अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट, अडाणी एंटरप्राइजेज 25 फीसदी टूटा
अडाणी पोर्ट्स ने किया FDI खाते फ्रीज होने की खबर का खंडन
"मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड ने तीन विदेशी फंड्स Albula इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड के खाते फ्रीज किए। इनके पास अडाणी ग्रुप की चार कंपनियों के 43,500 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के शेयर हैं।"
नयी दिल्ली: गुजरात के बिलिनेयर गौतम अडानी के अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में पिछले एक वर्ष में अच्छी तेजी आई थी। इन शेयर्स ने बड़े अंतर से बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) की ओर से तीन FPI के एकाउंट्स को ब्लॉक करने की रिपोर्ट आने के बाद सोमवार को इन कंपनियों के शेयर्स में भारी गिरावट आई है। इन FPI के पास अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में हिस्सेदारी है। इन तीनों FPI का रजिस्ट्रेशन मॉरीशस में है, जिनमें से दो का पता भी समान है।
अडाणी समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ FPI खातों को राष्ट्रीय प्रतिभूति डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) द्वारा जब्त करने की खबर के बाद इन कंपनियों के शेयरों में सोमवार को सुबह के कारोबार में 25 फीसदी तक की भारी गिरावट देखी गई। इस दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज बीएसई पर 24.99 फीसदी की गिरावट के साथ 1,201.10 रुपये पर, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन 18.75 फीसदी की गिरावट के साथ 681.50 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
इसके अलावा अडाणी ग्रीन एनर्जी पांच प्रतिशत गिरकर 1,165.35 रुपये पर, अडाणी टोटल गैस पांच प्रतिशत गिरकर 1,544.55 रुपये पर, अडाणी ट्रांसमिशन पांच प्रतिशत गिरकर 1,517.25 रुपये पर और अडाणी पावर 4.99 प्रतिशत गिरकर 140.90 रुपये पर आ गए।
इन सभी शेयरों ने अपनी निचली सर्किट सीमा को पार कर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एनएसडीएल ने तीन विदेशी फंडों के खातों को जब्त कर दिया है, जिसके पास अडाणी समूह की चार कंपनियों में हिस्सेदारी है। रिपोर्ट में कहा गया कि इन खातों को 31 मई या उससे पहले जब्त कर दिया गया था।
वहीं दूसरी तरफ अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड ने एनएसडीएल द्वारा तीन विदेशी फंड्स के खाते फ्रीज करने की खबर का खंडन किया है और कहा है कि यह स्पष्ट रूप से गलत है और ऐसा निवेश करने वाले समुदाय को जानबूझकर गुमराह करने के लिए किया गया है।
जिन तीन कंपनियों के खाते फ्रीज होने की खबर है, उन तीनों की अडानी एंटरप्राइजेज में 6.82 फीसदी, अडाणी ट्रांसमिशन में 8.03 फीसदी, अडाणी टोटल गैस में 5.92 फीसदी और अडाणी ग्रीन में 3.58 फीसदी हिस्सेदारी है। एनएसडीएल की वेबसाइट के अनुसार, इन खातों को 31 मई को या उससे पहले ही फ्रीज कर दिया गया था।
आपको बता दें, कि खाते फ्रीज होने से फंड न तो अपने खाते के शेयर बेच सकते हैं और न ही नए शेयर खरीद सकते हैं। ये तीन फंड्स बाजार नियामक सेबी में विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स के तौर पर रजिस्टर्ड हैं और मॉरीशस से अपना कामकाज चलाते हैं।
(साभार : PTI)