प्रेग्नेंट महिला के लिए मसीहा बनीं सेना की डॉक्टर्स, चलती ट्रेन में करवाई प्रीमैच्योर डिलीवरी
भारतीय सेना के जवानों को हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया जाता है और ट्रेनिंग दी जाती है। फिर चाहे वह प्राकृतिक आपदा हो या दुर्घटना। हर तरह के हादसों से देश की रक्षा वाली सेना अपनी खास ट्रेनिंग के लिए जानी जाती है। शनिवार को चलती ट्रेन में इसकी बानगी भी देखने को मिली।
सेना की दो महिला डॉक्टर्स ने चलती ट्रेन में ही एक प्रेग्नेंट महिला की प्रीमैच्योर डिलीवरी करवाई। इस खबर के सामने आने के बाद हर कोई दोनों महिला डॉक्टर्स की तारीफ कर रहा है।
यह है पूरा मामला
इस पूरे काम को अंजाम दिया इंडियन आर्मी की डॉक्टर कैप्टन ललिता और कैप्टन अमनदीप ने। मामला हावड़ा एक्सप्रेस का है जब दोनों महिला डॉक्टर ट्रेन में यात्रा कर रही थीं। रायबरेली जाने के लिए दिल्ली से ट्रेन में बैठी 21 साल की गर्भवती कोमल को अचानक से प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
चूंकि कोहरे की वजह से ट्रेन धीरे चल रही थी और नजदीकी स्टेशन भी दूर था। इस कारण ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते थे। अगर देरी होती तो जच्चा और बच्चा दोनों को खतरा हो सकता है। जैसे ही महिला के बारे में दोनों डॉक्टर्स को पता चला। वे तुरंत महिला के पास पहुंचीं और महिला की स्वस्थ डिलीवरी करवाई। डिलीवरी के बाद मां और नवजात एकदम स्वस्थ हैं।
डिलीवरी सफल होते ही ट्रेन की बोगी में इंडियन आर्मी जिंदाबाद के नारे लगने लगे। अपने बच्चे को पाकर कोमल भी काफी भावुक हो गईं। नवजात शिशु के साथ उनकी तस्वीर इंटरनेट पर काफी वायरल हो रही है।
आपको बता दें कि दोनों ही डॉक्टर्स 172 मिलिटरी हॉस्पिटल गुरदासपुर में तैनात हैं। उनके इस काम की हर कोई तारीफ कर रहा है।
इंडियन आर्मी के सार्वजनिक सूचना अतिरिक्त महानिदेशालय ने अपने आधिकारिक हैंडल पर ट्वीट कर लिखा,
‘‘172 मिलिटरी हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर कैप्टन ललिता और कैप्टन अमनदीप ने हावड़ा एक्सप्रेस में सफर के दौरान एक महिला यात्री की प्रीमैच्योर डिलीवरी करवाई। मां और बच्चा, दोनों स्वस्थ हैं।’’
साथ में डॉक्टर्स की नवजात के साथ फोटो भी पोस्ट किया। आप भी देखिए
सेना के महिला डॉक्टरों की इस काम के लिए चारों तरफ तारीफ हो रही है। उनकी सराहना की जा रही है। बच्चे की मां ने भी दोनों डॉक्टरों को धन्यवाद कहा है।