नौकरी छोड़ शुरू किया सैंडविच का बिजनेस, सिर्फ दो साल में खोले 42 स्टोर्स
जो कभी घरों और दुकानों में बांटा करता था पत्रिका, वो है आज 42 स्टोर्स का मालिक...
जो लाइफस्टाइल मैग्जीन में जीएम की पोस्ट तक पहुंचे, उनके भीतर सवार था खुद का काम शुरू करने का जुनून और इसीलिए नौकरी छोड़ चेन्नई में शुरू किया खुद का खुद बिजनेस।
तनवीर का बिजनेस इतना सक्सेस हुआ कि सिर्फ एक साल के भीतर ही उनके स्टोर्स की संख्या बढ़कर 15 हो गई। उन्होंने सैंडविच को भारतीय खानों से जोड़ा और उसमें पड़ने वाले मसालों में परिवर्तन किया।
तनवीर कई अवसरों पर बच्चों को मुफ्त में सैंडविच बांटते हैं। अभी बाल दिवस के मौके पर उन्होंने एक संगठन के माध्यम से गरीब बच्चों को सैंडविंच खिलाई थी।
चेन्नई के रहने वाले मोहम्मद तनवीर उम्र के 30वें पड़ाव पर पहुंचने वाले हैं। इतनी कम उम्र में उन्होंने खुद का बिजनेस स्थापित कर लिया है। सैंडविच स्टोर खोलने वाले तनवीर ने बाहुबली की टीम को भी अपनी सैंडविच खिलाई है। उन्होंने सिर्फ एक साल के भीतर अपने स्टोर की संख्या बढ़ाकर 40 कर ली है। आने वाले समय में वह इसे पूरे देश में खोलना चाहते हैं। लेकिन तनवीर की यहां तक पहुंचने की राह आसान नहीं थी। बीबीए की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने कई सारी छोटी-मोटी नौकरियां की। ग्रैजुएशन के ठीक बाद वे तहलका पत्रिका के सेल्स एग्जिक्यूटिव विभाग में काम करते थे। वे वहां पर मार्केटिंग का काम देखते थे।
हालांकि तनवीर को खुद का बिजनेस शुरू करने का कोई आइडिया नहीं था। अपनी मार्केटिंग की नौकरी में वे नए-नए तरीके आजमाते थे। उन्होंने योरस्टोरी को बताया, 'मैं घरों और दुकानों में जाकर पत्रिका बेचा करता था। बाकी लोग 20-30 साधारण दुकानों में जाते थे तो मैं 10 बड़ी दुकानों में पत्रिका की सप्लाई किया करता था। लोग दीवार पर एक विज्ञापन चिपकाते थे तो मैं एक साथ ही 10-15 पोस्टर चिपका दिया करता था, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का ध्यान उस ओर आकर्षित हो सके। '
इसके बाद उन्होंने कई अन्य पत्रिकाओं और अखबारों में मार्केटिंग की नौकरी की। वे लाइफस्टाइल मैग्जीन में जीएम की पोस्ट तक पहुंचे। लेकिन उनके भीतर खुद का काम शुरू करने का जुनून सवार था इसलिए नौकरी छोड़कर चेन्नई में खुद के बिजनेस की की शुरुआत की। लेकिन ज्यादा कुछ जानकारी न होने के कारण उन्हें शुरू में काफी नुकसान झेलना पड़ा। नुकसान काफी बड़ा इस वजह से सभी लोग उन्हें दूसरा बिजनेस शुरू करने से रोक रहे थे। वे सोच रहे थे कि किसी के साथ काम नहीं किया जा सकता। क्योंकि वे खुद का काम करना चाहते थे, जिसमें किसी का हस्तक्षेपप न हो
इसी दौरान उनकी मुलाकात शेख नाम के व्यक्ति से हुई जो चेन्नई के टीटीके रोड पर सैंडविच बेचा करता था। शेख उस इलाके में काफी पॉप्युलर थे। तनवीर ने उनसे कहा कि वे इसे खुद का ब्रैंड क्यों नहीं बना लेते। इस पर शेख को हंसी आई क्योंकि ये आसान काम बिलकुल नहीं था। तनवीर ने उन्हें अपना आइडिया बताया और दोनों ने फिर साथ में सैंडविच स्टोर की स्थापना की। यह बिजनेस इतना सक्सेस हुआ कि सिर्फ एक साल के भीतर उनके स्टोर्स की संख्या बढ़कर 15 हो गई। उन्होंने सैंडविच को भारतीय खानों से जोड़ा और उसमें पड़ने वाले मसालों में परिवर्तन किया। वे सैंडविच में बिना पोटैशियम वाले ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं।
इस वक्त उनके स्टोर्स की संख्या 42 हो गई है। इतना ही नहीं उनके पास मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों से स्टोर खोलने के ऑफर मिल रहे हैं। चेन्नई में बाहुबली फिल्म के गाने के रिलीज के वक्त उन्हें सैंडविच सप्लाई करने का ऑर्डर मिला था। उन्होंने पूरी टीम को अपनी सैंडविच खिलाई। उनके स्टोर्स से ऑनलाइन भी सैंडविच मंगाई जा सकती है। तनवीर कई अवसरों पर वे बच्चों को मुफ्त में सैंडविच बांटते हैं। अभी बाल दिवस के मौके पर उन्होंने एक संगठन के माध्यम से गरीब बच्चों को सैंडविंत बांटी थी। मुश्किल वक्त में लोगों को फ्री में सैंडविच बांटते हैं। चेन्नई में बाढ़ के दौरान उन्होंने फूड बैंक को सैंडविच दान की थी। वे 2020 तक अपने स्टोर्स की संख्या बढ़ाकर 100 कर देना चाहते हैं।
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