भारत में डिजिटल टेक्नोलॉजी का भविष्य उज्वल है: किरण मजूमदार शॉ
प्रौद्योगिकी परंपरागत नौकरियों के खतम होने से उत्पन्न होंगे कई नये अवसर।
जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र की नामी उद्यमी किरण मजूमदार शॉ का मानना है कि भविष्य में रोजगार बाजार में आटोमेशन और डिजिटल प्रौद्योगिकी वालों की ही पूछ ज्यादा होगी। उन्होंने कहा कि नयी प्रद्योगिकी परम्परागत नौकरियों को खत्म करने वाली साबित तो होगी, लेकिन उससे अनेक अवसर भी उत्पन्न होंगे।
उबर, ओला, आमेजन ,फ्लिपकार्ट, एयरबीएनबी और अलीबाबा जैसी नए दौर की प्रौद्योगिकी पर आधारित कंपनियां लाखों की संख्या में नौकरी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न कर रही हैं। इन अवसरों का स्तर परंपरागत नौकरियों के अवसरों की तुलना में कई गुणा ऊंचा है।
औषधि कंपनी बायोकॉन की चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक किरण ने कहा, है कि ‘आटोमेशन से नौकरियों के परंपरागत अवसर खत्म हो जाएंगे। पर पर ई-कामर्स नौकरियों के नए अवसर पैदा करेगा यह परंपरागत व्यवसायों की तुलना में कई गुणा होगा।’ साथ ही उन्होंने ओला और उबर का उदाहरण देते हुए यह भी कहा कि ये कंपनियां 10 लाख से अधिक ड्राइवर तैयार कर चुकी हैं। वे थोड़ी पूंजी से औसतन 75,000 रपए मासिक आय कमा रहे है। इससे उनके कारोबार का माडल बहुत कुशल और प्रतिस्पर्धी बन गया है। इसका वाहन उद्योग पर अच्छा असर है।
अॉनलाइन खुदरा बाजार मंचों ने एक आपूर्ति श्रृंखला खड़ी की है जो कई गुणा रोजगार के अवसर पैदा कर रही है।
किरण को जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए इसी माह के शुरू में फ्रांस सरकार ने अपने देश के सर्वोच्च मानद नागरिक सम्मान ‘कैवेलियर डीला लीजियअन’ से सम्मानित किया है।