गूगल ये काम करने के लिए दे रहा है 7 करोड़ रुपये का ईनाम, लेकिन 18 जून तक ही है आपके पास मौका
गूगल अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के नए वर्जन एंड्रॉयड 12 को लाने की तैयारी में है और उसने इसका बीटा वर्जन जारी भी कर दिया है।
आपने खबरों में कई बार पढ़ा और सुना होगा कि गूगल ने करोड़ों रुपये के पैकेज पर लोगों को नौकरी पर रखा है, पर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गूगल एक अन्य तरीके से भी लोगों को करोड़ों रुपये कमाने का मौका दे रहा है।
मालूम हो कि गूगल अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के नए वर्जन एंड्रॉयड 12 को लाने की तैयारी में है और उसने इसका बीटा वर्जन जारी भी कर दिया है। यह बीटा वर्जन फिलहाल बाज़ार में उपलब्ध कुछ चुनिन्दा डिवाइस के लिए ही जारी किया गया है। गूगल के जरिये करोड़ों रुपये कमाने का तरीका इसी नए एंड्रॉयड 12 ओएस से जुड़ा है।
बग ढूंढने से होगी कमाई
किसी भी सॉफ्टवेयर के बीटा वर्जन का मतलब यह होता है कि इसमें अभी संभावित कमियाँ नज़र आ सकती हैं और इसे लगातार बेहतर करने के प्रयास जारी हैं। जब कंपनी सभी खामियों को दूर कर लेती हैं तब वे अपने सॉफ्टवेयर के स्टेबल वर्जन को रिलीज करती हैं जो आमतौर पर पूरी खामियों से दूर और अधिक भरोसेमंद होता है।
रिलीज किए गए एंड्रॉयड 12 के इस बीटा वर्जन में भी तमाम खामियाँ हैं जिन्हे ढूंढ कर सही करना गूगल के लिए सबसे अधिक जरूरी है और इसी लिए वह बग बाउंटी प्रोग्राम चलाकर बाहरी मदद लेते हुए अपने ओएस को बेहतर बनाने का काम करता रहता है।
7 करोड़ रुपये का ईनाम
गूगल का यह बग बाउंटी प्रोग्राम 18 मई से शुरू हुआ है जबकि यह 18 जून तक चलेगा। बग बाउंटी प्रोग्राम में हिस्सा लेने वालों को एंड्रॉयड 12 बीटा 1, एंड्रॉयड 12 बीटा 1.1 में खामियां यानी बग ढूंढने होंगे। एंड्रॉयड रिवार्ड ब्लॉग के अनुसार 18 मई से 18 जून के बीच बग ढूंढने वालों को 50 फीसदी का बोनस भी दिया जाएगा।
गूगल के अनुसार इन बीटा वर्जन में अगर आप फोन की लॉक स्क्रीन को चकमा दे देते हैं यानी उसे बायपास करने में सफल हो जाते हैं तो गूगल की तरफ से आपको 1 लाख डॉलर (करीब 72 लाख 54 हज़ार रुपये) का इनाम मिलेगा। इसी के साथ अन्य तमाम बग के लिए अलग-अलग इनाम राशि घोषित की गई है।
एंड्रॉयड 12 बीटा वर्जन फिलहाल गूगल के पिक्सल फोन के उपलब्ध है, लेकिन कंपनी ने साथ ही वन प्लस, MI और आसुस के कुछ मॉडल के साथ ही कुछ अन्य कंपनियों के फोन के लिए भी जारी करने का ऐलान किया है।
बीते साल बांटे थे 48 करोड़ रुपये
गूगल हर साल अपना बग बाउंटी प्रोग्राम चलता रहता है जिसके जरिये वह सिक्योरिटी रिसर्चर्स को तगड़े रिवार्ड्स देता है। बीते साल यानी 2020 में एंड्रॉयड ने 662 सिक्योरिटी रिसर्चर्स उसके उत्पादों में खामियाँ ढूंढने के एवज में कुल 6.7 मिलियन डॉलर (करीब 48 करोड़ 59 लाख रुपये) का रिवार्ड दिया था।
कंपनी ने तब Android Vulnerability Reward प्रोग्राम के तहत सिक्योरिटी रिसर्चर्स 1.71 मिलियन डॉलर (12 करोड़ 40 लाख रुपये) का रिवार्ड दिया था। रिवार्ड पेआउट के अलावा भी गूगल ने बीते साल 180 से अधिक सिक्योरिटी रिसर्चर्स को खामियाँ ढूंढने के एवज में पुरस्कार के रूप में 4 लाख डॉलर (करीब 2 करोड़ 90 लाख रुपये) की राशि दी थी।
Edited by Ranjana Tripathi