नासा की रिमोट संचालित वाहन डिज़ाइन प्रतियोगिता में 13 भारतीय छात्र
भारत की ओर से चार छात्राओं समेत 13 इंजीनियरिंग छात्रों का एक दल नासा की प्रतिष्ठित वैश्विक प्रतियोगिता में हिस्सा लेगा। यह प्रतियोगिता रिमोट संचालित वाहनों को डिजाइन करने और बनाने को लेकर है।
मुंबई स्थित मुकेश पटेल स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट से ‘स्क्रूड्राइवर्स’ नामक यह दल विभिन्न देशों से आए 40 अन्य दलों के साथ 15वीं वाषिर्क अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता ‘रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल कंपीटिशन’ में स्पर्धा करेगा। ह्यूस्टन में आज से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में चीन, स्कॉटलैंड, रूस, अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड, मेक्सिको, नॉर्वे, डेनमार्क, मिस्र, तुर्की और पोलैंड जैसे देशों के दल शामिल हो रहे हैं।
प्रतियोगिता का आयोजन एमएटीई (मरीन एडवांस्ड टेक्नोलॉजी एजुकेशन) की ओर से करवाया जा रहा है और स्क्रूड्राइवर्स भारत की ओर से गया इकलौता दल है।
इस प्रतियोगिता के लिए भारतीय दल का नेतृत्व प्रोफेसर सावन कुमार नाइक ने किया है। वह 23 जून से 25 जून तक नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर की न्यूट्रल ब्योएंसी प्रयोगशाला में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं। छात्रों को रिमोट से संचालित होने वाले वाहनों का डिजाइन और निर्माण बिल्कुल शुरू से करना है।
प्रमुख तकनीकी अधिकारी विजयेंद्र जोशी ने कहा, ‘‘दिए जाने वाले टास्क हर साल बदलते हंै लेकिन वे हमेशा महासागर से जुड़ी इंजीनियरिंग पर ही आधारित होते हैं।’’ इस साल, नासा बृहस्पति के उपग्रह यूरोपा पर एक मिशन शुरू कर रहा है। चूंकि चंद्रमा पर भी पानी है, ऐसे में छात्रों को एक ऐसा मॉडल तैयार करना है, जो सिर्फ पानी के नीचे ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष में भी काम कर सके।
स्क्रूड्राइवर्स टीम को नवोन्मेषी डिजाइन तैयार करने और इसके किफायती कार्यांवयन के लिए पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, जाने-माने परमाणु वैज्ञानिक डॉ अनिल काकोदकर, रिकॉर्डधारक अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों पुरस्कार मिल चुके हैं। (पीटीआई)