Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

बच्चों की ‘वानर सेना’ ने इंदौर में सीटी बजाकर रोकी खुले में शौच की प्रवृत्ति, 4 गांव को किया खुले में शौच से मुक्त

बच्चों की ‘वानर सेना’ ने इंदौर में सीटी बजाकर रोकी खुले में शौच की प्रवृत्ति, 4 गांव को किया खुले में शौच से मुक्त

Saturday January 23, 2016 , 4 min Read

इंदौर के चार गांव को बच्चों की वानर सेना ने में खुले में शौच से मुक्त कर दिया...

पांच से बारह साल के बच्चों ने इस काम में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका...

पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन ने इस कदम के लिए प्रेरित किया...


प्रधानमंत्री नरेंद्र ने जो स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया है उसको देशवासी अलग-अलग तरीके से अमल में ला रहे हैं और दूसरों को स्वच्छ रहने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। हर किसी को स्वच्छ रहना है और हर किसी को अपने आस पास में इसके लिए जागरूकता फैलानी है। ज़ाहिर है यह एक मिशन है इसलिए उम्र आड़े नहीं आती। ‘रामायण’ में वानर सेना के कारनामे खूब मशहूर हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में करीब 10,000 बच्चों की वानर सेना के मायने अलग हैं और इन नौनिहालों ने गांवों में खुले में शौच की प्रवृत्ति पर पूरी तरह रोक लगाने के मुहिम में अनोखी भूमिका निभायी है।

image


इंदौर के जिलाधिकारी पी. नरहरि ने देपालपुर क्षेत्र में खुले में शौच से मुक्त हुए चार गांवों के निरीक्षण के बाद योर स्टोरी को बताया,

‘खुले में शौच से मुक्ति के अभियान में पांच से लेकर 12 वर्ष की उम्र के करीब 10,000 बच्चों की टोलियों का अहम योगदान रहा है। हमने इन टोलियों में शामिल बच्चों की नटखट हरकतों के चलते इन्हें 'वानर सेना' का नाम दिया है। इन बच्चों ने जिले के हर गांव में 20 से 30 बच्चों की टोलियां बनाकर इन्हें ‘वानर सेना’ से जोड़ा। फिर गांवों में उन स्थानों की पहचान की, जहां लोग खुले में शौच के लिये जाते थे। इन स्थानों की ओर जाने वाले रास्तों पर बच्चों की टोलियों को तैनात हो गईं। जब इन बच्चों ने खुले में शौच के लिये जा रहे लोगों के सामने बार-बार सीटी बजायी, तो इन लोगों ने शर्मिंदगी महसूस की और पक्के शौचालयों का इस्तेमाल शुरू कर दिया। 

जिलाधिकारी पी. नरहरि ने बताया, ‘वानर सेना में शामिल कुछ नटखट बच्चे ऐसे भी थे, जो खुले में शौच के लिये जा रहे लोगों के हाथ से मग या डिब्बे छीनकर इनका पानी नीचे गिरा देते थे। इससे इन लोगों को उल्टे पैर घर लौटना पड़ता था।’ उन्होंने बताया कि जिले की 312 ग्राम पंचायतों के 610 गांवों के लगभग सभी घरों में पक्के शौचालयों का इस्तेमाल शुरू हो चुका है।

image


पहले तो खुले में शौच करने वाले लोगों को वानर सेना की हरकतें अजीब लगती थीं। लेकिन जब उन्हें समझ में आया कि दरअसल ये बच्चे लोगों के स्वास्थ्य के लिए ही ऐसा कर रहे हैं, तब उन्हें समझ में आने लगा कि ऐसा करना गलत है। धीरे-धीरे खुले में शौच करने वाले लोगों ने इसे चलन में लाना शुरू किया। और आज आलम यह है कि जल्द ही पूरे इंदौर को खुले में शौच की प्रवृत्ति पर अंकुश लगने लगा है और जल्द ही इसे पूरी तरह मुक्त जिला घोषित किया जायेगा।

खुले में शौच के लिए जब लोगों को वानर सेना ने सीटी बजाकर रोकने का काम किया तो लोगों ने इनसे एक सवाल किया कि आखिर वो शौच के लिए कहां जाएं? घर में शौचालय तो है नहीं। इस मौके पर ज़िला प्रशासन सामने आता और उन परिवारों को अनुदान देने का काम करता। लोगों को अनुदान मिलने लगा और ज़िला प्रशासन के साथ मिलकर चलाए जा रहे वानर सेना की मुहिम रंग लाने लगी। देखते ही देखते पिछले चार महीने में ज़िले में 25000 से अधिक शौचालय बनवाए गए हैं जबकि 15000 शौचालय अन्य संसाधनों से बनवाये गए हैं। 

image


कहते हैं देर-सबेर लोगों को समझ में चीज़ें आती हैं पर उसके लिए ज़रूरी है उन्हें उनके हिसाब से समझाना, रोकना और उसके साथ ही एक विकल्प भी देना। इंदौर में वानर सेना की सीटी जब खुले में शौच करने वालों को रोक सकती है तो तय मानिए देश में भी स्वच्छता अभियान के लिए उठाए जा रहे कदम कारगर साबित होंगे। और स्वच्छ भारत का सपना जरूर पूरा होगा।