एसिड अटैक: 19 साल की उम्र में खत्म हो गई थी जीने की उम्मीद, फेसबुक से मिले शख्स से की शादी
चार साल पहले जब रेशमा खातून पर एसिड अटैक हुआ था तो उन्हें लगा था कि शायद अब जिंदगी खत्म हो गई है। इस हमले में उनका चेहरा बुरी तरह जल गया था और उनकी आंखों की रोशनी भी जा चुकी थी। लेकिन रेशमा न केवल उस हादसे से बाहर आईं बल्कि उन्होंने अपनी जिंदगी संवारने की ऐसी कोशिश की जो कि मिसाल बन गई। बीते शनिवार को रेशमा की शादी थी। फेसबुक के जरिए मिले एक शख्स से उन्होंने शादी की।
इस मौके पर रेशमा काफी खुश थीं। उन्होंने कहा, 'मैं अपने पार्टनर अशोक से फेसबुक के जरिए मिली थी। हमने शुरू के कुछ दिनों तक सिर्फ बातें कीं और फिर मिलने का फैसला किया।' रेशमा कहती हैं, 'एक साल में उन्होंने मुझे प्रपोज किया, लेकिन मुझे लगता था कि अशोक शादी करने के बाद उनकी जिंदगी असमान्य हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और न केवल उन्होंने बल्कि उनके परिवार ने मुझे इतना प्यार दिया कि अब मुझे ऐसा नहीं लगता।'
2014 में रेशमा के ऊपर एक मनचले ने तेजाब फेंका था। वे बताती हैं, 'उसने मेरे चेहरे पर तेजाब जरूर फेंका था लेकिन वो मेरे सपनों को नहीं जला सका।' उस लम्हे को याद करते हुए आज भी रेशमा का हृदय कांपने लगता है। उन्होंने बताया कि वह व्यक्ति एक कार से आया था और तेजाब की पूरी बोतल उनके ऊपर उड़ेल कर चला गया। वह मंजर इतना भयावह था कि रेशमा के बाल और त्वचा पिघल कर कपड़े पर आ गए थे।
इसके बाद रेशमा को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि कोई डॉक्टर केस लेने में घबरा रहा था। उस वक्त रेशमा बुरी तरह से हिम्मत हार चुकी थीं, लेकिन उनकी मां ने उन्हें हौसला दिया और एसिड अटैक सर्वाइवर्स फाउंडेशन की मदद से उन्हें इलाज मुहैया कराया गया। कई सर्जरियों के बाद रेशमा बेड से उठने के काबिल हो पाईं। उन्होंने अतिजीवन फाउंडेशन की सहायता से कंप्यूटर का वोकेशनल कोर्स किया और नौकरी भी हासिल की। फिलहाल वे नोएडा स्थित लेमन ट्री होटल में काम कर रही हैं।
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