अमेरिका में बढ़ते संरक्षणवाद से जेटली चिंतित
वित्त मंत्री के अनुसार 'उम्मीद की जानी चाहिए कि चुनाव की गर्मी निकल जाने के बाद मुक्त व्यापार वापस लौटेगा।'
वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं, विशेषरूप से अमेरिका में बढ़ती संरक्षणवाद की प्रवृत्ति पर चिंता जताई। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद कारोबारी कामकाज सामान्य हो जाएगा।
जेटली ने आज निवेश प्रवाह पर ब्रिक्स संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आज धरातल पर जो संकेतक दिखाई दे रहे हैं, उसके अनुसार विकसित दुनिया का एक हिस्सा संरक्षणवाद की ओर बढ़ रहा है। ये चिंताएं वास्तविक हैं क्योंकि इस तरह की नीतियों के फैलने का दुनिया के अन्य हिस्सा पर काफी प्रतिकूल असर पड़ सकता है।’’
हालांकि वित्त मंत्री ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद के रिपब्लिक उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि ये भय वास्तविक है, क्योंकि अधिक से अधिक संरक्षणवादी होता जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि जिस तरह से ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन खुली अर्थव्यवस्था बना रहना चाहता है, अमेरिका में भी राष्ट्रपति चुनाव संपन्न होने के बाद इस तरह के खतरे समाप्त हो जाएंगे। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 8 नवंबर को है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘मेरा खुद का अनुभव है कि चुनाव के दौरान कुछ बयान राजकाज के संचालन के बोझ की वजह से दिए जाते हैं। चुनाव के दौरान बहस का रख संरक्षणवाद का होता है और बाद में सब कुछ सामान्य हो जाता है। ऐसे में हमें इंतजार करना होगा। उम्मीद की जानी चाहिए कि चुनाव की गर्मी निकल जाने के बाद मुक्त व्यापार वापस लौटेगा।’’
वित्त मंत्री ने उम्मीद जताई है कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव संपन्न होने के बाद मुक्त व्यापार को लेकर आशंका समाप्त हो जाएगी।