स्मार्टफोन से बदलेगा नसीब, नसीबन जैसी कई महिलाओं को है यह भरोसा
यह लेख छत्तीसगढ़ स्टोरी सीरीज़ का हिस्सा है...
रायपुर शहर की रहने वाली दो महिलाएँ सईदा बेगम और नसीबन एक दूसरे के सुख-दुःख की साथी और साक्षी हैं। दोनों की दोस्ती और दोनों के बीच का प्यार देखते ही बनता है। दोनों की जिंदगी में 18 अगस्त एक खास दिन के तौर पर शुमार हो गया और ऐसा कैसे हुआ, आप भी जानें...
सईदा बेगम और नसीबन को ‘संचार क्रांति योजना’ का स्मार्ट फोन क्या मिला उन्हें भरोसा हो गया कि अब उनकी कई परेशानियों अपने आप दूर हो जाएँगी। नसीबन कहती हैं कि उनके पति जहाँ कहीं भी क्यों न हो अब वे उन्हें स्मार्ट फोन के जरिये देख पाएँगी।
रायपुर शहर की रहने वाली दो महिलाएँ सईदा बेगम और नसीबन एक दूसरे के सुख-दुःख की साथी और साक्षी हैं। दोनों की दोस्ती और दोनों के बीच का प्यार देखते ही बनता है। दोनों की जिंदगी में 18 अगस्त एक खास दिन के तौर पर शुमार हो गया। इसी दिन दोनों साथ मिलकर तेली बाँधा के स्मार्ट फोन वितरण केंद्र गयीं और वहाँ से अपना-अपना स्मार्ट फोन लिया। ये दोनों भी छत्तीसगढ़ सरकार की ‘संचार क्रांति योजना’ की लाभार्थी हैं और उन्हें भी मुफ्त में सरकार की ओर से स्मार्ट फोन मिला है। स्मार्ट फोन पाकर 36 साल की सईदा बेगम और उनकी हमउम्र नसीबन बहुत खुश हैं। खुश इस वजह से क्योंकि वे कई दिनों से यह सपना देख रही थीं कि उनके पास भी अपना खुद का स्मार्ट फोन होगा और वे उसका इस्तेमाल करेंगी।
सपना बस सपना ही रहा क्योंकि घर-परिवार की गुजर-बसर मुश्किल से हो पाती थी। सईदा के शौहर की टायर पंचर की दूकान है। आमदनी ज्यादा नहीं है, किसी तरह घर-परिवार की जरूरतें पूरी हो रही हैं। केंद्र और राज्य सरकार की कुछ योजनाओं का भी लाभ मिल रहा है। सईदा के दो बच्चे हैं और तीनों पढ़ रहे हैं। नसीबन के शौहर ट्रक चलाते हैं और अक्सर घर से दूर रहते हैं। नसीबन के तीन बच्चे हैं और तीनों की उम्र अभी पढ़ाई-लिखाई की ही है।
सईदा बेगम और नसीबन को ‘संचार क्रांति योजना’ का स्मार्ट फोन क्या मिला उन्हें भरोसा हो गया कि अब उनकी कई परेशानियों अपने आप दूर हो जाएँगी। नसीबन कहती हैं कि उनके पति जहाँ कहीं भी क्यों न हो अब वे उन्हें स्मार्ट फोन के जरिये देख पाएँगी। इतना ही नहीं, वे वीडियो कॉल करेंगी और अपने बच्चों की बात अपने पति से करवाएंगी। वैसे तो नसीबन के पास फीचर फोन है, लेकिन वे अब स्मार्ट फोन पाकर खुद को ताकतवर महसूस कर रही हैं। उनको लगता है कि अब उनके कई काम स्मार्ट फोन के जरिये हो जाएँगे। बच्चों के स्कूल से जुड़ी जानकारी ‘व्हाट्सएप्प’ पर मिल जाया करेगी, इतना ही नहीं वे सरकारी की अलग-अलग योजनाओं की जानकारी भी अपने ही फोन पर पा जाएँगी।
नसीबन को यह भी मालूम है कि राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ‘संचार क्रांति योजना’ को शुरू करते समय क्या कहा था। नसीबन ने टीवी पर देखा था कि मुख्यमंत्री किस तरह से स्मार्ट फोन के लाभ महिलाओं को बता रहे थे। नसीबन को याद है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा था कि जो महिलाओं को दिया जा रहा है वह केवल मोबाइल फोन नहीं है, बल्कि यह कंप्यूटर की तरह काम करेगा। इन स्मार्ट फोनों की वजह से राज्य संचार क्रांति की नए युग में प्रवेश करेगा। महिलाएँ स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कई तरह से कर सकती हैं। स्मार्ट फोन से घर बैठे ऑनलाइन सेवाओं का भी फायदा उठाया जा सकता है। नसीबन अब यह भी जानती हैं कि सिनेमा का टिकट भी अब स्मार्ट फोन के जरिये खरीदा जा सकता है। रेल का टिकट भी बुक कराया जा सकता है।
सईदा भी स्मार्ट फोन से होने वाले कई फायदों के बारे में जानती हैं। वे कहते हैं कि मैं जल्द ही इसका इस्तेमाल करना सीख जाऊँगी और अपने बच्चों को भी इसके बारे में बताऊंगी। सईदा और नसीबन, दोनों को उम्मीद है कि स्मार्ट फोन से नसीब भी बदल सकता है और उनकी गरीबी भी दूर हो सकती है।
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