कानपुर का सत्यप्रकाश श्रीवास्तव कैसे बन गया भारत का कॉमेडी किंग
राजू श्रीवास्तव भारत में सबसे लोकप्रिय हास्य अभिनेताओं में से एक है। उनकी अवलोकनत्मक कॉमेडी में दैनिक जीवन के विभिन्न उदाहरणों का समायोजन बड़े ही बेहतरीन ढंग से रहता है। वह एक बहुमुखी कॉमेडियन के रूप में स्टार बन चुके हैं। वो जिस कदर किचन की छन्नी से लेकर मंडप में बैठे दूल्हे के फूफा तक को जोड़जाड़ करके हास्य निकालते हैं वो अद्भुत है।
दुनिया आज जिन्हें 'गजोधर' के नाम से जानती है, वही हैं सत्यप्रकाश। सत्यप्रकाश आका राजू श्रीवास्तव। राजू श्रीवास्तव भारत में सबसे लोकप्रिय हास्य अभिनेताओं में से एक है। वह एक बहुमुखी कॉमेडियन के रूप में स्टार बन चुके हैं।
1989 में आई फिल्म मैंने प्यार किया में एक ट्रक क्लीनर का किरदार निभाने वाले सत्यप्रकाश श्रीवास्तव एक दिन पूरे देश में छा जाएंगे, कॉमेडी के राजा बन जाएंगे। दुनिया आज जिन्हें 'गजोधर' के नाम से जानती है, वही हैं सत्यप्रकाश। सत्यप्रकाश आका राजू श्रीवास्तव। राजू श्रीवास्तव भारत में सबसे लोकप्रिय हास्य अभिनेताओं में से एक है। उनकी अवलोकनत्मक कॉमेडी में दैनिक जीवन के विभिन्न उदाहरणों का समायोजन बड़े ही बेहतरीन ढंग से रहता है। वह एक बहुमुखी कॉमेडियन के रूप में स्टार बन चुके हैं। वो जिस कदर किचन की छन्नी से लेकर मंडप में बैठे दूल्हे के फूफा तक को जोड़जाड़ करके हास्य निकालते हैं वो अद्भुत है।
राजू श्रीवास्तव का जन्म कानपुर में भारत में एक मध्यवर्गीय कायस्थ परिवार में हुआ था। उनके पिता एक बहुत प्रसिद्ध कवि थे, श्री रमेश चंद्र श्रीवास्तव जिन्हें बाली काका के नाम से जाना जाता था। राजू ने बचपन से ही हास्य अभिनेता बनने का सपना देखा, छोटी सी उम्र से ही वो कमाल की मिमिक्री किया करते थे। अपने स्कूल के समय में वे अपने शिक्षकों की नकल करते थे। उनके दोस्त-यार और कभी कभी तो स्कूल वाले भी उनकी इस काबिलियत की काफी सराहना करते थे। सबको यकीन था कि एक न एक दिन वो बड़ा नाम करेंगे।
राजू ने भारत और विदेशों में हजारों मंच पर प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपनी ऑडियो कैसेट और वीडियो सीडी की एक सीरीज भी लॉन्च की। अमिताभ बच्चन की तो वो गजब मिमिक्री करते हैं, उनका बच्चन एक्ट तो वर्ल्ड फेमस है। उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में छोटी भूमिकाएं करके अपना करियर शुरू किया। वो अपने सपनों का पीछा करते हुए मुंबई आए और कुछ वर्षों के बाद में सुपरहिट राजश्री फिल्म मैने प्यारे किया में एक छोटी सी भूमिका निभाई। बाजीगर और बॉम्बे टू गोवा जैसे विभिन्न फिल्मों में कई अन्य छोटी लेकिन अनोखी कॉमिक भूमिकाएं कीं। बॉलीवुड की फिल्म आमदानी अठन्नी खर्चा रुपइया में काम करने के बाद उन्होंने हास्य अभिनेता के रूप में अपने काम के लिए काफी मान्यता प्राप्त की।
उन्हें अपना बड़ा ब्रेक मिला कॉमेडी टैलेंट शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज के साथ । फिर स्पिन-ऑफ़, द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज चैंपियंस में भाग लिया, जिसमें उन्होंने "द किंग ऑफ द कॉमेडी" का खिताब जीता। यहीं से उनकी एक स्टैंड-अप कॉमेडियन के रूप में उनकी यात्रा शुरू हुई। उसके बाद, कई फिल्म निर्माताओं की नजरें उन पर पड़ने लगी, बड़ी भूमिकाओं के साथ फिल्मों में नियमित रूप से ऑफर मिलने लगे। राजू हमेशा स्वस्थ कॉमेडी के समर्थक रहे हैं और हास्य में अश्लीलता की आलोचना की।
समाजवादी पार्टी ने 2014 लोकसभा चुनाव में श्रीवास्तव को कानपुर से मैदान में उतारा। लेकिन 11 मार्च 2014 को श्रीवास्तव ने टिकट वापस कर दिया और कहा कि उन्हें पार्टी की स्थानीय इकाइयों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है। उसके बाद वो 1 9 मार्च 2014 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बनने के लिए नामित किया। तब से वह विभिन्न शहरों में अपनी घटनाओं के माध्यम से सफाई का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कई संगीत वीडियो बनाए हैं। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के लिए कई टीवी विज्ञापनों और सामाजिक सेवा संदेश वीडियो भी दिखाए हैं।
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