खेती को तकनीक से जोड़कर मजबूत आधार देने में जुटे विट्ठल भोसले
टेकनोलॉजी की सहायता से किसानों और संपूर्ण कृषि क्षेत्र के सहयोग भोसले लैब्स कृषि संबंधी व्यक्तिगत सुझाव देता है भोसले लैब्स ने 110 कृषि विशेषज्ञों और देश के चार राज्यों के 35 हजार किसानों को जोड़ाभोसले लैब्स कृषि सूचना और उससे जुड़ी अन्य जानकारियों के लिए कार्यरत
विट्ठल भोसले भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से पीएच.डी हैं। मार्च 2013 में उन्होंने टेकनोलॉजी की सहायता से किसानों और संपूर्ण कृषि क्षेत्र के सहयोग के लिए एक स्टार्टअप का फैसला किया। इस उद्यम का आरंभ करने के लिए उन्होंने मार्केटिंग में एम.बी.ए.किरण गोंटे को साथ लिया जो हैं। भोसले लैब्स ने किसानों को जोड़ने, जानकारी पाने और उनकी पहुंच बढ़ाने के लिए दो उत्पादों का विकास किया है - फार्मफ्लक्स और फार्मटैलेंट।
भोसले लैब्स भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में जुड़ा हुआ है जो कार्यालय की जगह और संपर्क के रूप में सहयोग प्रदान करता है। इनक्यूबेटर कोई वित्तीय सहायता नहीं उपलब्ध कराता है। ‘‘मैं हमेशा कृषि के क्षेत्र में रहा हूं और हॉर्टिकल्चर और लैंडस्केपिंग में अपनी पीएच.डी. के बाद मैंने अपना उद्यम शुरू किया क्योंकि मुझे महसूस हुआ कि टेकनोलॉजी का उपयोग करके कृषि में सुधार लाने के लिए काफी कुछ किया जा सकता है,’’ विट्ठल जी बताते हैं। भोसले लैब्स की एक छोटी टीम है और अभी तक के दो मुख्य उत्पादों में निम्नलिखित शामिल हैं :
फार्मफ्लक्स : फार्मिंग प्रोफेशनल लोगों के लिए कृषि संबंधी व्यक्तिगत सुझाव हेतु। उपभोक्ता प्रश्न पूछ सकते हैं, प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं, सलाह, अलर्ट या तथ्यों पर छोटे संदेश लिख सकते हैं। उपभोक्ता रुचि के विषयों, भौगोलिक अवस्थिति और अपने द्वारा उगाई जा रही या अपनी रुचि की फसलों के आधार पर कृषि संबंधी सलाह वाली कहानियां भेज सकते हैं।
फार्मटैलेंट : कृषि क्षेत्र के लिए मानव संसाधनों की बहाली एवं प्रबंधन संबंधी प्लेटफार्म।
विट्ठल जी बताते हैं "हमारे वेब अप्लीकेशन ने लगभग 110 कृषि विशेषज्ञों और देश के चार राज्यों के 35 हजार किसानों को जोड़ा है"।
भोसले जी ने क्षेत्र में विशेषज्ञों का एक नेटवर्क बनाया है जो रिसोर्स पूल का काम करता है और किसानों को खेती की कार्यप्रणालियों, मौसम की स्थितियों आदि के बारे में जानकारी और समाचार मोबाइल फोन पर मैसेज के रूप में भेजे जाते हैं।
भोसले लैब्स कृषि के पुनरुत्थान और किसानों को अधिक जोड़ने के लिए देश भर में कार्यशालाएं चलाता है। विट्ठल जी बताते हैं "हमलोग कार्यशालाएं चला रहे हैं, जैसे कि पंजाब कृषि विश्वविद्यालय परिसर, लुधियाना में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम और हरियाणा के हिसार में हरियाणा कृषि विकास केंद्रों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि’’ । एक रेवेन्यू मॉडल भी दिमाग में है लेकिन अभी उस पर फोकस नहीं है। प्रसंगवश, किसानों के लिए चंदा का मॉडल भी हो सकता है लेकिन कंपनी किसानों के साथ संपर्क विकसित करने और समुदाय को बेहतर ढंग से समझने का प्रयास कर रही है इसलिए वे समुदाय के लिए टेलर-मेड उत्पाद बना सकते हैं।
भोसले लैब्स पुणे में रजिस्टर्ड है और उसका एक कार्यालय दिल्ली में है। कंपनी की हिमाचल प्रदेश, पंजाब और दो उत्तर भारतीय राज्यों में अच्छी उपस्थिति है और वह अपनी पहुंच बढ़़ाने का प्रयास कर रही है। बेहतर और तेजी से काम निपटाने के लिहाज से कंपनी धनराशि प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। "हमलोग भोसले लैब्स को बतौर नई कंपनी देखते हैं और यह कृषि सूचना और टिकाऊ लैंडस्केप विकास में अग्रणी भूमिका निभाने की दिशा में लक्षित है," विट्ठल जी ने बताया।
भारत में स्टार्टअप के लिए कृषि के मामले में प्रौद्योगिकी मुख्य फोकस होना चाहिए। भोसले लैब्स ने हाल ही में कृषि पर वोडाफोन डेवलपर्स मीटअप आयोजित किया है जिसमें खेती के बेहतर विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं।