहली बार सिंतबर 2022 में ख़बर आई थी कि टाटा समूह, बिसलेरी इंटरनेशनल में हिस्सेदारी खरीदने की कोशिश में है. बिसलेरी इंटरनेशनल, रमेश चौहान के स्वामित्व वाली कंपनी है. रमेश चौहान ने अब से तीन दशक पहले 'थम्स अप', 'गोल्ड स्पॉट', 'लिम्का' और माज़ा जैसे मशहूर सॉफ़्ट ड्रिंक ब्रांड्स बहुराष्ट्रीय कंपनी कोका – कोला को बेच दिए थे.
इसके लगभग दो महीने बाद, नवंबर 2022 में ख़बर आई कि 7000 करोड़ रुपये में यह डील होनी है. जिसके बाद बिसलेरी इंटरनेशनल (Bisleri International) की कमान रतन टाटा की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Tata Consumer Products Limited) के पास चली जाएगी.
बीते महीने की तीसरे हफ्ते में ख़बर आई कि बिसलेरी इंटरनेशनल बहुत ही जल्द विदेशी बाजार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने जा रही है. इसके लिए बिसलेरी इंटरनेशनल ने अपना पहला इंटरनेशनल मैन्यूफैक्चरिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन समझौता दुबई के नासिर अब्दुल्ला लूता ग्रुप (Nasser Abdulla Lootah Group) के साथ किया है.
Bisleri मूल रूप से एक इतालवी ब्रांड था, जिसने 1965 में मुंबई में भारत में एक दुकान से शुरूआत की थी. बिसलेरी इंटरनेशनल के मालिक रमेश चौहान ने 1969 में इसे अधिग्रहित किया था. कंपनी के 122 ऑपरेशनल प्लांट हैं और भारत और पड़ोसी देशों में 4,500 डिस्ट्रीब्यूटर्स और 5,000 ट्रकों का नेटवर्क है.
मिनरल वाटर के अलावा बिसलेरी इंटरनेशनल, प्रीमियम वेदिका हिमालयन स्प्रिंग वॉटर भी बेचती है. यह हैंड प्योरिफायर के एक छोटे व्यवसाय के अलावा कार्बोनेटेड पेय लिमोनाटा व स्पाइसी, और सोडा व फ्रूट ड्रिंक्स की बिक्री भी करती है.
उपभोक्ताओं को सीधे उत्पाद वितरित करने के लिए इसका अपना ऐप Bisleri@Doorstep भी है. वहीं, टाटा समूह अपने उपभोक्ता व्यवसाय को टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) के तहत रखता है, TCPL ब्रांड हिमालयन के तहत टाटा कॉपर प्लस वॉटर और टाटा ग्लूको + जैसे ब्रांडों के साथ पैकेज्ड मिनरल वाटर भी बेचता है.
वर्तमान में, इसके 122 से अधिक परिचालन संयंत्र और 4,500 वितरक अखिल भारतीय और पड़ोसी देशों में हैं. FY22 में, TCPL का संचालन से राजस्व 12,425 करोड़ रुपये था.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बिसलेरी की 2,500 करोड़ रुपये की बिक्री और वित्त वर्ष 23 में 200 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध लाभ अर्जित करने की संभावना है.
Edited by Vishal Jaiswal