20 करोड़ स्मार्टफोन प्रयोगकर्ता बंधेंगे 'जगरनॉट' से, पढ़ेंगे मोबाइल पर किताबें
पीटीआई
पेंग्विन रैंडम हाउस इंडिया की पूर्व प्रकाशक चिकी सरकार ने एक खास प्रकाशन उद्यम शुरू किया है, जिसकी मदद से लगभग 20 करोड़ स्मार्टफोन प्रयोगकर्ता अपने मोबाइल फोन पर किताबें पढ़ सकेंगे।
‘जगरनॉट’ नामक इस नए उद्यम में नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए खास रणनीतियां अपनाई गई हैं। इसके तहत पारंपरिक मुद्रित किताबों को दरकिनार नहीं किया जाएगा। वे भी इसका एक हिस्सा होंगी।
यह पहली बार है, जब भारत के कारपोरेट जगत के कई महत्वपूर्ण लोगों ने एक प्रकाशनघर में निवेश किया है। इन लोगों में इन्फोसिस के सह-संस्थापक और आधार बायोमीट्रिक पहचान परियोजना से जुड़े नंदन नीलकेणि, फैब इंडिया के प्रबंध निदेशक विलियम बिसेल और बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, इंडिया के प्रबंध निदेशक नीरज अग्रवाल शामिल हैं।
प्रकाशक और संस्थापक सरकार द्वारा शुरू किए गए जगरनॉट की मुख्य कार्यकारी अधिकारी दुर्गा रघुनाथ होंगी, जो कि नेटवर्क 18 से आई हैं। वहां उन्होंने फर्स्टपोस्ट डॉट कॉम की स्थापना की थी और वेब 18 की सीईओ बनी थीं। इस तरह से प्रकाशन क्षेत्र के इस नए ‘स्टार्टअप’ में डिजीटल स्वरूप को दिए जाने वाले महत्व की बानगी मिलती है।
सरकार के इस स्टार्टअप से तीन पहलू जु़ड़े हैं- पारंपरिक पृष्ठ, ई-किताबें और फोन पर पढ़ना। उनकी कंपनी हर स्वरूप में सामग्री प्रकाशित करेगी। यह प्रत्येक किताब के अनुरूप तय की गई अलग रणनीति के आधार पर होगा।
‘‘भारत में किताबों पर बड़ा खतरा मंडराने’’ पर यकीन करने वाली सरकार को उम्मीद है कि नया उद्यम भारत में किताबें पढ़ने के तरीके को बदलकर रख देगा।
सरकार ने कहा, ‘‘पन्नों वाली किताब है, ई-किताब है और उसके साथ-साथ फोन में भी अब एक जिंदगी है।’’ शुरूआत में हिंदी और अंग्रेजी में प्रकाशन करने वाले इस नए प्रकाशनघर को उम्मीद है कि वह हर साल एक नई भारतीय भाषा में भी सामग्री लाएगा।