भारतीय स्टार्टअप दुनिया के बादशाह की वापसी: सचिन बंसल ने बनाई नई कंपनी
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) में दिए गए डेटा के मुताबिक सचिन ने इन्वेस्टमेंट बैंकर अंकित अग्रवाल के साथ बीएस अधिग्रहण प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया है।
सचिन फ्लिपकार्ट में एग्जिक्युटिव चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उन्होंने कंपनी में अपनी 5.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी थी। इस स्टेक की कीमत लगभग 100 करोड़ डॉलर यानी लगभग 7,200 करोड़ रुपये थी।
फ्लिपकार्ट जैसी कंपनी खड़ी करने वाले भारतीय स्टार्टअप उद्योग जगत के बादशाह सचिन बंसल फिर से नया स्टार्टअप शुरू करने के लिए तैयार हैं। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) में दिए गए डेटा के मुताबिक सचिन ने इन्वेस्टमेंट बैंकर अंकित अग्रवाल के साथ बीएस अधिग्रहण प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया है। अभी हालांकि इसके बारे में कहीं से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है लेकिन यह एक होल्डिंग कंपनी के तौर पर काम कर सकती है।
भारत में और भारतीयों द्वारा स्थापित ऑनलाइन रीटेल कंपनी फ्लिपकार्ट को इस साल की शुरुआत में वॉलमार्ट ने खरीद लिया था। फ्लिपकार्ट को दो आईआईटी के पासआउट सचिन और बिन्नी बंसल ने स्थापित किया था। अधिग्रहण के बाद ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि अब सचिन बंसल फ्लिपकार्ट के बाद क्या नया शुरू करेंगे। उस वक्त सचिन फ्लिपकार्ट में एग्जिक्युटिव चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उन्होंने कंपनी में अपनी 5.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी थी। इस स्टेक की कीमत लगभग 100 करोड़ डॉलर यानी लगभग 7,200 करोड़ रुपये थी।
फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण के वक्त ऐसी खबरें आ रही थीं कि सचिन को कथित तौर पर फ्लिपकार्ट छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। सचिन के कंपनी छोड़ने के बाद को फाउंडर बिन्नी को भी 'निजी गड़बड़ियों' के चलते कंपनी से इस्तीफा देना पड़ा था। एक साथ कंपनी से बाहर चले जाने पर भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लोग हैरान रह गए थे। पिछले एक दशक से फ्लिपकार्ट को भारतीय स्टार्टअप की सफलता का प्रतीक माना जाता था।
सचिन और बिन्नी बंसल ने अपने संघर्ष और मेहनत से न जाने कितने युवा उद्यमियों को प्रेरित किया। फ्लिपकार्ट की शुरुआत एक ऑनलाइन बुकसेलर के तौर पर हुई थी। दरअसल फ्लिपकार्ट के सफलता की कहानी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की कहानी है। फ्लिपकार्ट की सफलता से ही विदेशी इन्वेस्टर भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित हुए। इस स्टार्टअप पर देश के युवा उद्यमी गर्व करते हैं और ऐसी ही कंपनी स्थापित करने के सपने देखते हैं।
अब सचिन बंसल फिर से स्टार्टअप की दुनिया में सक्रिय रूप से लौट रहे हैं तो सबकी निगाहें उन पर होंगी। यह देखने वाली बात होगी कि क्या वे फिर से वही कारनामा कर दिखाएंगे जो उन्होंने फ्लिपकार्ट को बनाने में किया था।
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