जिस बूढ़ी माँ को घर से निकाला था बेटे ने, उसे सोनू सूद ने दिया मदद का आश्वासन, दिल्ली के परिवार ने अपनाया
उन तमाम नकारात्मक खबरों के बीच, जो हम लगभग रोज सुनते हैं - टिड्डियों के हमले के कारण, कोरोनावायरस और चक्रवात के कारण लोगों की मौत हो रही है - कुछ ऐसे क्षण और घटनाएं होती हैं जो हमें याद दिलाती हैं कि आपको हार नहीं माननी चाहिए और यह जीवन उतना क्रूर नहीं है जैसा कि हम सोचते हैं कि है।
बूढ़ी माँ की दर्द भरी दास्तां
70 वर्षीय लीलावती केदारनाथ दुबे की ये कहानी हैं जिनको उनके बेटे ने मारपीट करते हुए घर से बाहर निकाल दिया। तब वह दिल्ली जाने के लिए मुंबई के एक रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी।
उन्होंने वहाँ लोगों को बताया कि उनके बेटे ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया है। वह दिल्ली जाना चाहती थी जहाँ उनका दूसरा बेटा रहता है, लेकिन वह जानती थी कि वह उन्हें स्वीकार नहीं करेगा। वह दिल्ली में अपने शेष जीवन में भीख मांगने को तैयार थी।
उन्होंने कबूल करते हुए अपनी वेदना लोगों को बताई और कहा,
“क्या करूँ मैं ?" मेरे पास पैसे नहीं हैं।’’
इसके बाद लोगों ने बॉलीवुड फिल्म अभिनेता सोनू सूद से उनकी मदद करने का अनुरोध किया, और उन्होंने (सोनू ने) मदद का आश्वासन भी दिया।
लीलावती के जीवन में आई खुशियाँ
मानवता में हमारे विश्वास को बहाल करते हुए, दिल्ली के एक परिवार ने उन्हें अपनाया है। किरण वर्मा, जो दिल्ली में रहने वाली एक सामाजिक-उद्यमी हैं, कहती हैं, "मुझे एक और दादी का आशीर्वाद मिला है"।
आपको बता दें कि लीलावती दादी ने COVID-19 के लिए टेस्ट भी करवाया है। हालांकि परिणाम प्रतीक्षित हैं।
Edited by रविकांत पारीक