आर्मी ऑफिसर से ऑन्त्रप्रेन्योर बनने वाले रणदीप हुंदल को मिला ‘चैंपियंस ऑफ चेंज – हरियाणा’ अवार्ड
लेफ्टिनेंट कर्नल रणदीप हुंदल को इस पुरस्कार के लिए साहस, सामुदायिक सेवा और समावेशी सामाजिक विकास के मूल्यों को बढ़ावा देने की दिशा में किए गए कार्यों के लिए नामांकित किया गया था.
आर्मी ऑफिसर से ऑन्त्रप्रेन्योर बनने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल रणदीप हुंदल को भारत सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त गैर सरकारी संगठन (NGO) इंटरेक्टिव फोरम ऑफ इंडियन इकॉनमी (IFIE) ने ‘चैंपियंस ऑफ चेंज – हरियाणा’ अवार्ड से सम्मानित किया है. फिलहाल टेरिटोरियल आर्मी में सेवा दे रहे लेफ्टिनेंट कर्नल हुंदल चौथी पीढ़ी के इंडियन आर्मी ऑफिसर हैं. वह इनोविजन लिमिटेड के प्रमोटर डायरेक्टर हैं.
लेफ्टिनेंट कर्नल रणदीप हुंदल को इस पुरस्कार के लिए साहस, सामुदायिक सेवा और समावेशी सामाजिक विकास के मूल्यों को बढ़ावा देने की दिशा में किए गए कार्यों के लिए नामांकित किया गया था. उन्होंने विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों, पाठ्यक्रमों के माध्यम से रोजगार सृजन में योगदान दिया, और अपनी कंपनी इनोविजन लिमिटेड के माध्यम से नौकरियों की पेशकश की.
उन्हें यह पुरस्कार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हयात रीजेंसी चंडीगढ़ में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की उपस्थिति में प्रदान किया. IFIE गांधीवादी मूल्यों, सामुदायिक सेवा, सामाजिक विकास, संस्कृति और खेल को बढ़ावा देने के लिए हर साल भारत में चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड्स का आयोजन करता है.
"चैंपियंस ऑफ चेंज - हरियाणा" पुरस्कार उन लोगों को समर्पित है, जो राज्य से संबंधित हैं और उन्होंने कुछ खास काम किया है और दूसरों को समाज की बेहतरी के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया है. पुरस्कार विजेताओं का चयन पूर्व सीजेआई और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के पूर्व अध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस केजी बालकृष्णन की अध्यक्षता वाली समिति ने किया जिसमें आईएएस, आईपीएस अधिकारी और वरिष्ठ पत्रकार शामिल हैं.
बता दें कि, लेफ्टिनेंट कर्नल रणदीप हुंदल 2 सितंबर, 2000 को जम्मू कश्मीर लाइट इंफैंट्री (JKLI) में शामिल हुए थे. चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी (OTA) के पूर्व छात्र रहे हुंदल शॉर्ट सर्विस कोर्स (एसएससी) - 70 का हिस्सा थे. उन्होंने 5 साल तक JKLI में सेवाएं दी और अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद 01 सितंबर, 2005 को इस्तीफा दे दिया. अक्टूबर 2011 को लेफ्टिनेंट कर्नल हुंदल ने टेरिटोरियल आर्मी में कमीशन लिया और वर्तमान में दिल्ली में तैनात हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल हुंदल ने विभिन्न उग्रवाद विरोधी अभियानों में भाग लिया है.
हुंदल ने कहा कि मुझे इस तरह के प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुनने और सम्मानित करने के लिए मैं जूरी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं. अपने पोस्ट-मिलिट्री करियर के बारे में साझा करते हुए, लेफ्टिनेंट कर्नल हुंदल ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि पूर्व सैनिकों के साथ-साथ क्षेत्र के युवा अच्छी नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो उन्होंने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाने का फैसला किया, जो उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण देकर मदद करेगा.
बता दें कि, उन्होंने Innovision Limited की शुरुआत साल 2007 में की थी. कंपनी आज 200 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार करती है और इसका कॉरपोरेट ऑफिस गुड़गांव में है. देशभर में इसके 55 से अधिक ऑफिस हैं. कंपनी 1000 से अधिक स्थानों पर 500 से अधिक ग्राहकों की सेवा करती है. उनकी कंपनी पूर्व सैनिकों के साथ-साथ भारत के युवाओं के लिए 20 हजार से अधिक नौकरियां पैदा करते हैं.
उन्होंने आगे बताया कि इनोविजन के हरियाणा में 6 ट्रेनिंग सेंटर्स हैं. इनमें 10 हजार से अधिक उम्मीदवारों को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है. फिलहाल, इनोविजन 7000 से अधिक फ्रेशर्स और 25 हजार मौजूदा कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर रही है.
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