पीएम मोदी ने की 'मन की बात', बोले- हमें और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है
'मन की बात' में पीएम मोदी ने कहा कि फिलहाल किसी के पास कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज नहीं है, लेकिन हम सभी मिलकर इसके खिलाफ प्रयास कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 65वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कई महत्वपूर्ण पहलुओं और हाल में घटी घटनाओं का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों से कहा, “अब जब देश में सेवाओं को फिर खोला जा रहा है, तो हमें और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। दुनिया की तुलना में भारतवासियों की उपलब्धियां बड़ी हैं। बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद अन्य देशों की तुलना में देश में संक्रमण कम फैला है। इस लड़ाई में हर देशवासी ने सहयोग किया है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश में संकल्प शक्ति के साथ सेवा शक्ति बेहद जरूरी है। पीएम मोदी ने तमिलनाडु के सी मोहन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए 5 लाख रुपये जुटाये थे, लेकिन उन्होने इस राशि को इस संकट के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए खर्च कर दिया। पीएम मोदी ने इसी के साथ प्रयासों के लिए अगरतला के गौतम, पठान कोट के राजू दास और वुमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप की भी तारीफ की। पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में ‘लोकल को वोकल’ और ‘मेक इन इडिया’ को और बढ़ावा देने का जिक्र किया।
पीएम मोदी ने इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस और वीडियो क्लासेस का भी जिक्र किया, साथ ही पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन के बारे में बात करते हुए बताया कि वैक्सीन को लेकर पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। पीएम मोदी ने इसके साथ देशवासियों से दो गज की दूरी, चेहरे पर मास्क और हाथों को धोने की आदतों को अपनाने पर ज़ोर दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि फिलहाल किसी के पास इसका इलाज नहीं है, लेकिन मिलकर इसके खिलाफ प्रयास कर रहे हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान रेलवे कर्मचारियों को भी कोरोना वॉरियर्स बताया है। रेलवे ने लाखों श्रमिकों को घर पहुंचाने का काम किया है।
पीएम मोदी ने कहा, “विश्व के तमाम नेताओं की दिलचस्पी योग और आयुर्वेद में बढ़ रही है। हॉलीवुड से हरिद्वार तक लोग योग की ओर बढ़ रहे हैं। लोग ऑनलाइन क्लास और वीडियो के माध्यम से योग सीख रहे हैं। कोरोना संकट के समय में स्वसन प्रणाली को मजबूत करने वाले कई प्राणायाम मौजूद हैं।"
आयुष्मान भारत योजना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी बताया कि इस योजना के तहत 1 करोड़ लोगों का इलाज संभव हुआ है। इसमें से 80 प्रतिशत लाभार्थी ग्रामीण क्षेत्रों से हैं।
पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में पूर्वी भारत में आए अम्फान तूफान और अन्य हिस्सों में हुए टिड्डी दल के आक्रमण के चलते हुए नुकसान का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि हम इस संकट से उबर जाएंगे। पीएम मोदी ने इसी के साथ देशवासियों से जल संरक्षण पर ध्यान देने और नए पेड़ लगाने पर भी ज़ोर दिया।
बीते महीने 26 अप्रैल को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जारी रखते हुए अब मास्क पहनना, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करना और स्वच्छता का ध्यान रखना हमारी आदतों में शामिल हो जाएगा।