नए दोस्तों के लिए नया ठिकाना, 'QuackQuack.in'
‘QuackQuack.in’ की स्थापना साल 2010 में हुईतेजी से उभरती भारतीय डेटिंग वेबसाइट ‘QuackQuack.in’‘QuackQuack.in’ की टीम में 15 सदस्य
संयुक्त राष्ट्र की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में सबसे ज्यादा युवा भारत में हैं। इस बात को ऑनलाइन डेटिंग इंडस्ट्री ने हाथों हाथ लिया और वो अब इसे एक बड़े मौके के तौर पर देख रहे हैं। जहां पहले ऑनलाइन डेटिंग को साथी की तलाश के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था वहीं दुनिया में अब ये सामान्य व्यवहार माना जाता है। तभी तो Tinder जैसी कंपनी आज 1.6 बिलियन डॉलर वाली कंपनी हो गई है। वहीं ऑनलाइन डेटिंग में भारतीय कंपनियां भी पीछे नहीं हैं। इस साल मार्च में Truly Madly नाम के भारतीय ऐप ने 35 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया। इसके अलावा आईडीजी वेंचर ने डेटिंग ऐप icrushiFlush में निवेश किया। हालांकि ये निवेश कितना हुआ है इसका खुलासा नहीं किया गया है।
डेटिंग के बाजार में एक खिलाड़ी और भी है QuackQuack.in। जिसकी स्थापना साल 2010 में रवि मित्तल ने की थी। आज इस वेबसाइट के 1 मिलियन से ज्यादा सदस्य हैं। रवि ने 16 साल की उम्र से ही अपने पिता के काम में सहयोग करना शुरू कर दिया था। तब उनके पिता का बैटरी निर्माण का कारोबार था। इससे रवि का सामाजिक दायरा सिकुड़ गया। तब उन्होने ऑनलाइन दोस्त और डेट की तलाश शुरू की। लेकिन तब वो हैरान हो गए कि इंटरनेट की दुनिया में भारतीयों के लिए चुनिंदा डेटिंग वेबसाइट ही मौजूद थी। ऐसे में ज्यादातर लोग फेसबुक या शादी डॉट कॉम के जरिये ही अपने साथी की तलाश करते।
उसी पल उन्होने फैसला लिया कि वो भारतीयों के लिए डेटिंग का एक अलग प्लेटफॉर्म बनाएंगे। उन्होने 2बेडरूम कमरा किराये पर लिया और एक छोटी सी टीम बनाई जिसने मिलकर QuackQuack.in का निर्माण किया। रवि ने QuackQuack.in शुरू करने से पहले गूगल और फेसबुक में डेटिंग को लेकर विज्ञापन भी दिये ताकि वो जान सकें कि ऐसे उद्यम के लिए भारत में कोई बाजार है। लेकिन वो हैरान हो गए कि हर 100 क्लिक में से 20 लोगों ने उनके विज्ञापन को साइनअप किया और ये उनके लिये सकारात्मक संकेत था।
फिलहाल QuackQuack.in की टीम में 15 सदस्य है जिसमें डवलपर, डिजाइनर और डीजिटल मार्केटिंग टीम के सदस्य भी शामिल हैं। QuackQuack.in ने पिछले एक साल के दौरान 5लाख से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ा है और अब इनकी योजना अगले तीन सालों के अंदर 5 मिलियन और लोगों को अपने साथ जोड़ने की है। रवि का कहना है कि वो सदैव चाहते थे कि इंटरनेट के क्षेत्र में कुछ अलग हटकर किया जाए और डेटिंग के विचार से वो काफी उत्तेजित हुए। खासतौर से जब उन्होने देखा कि उपयोगकर्ता उनके बनाये ऐप पर बातचीत कर रहे हैं। रवि के मुताबिक उनको तब ज्यादा खुशी होती है जब कोई उनसे कहता है कि उनके बदौलत ही वो अपने साथ से मिल सके।
इस उद्यम की आय का मुख्य स्रोत प्रीमियम सदस्यता लेने वाले लोग हैं। हांलाकि नये सदस्यों के लिए मुफ्त है जो अपनी पसंद के बारे में दूसरे सदस्यों को बता सकते हैं लेकिन वो मेसेज नहीं कर सकते। अगर कोई सदस्य मेसेज की सेवा लेना चाहता है तो वो विभिन्न प्रकार के सदस्यता शुल्क में से किसी एक को चुन सकता है। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वालों को 1 महीने के लिए 1हजार रुपये, 3 महीने के लिए ढ़ाई हजार रुपये, 6 महीने के लिए 44सौ रुपये और साल भर के लिए 65 सौ रुपये चुकाने होते हैं। कंपनी के मुताबिक करीब 15 से 20 प्रतिशत सदस्य अपनी सदस्यता को दोबारा शुरू कराते हैं। QuackQuack.in का दावा है कि उसे साल 2013-14 में 91 लाख रुपये की आय हुई जबकि 2014-15 में ये बढ़कर 1.81 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
QuackQuack.in के संस्थापक का दावा है कि उनकी टीम कंटेंट के मामले में काफी सख्त है यही कारण है कि टीम में 4 सदस्य ऐसे जो इस पर नजर रखने का काम करते हैं ताकि कोई उपयोगकर्ता गलत कंटेंट अपलोड ना कर दे। कई बार लोग अपने बारे में गलत जानकारी देते है जिसका कोई मतलब नहीं होता या गलत फोटो अपलोड करते हैं। ऐसे मामलों में कंपनी ऐसे कंटेंट पर प्रतिबंध लगा देती है। कंपनी की कोशिश ये रहती है कि लोगों को कम समय में ज्यादा से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिलें। कोई भी उपयोगकर्ता जब इसका इस्तेमाल करता है तो कंपनी उसके दी गई जानकारी का सत्यापन करती है। खराब क्वॉलिटी की फोटो या कंटेंट को अपलोड़ नहीं होने दिया जाता। इसके अलावा इनके पास स्वचालित एल्गोरिदम भी है जिसके जरिये ये स्पैम या दूसरी प्रतिबंधित चीजों पर नजर रख उपयोगकर्ता के खिलाफ तुरंत कदम उठाते हैं।
QuackQuack.in की कोशिश ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को अपने साथ जोड़ने की है ताकि पुरूष और महिलाओं का अनुपात संतुलित रहे। फिलहाल इनके प्लेटफॉर्म में हर 70 पुरूषों में 30 महिला सदस्य हैं। इस वेबसाइट का इस्तेमाल करने वालों की औसत आयु 27 साल है। जो हर दिन 10 से 12 मिनट इस वेबसाइट में रहते हैं। इस वेबसाइट के उपयोगकर्ता मुख्य रुप से दिल्ली, बेंगलुरू, हैदराबाद, और मुंबई से हैं। हालांकि टीयर2 शहरों में अहमदाबाद, चंडीगढ़, जयपुर और लखनऊ जैसे शहरों के लोग भी इनके प्लेटफॉर्म का बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस उद्यम का उद्देश्य अपने में तेजी से बदलाव लाने भविष्य के मुताबिक अपने को ढालने का है। ये लोग उपयोगकर्तों के व्यवहार पर लगातार नजर रखते हैं ताकि जरूरत के मुताबिक ये अपने को भी बदल सकें। अपने उपयोगकर्ताओं की संख्या को बढ़ाने के लिए ये जल्द ही आईओएस वर्जन के लिए खास तरह का ऐप बाजार में उतारने वाले हैं।