खुले में शौच जाने को लेकर बहू पहुंची थाने, सास-ससुर टॉयलट बनवाने को हुए राजी
अंजुम जब शादी करने के बाद इरफान के घर आई तो उसे भी बाकी सदस्यों की तरह शौच के लिए बाहर खुले में जाना पड़ता। इससे वह बेहद अपमानित महसूस करती थी।
एक दिन झगड़ा काफी बढ़ गया तो अंजुम इस मामले को लेकर पुलिस थाने पहुंच गई। पुलिस के समझााने के बाद सास-ससुर ने घर में बहू को नया शौचालय बनवाकर दिया और विवाद का पटाक्षेप हो गया।
पुलिस ने बताया कि पुलिस जांच में शौचालय के विवाद की बात सामने आयी तो हमने परिवार को टूटने से बचाने के लिए परिवार के लोगों को समझााया और उनके बीच सहमति बनाने के प्रयास किये।
वैसे तो हमारी बॉलिवुड फिल्में हकीकत से दूर ही होती हैं, लेकिन कई बार ऐसा हो जाता है कि रील और रियल लाइफ एक जैसी हो जाती है। ऐसी ही एक घटना देखने को मिली है मध्य प्रदेश के हरदा जिले में, जिसे सुनकर हाल ही में आई अक्षय कुमार की बहुचर्चित फिल्म 'टॉयलट: एक प्रेम कथा की' यादें ताजा हो जाती हैं। दरअसल हरदा जिले में अस्पताल के पीछे वाली बस्ती में रहने वाले इरफान की दो साल पहले ही अंजुम से शादी हुई थी। इरफान का परिवार काफी बड़ा है और उसमें कुल 17 लोग रहते हैं। लेकिन इतने बड़े परिवार के होने के बावजूद उनके घर में शौचालय नहीं था।
अंजुम जब शादी करने के बाद इरफान के घर आई तो उसे भी बाकी सदस्यों की तरह शौच के लिए बाहर खुले में जाना पड़ता। इससे वह बेहद अपमानित महसूस करती थी। इसलिए उसने घरवालों से शिकायत किया और कहा कि खुले में शौच के लिए जाना सही नहीं लगता। लेकिन घरवाले उसकी बात को टाल देते। इस वजह से कई बार झगड़ा भी होता था। एक दिन झगड़ा काफी बढ़ गया तो अंजुम इस मामले को लेकर पुलिस थाने पहुंच गई। पुलिस के समझााने के बाद सास-ससुर ने घर में बहू को नया शौचालय बनवाकर दिया और विवाद का पटाक्षेप हो गया।
थाना प्रभारी निरीक्षक पंकज त्यागी ने आज बताया कि जिला अस्पताल के पीछे रहने वाले 17 सदस्यीय परिवार के लड़के से दो साल पहले निकाह कर आयी बहू अंजुम को शौचालय की समस्या से परेशान होना पड़ा। बड़े परिवार में केवल एक शौचालय के कारण आये दिन विवाद होने लगा। उन्होंने बताया कि विवाद बढ़ने पर अंजुम ने घर में एक और नया शौचालय बनाने की मांग की। घर के बड़े नाराज हो गए और झागड़ा बढ़ गया। इसके बाद बहू ने नाराज होकर पुलिस थाने में अपने पति को छोड़कर बाकी सभी घरवालों की खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी।
मामला एक परिवार का होने की वजह से पुलिस ने बारीकी से जांच की। पुलिस ने बताया कि पुलिस जांच में शौचालय के विवाद की बात सामने आयी तो हमने परिवार को टूटने से बचाने के लिए परिवार के लोगों को समझााया और उनके बीच सहमति बनाने के प्रयास किये। इसके बाद अंजुम के सास ससुर घर में नया शौचालय बनावाने के लिये तैयार हो गये और प्रशासन की मदद से नया शौचालय तैयार हो गया। खास बात यह रही कि शौचालय बनवाने के लिए आधा पैसा थाने से ही दिया गया। त्यागी ने बताया कि नया शौचालय बनने से खुश अंजुम ने पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब कोई विवाद नहीं है।
अंजुम की सास नजमा ने कहा कि नया शौचालय बनने से घर में सब खुश है और उनका परिवार टूटने से बच गया। वहीं पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने भी पुलिसवालों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बेहतर और सकारात्मक पहल की है। इस तरह से विवाद के कारण को खत्म कर संयुक्त परिवार को टूटने से बचाया, यह सराहनीय है। इस अच्छी पहल के लिए प्रधान आरक्षक संजय ठाकुर को मेरी ओर से नगद इनाम दिया जाएगा।
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