दोस्ताना बाइसन रायकू, जो रायपुर वासियों को सफाई के लिए जागरुक करता है
रायकू, एक हंसमुख, प्यारा और दोस्ताना बाइसन है जो शहर को साफ रखने और पर्यावरण की रक्षा करने वाले लोगों को प्यार करता है। रायकू के आने के साथ ही रायपुर संभवत: भारत के पहले शहरों में से एक बन गया जिसके पास अपना खुद का शुभंकर है।
रायकू निगम की कार्यशालाओं, विज्ञापनों और इंटरैक्टिव गतिविधियों जैसे उन सभी कार्यक्रमों का हिस्सा बन चुका है, जो नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करते हैं।
ताकत, स्थिरता और शांति का प्रतीक है बाइसन। इसीलिए जब रायपुर नगरपालिका निगम ने लोगों को अपने शहर के प्रति गर्व और स्वामित्व की भावना का एहसास दिलाने के पहल की, तो उन्होंने इस शानदार पशु को माध्यम के रूप में चुना। खास बात यह है कि बाइसन छत्तीसगढ़ का राज्य पशु भी है।
अक्सर नगरपालिक निगमों को लापरवाह और आवश्यकता से अक्षम होने की दृष्टि से देखा जाता है। यह भी माना जाता है कि शहर की सभी जिम्मेदारियों का पूरा आधार नगर निगम में ही निहित है। रायपुर नगरपालिका निगम इस तरह के विचारों को समाप्त कर शहर के सभी लोगों को शहर के प्रति उनकी जिम्मेदारी का एहसास दिलाना चाहता था। वे इस संदेश को हर दुकान, अस्पताल, होटल, रेस्त्रां कार्यालय और शहर में रहने वाले हर व्यक्ति के सामने रखना चाहते थे। ताकि ये सभी अपने कल्याण और रखऱखाव की जिम्मेदारी को समझें।
इस बारे में नगरपालिका आयुक्त रजत बंसल कहते हैं कि उनका विचार रायपुर को अपने लोगों द्वारा संचालित एक स्मार्ट शहर के रूप में स्थापित करना था और इसके लिए महत्वपूर्ण रणनीति विकसित करना था। आयुक्त रजत बंसल यह भी बताते हैं कि इस दीर्घकालिक आंदोलन पर ध्यान आकर्षित करने का एक तरीका और लोगों से भागीदारी को प्रोत्साहित करना वास्तव में एक शुभंकर था।
रायकू, एक हंसमुख, प्यारा और दोस्ताना बाइसन है जो शहर को साफ रखने और पर्यावरण की रक्षा करने वाले लोगों को प्यार करता है। रायकू के आने के साथ ही रायपुर संभवत: भारत के पहले शहरों में से एक बन गया जिसके पास अपना खुद का शुभंकर है। रायकू के चयन के लिए अंतिम नाम और डिजाइन नगरपालिका निगम द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता के माध्यम से चुना गया, जिसमें आयुक्त रजत बंसल ने भी अपने सुझाव दिए।
इसके बाद औपचारिक रूप से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिहं ने रायकू को लॉन्च किया। उदघाटन के साथ रायकू को एक झाडू के साथ देखा गया, जो इस सन्देश के साथ था कि लोग स्वयं अपने शहर की सफाई के लिए आगे आएं। अब रायकू नगरपालिका निगम के सभी आयोजनों और सन्देशों में नज़र आता है।
रायकू निगम की कार्यशालाओं, विज्ञापनों और इंटरैक्टिव गतिविधियों जैसे उन सभी कार्यक्रमों का हिस्सा बन चुका है, जो नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करते हैं। इनमें कचरा महोत्सव शामिल थे, जिन्होंने बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम किया, हेरिटेज वाक के माध्यम से शहर के ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित और साझा किया गया, मोर रायपुर क्लब द्वारा युवाओं को युवाओं को रायपुर स्मार्ट सिटी पहल, स्मार्ट सखी अभियान और सिटी हाइजीन अवॉर्ड्स में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
इन सभी कार्यक्रमों का हिस्सा होने के साथ ही रायकू ने थिंक रायपुर अभियान को भी बढ़ावा दिया, जिसने शहर की युवाओं से राज्य की राजधानी को एक बेहतर दिशा में बदलने के लिए उद्यमशील विचारों की मांग की। इस अभियान के द्वारा प्राप्त विचारों का मूल्यांकन किया गया और विजेता निगम से समर्थन के साथ अपनी परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए अर्हता प्राप्त करेंगे।
और इन महत्वाकांक्षी योजनाओं की प्रगति पर नजर रखने के लिए रायकू, नागरिकों को मोर रायपुर की दृष्टि का एहसास कराने के साथ उन्हें हर अभियान में आगे आने के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सास-बहू सम्मेलन से सुधर रही है गर्भवती महिलाओं की स्थिति