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कॉन्स्टेबल पिता और IPS बेटा साथ में करेंगे काम, गौरवान्वित पिता ने किया सैल्यूट

कॉन्स्टेबल पिता और IPS बेटा साथ में करेंगे काम, गौरवान्वित पिता ने किया सैल्यूट

Saturday November 03, 2018 , 3 min Read

लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस के कॉन्स्टेबल जनार्दन सिंह को जब पता चला कि जिले में उनके महकमे का सबसे बड़ा अधिकारी कोई और नहीं बल्कि उनका बेटा ही है तो वे खुशी से फूले नहीं समाए।

आईपीएस अनूप सिंह और जनार्दन सिंह

आईपीएस अनूप सिंह और जनार्दन सिंह


अनूप बताते हैं कि उन्हें पढ़ने के लिए कभी कॉपी-किताब औऱ फीस के लिए किसी का मुंह नहीं ताकना पड़ा। कम वेतन पाने के बावजूद उनके पिता ने उन्हें पढ़ने के लिए सब कुछ उपलब्ध कराया।

किसी भी माता-पिता का सबसे बड़ा सपना होता है कि उसके बच्चे सफलता की सीढ़ियां चढ़ें। हर व्यक्ति अपने बच्चों की काबिलियत और सफलता पर गर्व करना चाहता है। ऐसे ही लखनऊ में एक पुलिस कॉन्स्टेबल के सामने ऐसी स्थिति आ गई जिससे कि उसका सीना गर्व से फूलकर चौड़ा हो गया। लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस के कॉन्स्टेबल जनार्दन सिंह को जब पता चला कि जिले में उनके महकमे का सबसे बड़ा अधिकारी कोई और नहीं बल्कि उनका बेटा ही है तो वे खुशी से फूले नहीं समाए। दरअसल जनार्दन का बेटा अनूप आईपीएस अधिकरी है और उन्हें हाल ही में लखनऊ के नॉर्थ एसपी पद पर ट्रांसफर किया गया।

अनूप कुमार सिंह इससे पहले उन्नाव में अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात थे, लेकिन बीते सप्ताह उनका तबादला हुआ और वह लखनऊ नॉर्थ के एसपी बनाए गए। ड्यूटी लेने जब वह लखनऊ पहुंचे तो वहां उनके पिता ने उन्हें सैल्यूट किया। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए अनूप सिंह ने अपने बीते दिनों को याद किया और कहा, 'मुझे याद है जब मेरे पिता मुझे और मेरी छोटी बहन मधु को बाराबंकी के एक स्कूल में साइकिल से छोड़ने जाते थे। उन्होंने हमारी पढ़ाई के लिए जी जान से मेहनत की। उनके सामने कितनी ही कठिनाइयां आई होंगी, लेकिन उन्होंने कभी हमारी पढ़ाई के साथ कोई समझौता नहीं किया।'

अनूप बताते हैं कि उन्हें पढ़ने के लिए कभी कॉपी-किताब औऱ फीस के लिए किसी का मुंह नहीं ताकना पड़ा। कम वेतन पाने के बावजूद उनके पिता ने उन्हें पढ़ने के लिए सब कुछ उपलब्ध कराया। इतना ही नहीं जनार्दन अपने बच्चों की पढ़ाई पर खास ध्यान देते थे। जनार्दन ने कहा, 'मुझे बेहद खुशी है कि मेरा बेटा एसपी के पद पर तैनात हुआ है, लेकिन मेरी कोशिश यही होगी कि मेरे काम पर इस रिश्ते का असर न पड़े।' अनूप भी बताते हैं कि यह उनके पिता द्वारा दी गई सीख ही थी कि वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ते चले गए। वह पिता की बातों को याद करते हुए कहते हैं कि कोई भी नौकरी छोटी या बड़ी नहीं होती, आप जिस काम को कर रहे हैं उसमें अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश करें।

दिलचस्प बात है कि पिता और पुत्र दोनों अब एक ही घर में रहेंगे, लेकिन कार्यस्थल पर दोनों के बीच ओहदे का एक बड़ा फासला होगा। अनूप ने अपनी पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल यूनिवर्सिटी जैसे देश के शीर्ष संस्थानों से की है। लखनऊ आने से पहले वो गाजियाबाद, नोएडा और उन्नाव में एएसपी रह चुके हैं। अनूप कुमार सिंह को एसपी लखनऊ उत्तरी पद पर तैनाती मिली है।

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