पीएम मोदी का सबसे बड़ा फैन है तमिलनाडु का यह किसान, लोन लेकर बनवा दिया पीएम का मंदिर, रोज करता है पूजा
तमिलनाडु में एक शख्स ने प्रधानमंत्री की योजनाओं से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री का मंदिर बनवा दिया है। मंदिर निर्माण के लिए युवक ने लोन लिया था। गौरतलब है कि अब यह हर रोज़ पीएम मोदी की पूजा करता है।
पीएम नरेंद्र मोदी के प्रशंसक देश और दुनिया में हैं। सारे प्रशंसक या फैंस एक जैसे नहीं होते हैं। इनमें से कई-कई प्रशंसक सबसे हटके और अलग होते हैं। पीएम मोदी का ऐसा ही एक हटके प्रशंसक तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (त्रिची) में है।
बनवाया पीएम मोदी का मंदिर
त्रिची जिले के इराकुड़ी गांव में रहने वाले किसान पी. शंकर पीएम मोदी के इतने बड़े फैन हैं कि उनका मंदिर ही बनवा दिया है। यह मंदिर 8×8 फीट का है। मंदिर में पीएम मोदी की मूर्ति लगाई गई है। 2 फीट ऊंची इस मूर्ति ने सफेद और नीले रंग की जैकेट पहनी हुई है।
रोज़ करते हैं पूजा
वह रोज सुबह मंदिर जाकर पीएम की प्रतिमा को नहलाते हैं और उसकी पूजा करते हैं। 50 साल के पी. शंकर ने यह मंदिर अपने खेत में बनवाया है। पी. शंकर के पास पैसों की कमी थी, इसलिए उन्होंने इस मंदिर को बनवाने के लिए लोन लिया।
इस मंदिर के निर्माण में 8 महीने का समय लगा। इस मंदिर को बनाने के पीछे शंकर कहते हैं,
'मैं मोदी को उनके द्वारा ग्रामीण इलाकों के लिए लाई गई कल्याणकारी स्कीमों और योजनाओं के कारण काफी पसंद करता हूं। अभी तक मैंने मंदिर पर 1,25,000 रुपये खर्च किए हैं। मैं रोज सुबह मूर्ति की पूजा करता हूं।'
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए वह कहते हैं,
'मेरे पास शौचालय की सुविधा नहीं थी लेकिन अब मुझे यह सुविधा मिल गई। मैं ग्रामीण इलाकों के लिए पीएम द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से काफी प्रभावित हूं। इसी के कारण मैंने उनका मंदिर बनाने का निर्णय लिया।'
वह आगे कहते हैं,
'मैं एक किसान हूं जिसके पास 10 एकड़ जमीन है। सऊदी अरब से वापस आने के बाद मैंने यह जमीन खरीदी थी। हमने 8 महीने पहले मंदिर का भूमि पूजन किया था। मैंने अपनी आय में से पैसे बचाए और काम शुरू करवाया।'
मंदिर में हैं और भी तस्वीरें
पीएम मोदी की प्रतिमा के अलावा मंदिर में महात्मा गांधी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, तमिलनाडु के पूर्व सीएम के. कामराज, एम. जी. रामाचंद्रन, जे. जयललिता और वर्तमान सीएम के. पलानिस्वामी की तस्वीरें भी लगी हैं।
शंकर कहते हैं कि वह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी कल्याणकारी योजनाओं से काफी प्रभावित हैं। वह बताते हैं कि मंदिर का निर्माण 8 माह पहले शुरू हुआ था। पैसों की कमी के कारण मंदिर बनने में देरी हुई और पिछले हफ्ते ही मंदिर का उद्घाटन हुआ।