शीघ्र शुरू होगी कृषि कचरे से एथेनॉल बनाने की प्रक्रिया
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि केंद्र जल्दी ही जैविक कचरे (बायोमास) से एथेनाल बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू करेगा, जिससे कृषि से निकलने वाले कचरे की मांग बढ़ेगी।
नितिन गडकरी ने यहाँ कहा कि गेहूँ, कपास और धान के डंठल जैसे जैविक कचरे से एथेनॉल प्राप्त करने को लेकर एक मंत्रि-मंडल नोट अगले कुछ सप्ताह में जारी किया जाएगा। इससे जैव-ईंधन के पेट्रोलियम में 22.5 प्रतिशत तक मिलाने की अनुमति होगी जो फिलहाल 10 प्रतिशत है।
गडकरी ने कहा, ‘‘इस कदम से फसलों के डंठल की उल्लेखनीय रूप से मांग बढ़ेगी। धान उत्पादक जिला भंडारा से उत्पादित सभी धान के भूसे का उपयोग एथेनाल बनाने में किया जा सकता है। भंडारा को विदर्भ का ‘चावल का कटोरा’ कहा जाता है। फिलहाल सभी कचरे को जलाया जाता है।’’ वह लघु एवं मझोले उद्यम (एसएमई) की पूंजी बाजार में भागीदारी पर कल एक सेमिनार को संबोधित करते हुए यह बात कही। इसका आयोजन बीएसई और निजी परामर्श कंपनी पैंथोमैथ लि. ने किया।
गडकरी ने यह भी कहा कि सरकार सड़क सुरक्षा पर करीब 10,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस कोष का उपयोग दुर्घटना से बाड़, इलेक्ट्रानिक मार्कर तथा कैमरा लगाने में किया जाएगा।
सेमिनार में बीएसई अधिकारियों ने एसएमई के लिये शेयर बाज़ारों से कोष जुटाने के रास्ते के बारे में अपनी बातें रखी। - पीटीआई