सरकार ने दुकानदारों से कार्ड से भुगतान लेने को कहा
उंचे मूल्य के नोटों को बंद किए जाने के बाद डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने आज दुकानदारों से डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करने को कहा। सरकार ने कहा है कि इससे उनकी नकदी की देखरेख की लागत घटेगी तथा डिजिटल लेनदेन रिकार्ड से उन्हंे बैंकों से और कोष हासिल करने में मदद मिलेगी। वित्त मंत्रालय ने डेबिट काडरें पर बार-बार पूछे जाने वाले सवालों का स्पष्टीकरण (एफएक्यू) जारी करते हुए कहा कि दुकानदारों को डेबिट कार्ड से लेनदेन से लाभ मिलेगा, क्योंकि डिजिटल लेनदेन की लागत नकदी संभालने से कम होती है। नकदी को जमा कराने की भी जरूरत नहीं होगी, क्योंकि पैसा सीधा आपके खाते में चला जाएगा।
इसमें कहा गया है कि इससे दुकानदारों का क्रेडिट इतिहास तैयार हो सकेगा जिससे वे बैंकांे से अधिक सहयोग हासिल कर सकेंगे और अन्य वित्तीय पहलों का लाभ उठा सकेंगे। एफएक्यू में कहा गया है कि कार्ड से भुगतान स्वीकार करने पर दुकानदारों के लिए अपनी आय बढ़ाना संभव हो सकेगा और बेहतर ग्राहक सेवाएं दे सकेंगे। मंत्रालय ने कहा कि इलेक्ट्रानिक भुगतान से ग्राहकों को भुगतान का अधिक लचीला विकल्प मिलेगा। इसके अलावा मासिक किस्त (ईएमआई) भुगतान जैसे नवोन्मेषण से ग्राहकों की खरीद क्षमता बढ़ेगी। रपे डेबिट कार्ड के फायदों का जिक्र करते हुए इसमें कहा गया है कि नेशनल पेमेंट कारपोरेशन आफ इंडिया ने दुर्घटना में मौत या स्थायी रूप से अक्षम होने पर बीमा कवर पेश किया है। नॉन प्रीमियम कार्ड :रूपे क्लासिक: के लिए यह बीमा कवर एक लाख रपये तथा प्रीमियम काडरें :रूपे प्लैटिनम: के लिए यह दो लाख रपये है।