1 अक्तूबर से बंद होने जा रही है अटल पेंशन योजना, टैक्सपेयर्स के लिए अब क्या है विकल्प
इस स्कीम में हर साल मामूली निवेश करने पर 60 वर्ष आयु पूरी होने के बाद हर महीने 1000 रुपए से लेकर 5000 रुपए तक पेंशन मिलती है.
हर महीने 5000 रुपए की गारंटीड पेंशन देने वाली भारत सरकार की महत्वाकांक्षी पेंशन स्कीम अटल पेंशन योजना 1 अक्तूबर से टैक्सपेयर्स के लिए बंद हो जाएगी. 7 साल पहले मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को लक्ष्य करके ये योजना शुरू की गई थी, लेकिन अब इसमें कुछ इस तरह के फेरबदल हुए हैं कि इनकम टैक्स भरने वाले लोगों को इसके दायरे से बाहर कर दिया गया है. यह नया नियम आगामी 1 अक्तूबर से लागू हो जाएगा.
क्या है अटल पेंशन योजना
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर भारत सरकार ने वर्ष 2015 में यह पेंशन स्कीम लागू की थी. 2015 के बजट भाषण में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में इस योजना का पहली बार जिक्र किया और उसके कुछ महीने बाद 9 मई, 2015 को कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह स्कीम लागू किए जाने की घोषणा की.
इस स्कीम में हर साल निवेश करने पर 60 वर्ष आयु पूरी होने के बाद हर महीने 1000 रुपए से लेकर 5000 रुपए तक पेंशन मिलती है. भारत सरकार ने घोषणा की थी कि इस पेंशन स्कीम में पांच साल तक सरकार की तरफ से प्रतिमाह 1000 रुपए पेंशन खाते में जमा किए जाएंगे.
इस योजना का लक्ष्य मुख्य रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को रिटायरमेंट के बाद कुछ आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना था. संभवत: यही कारण है कि अब उन लोगों को इस योजना से बाहर किया जा रहा है, जो इनकम टैक्स भरने की क्षमता रखते हैं.
1 अक्तूबर से पहले खुलवा लें अकाउंट
इसलिए यदि आप इस योजना के तहत भविष्य में आर्थिक लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको एक अक्तूबर से पहले ही अटल पेंशन स्कीम में अपना खाता खुलवाकर निवेश की शुरुआत कर देनी चाहिए.
हालांकि इनकम टैक्स भरने वाले लोगों के लिए पेंशन के और भी विकल्प हैं, लेकिन अटल पेंशन योजना में कुछ खास प्रावधान ऐसे हैं, जो बाकी पेंशन स्कीम में नहीं हैं, जैसेकि लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा दी जाने वाली पेंशन स्कीम या फिर नेशनल पेंशन स्कीम.
किसी भी दूसरी स्कीम में आपकी पेंशन की राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आपके पेंशन फंड में कुल कितने रुपए जमा हैं. जबकि अटल पेंशन योजन की शुरुआत करने पर जो धनराशि तय होती है, वह 60 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद मिलती रहती है. इतना ही नहीं, अटल पेंशन योजना में नामित व्यक्ति का यदि निधन हो जाए तो उसके बाद परिवार में आश्रित व्यक्तियों को पेंशन की वह राशि प्राप्त होती रहती है.
पुरानी सभी पेंशन स्कीमों में यह प्रावधान था, लेकिन अब निजी कंपनियों की पेंशन स्कीम इस तरह की सुविधा नहीं दे रही हैं. प्राइवेट पेंशन स्कीम्स में आपको एक तरह से वही पैसा वापस मिलता है, जो आपने इतने सालों में जमा किया है. यदि आपने अच्छी रकम जमा की है तो आपको अच्छी पेंशन मिलेगी.
अटल पेंशन योजना में अपना अकाउंट खुलवाने के लिए आयु सीमा 18 से लेकर 40 वर्ष तक है. अकाउंट खोलते समय आपकी कितनी उम्र है, इससे तय होगा कि आपको प्रतिमाह पेंशन स्कीम में कितने पैसे जमा करने होंगे. यदि कोई व्यक्ति 18 वर्ष की आयु में अटल पेंशन स्कीम में अपना अकाउंट खुलवाता है तो 60 वर्ष का होने तक यानी कि अगले 42 सालों तक उस व्यक्ति को अपने अकाउंट में प्रतिमाह 210 रुपए जमा करने होंगे. तब 60 साल का होने के बाद उसे हर महीने 5000 रुपए की पेंशन मिलेगी. इसी तरह यदि कोई व्यक्ति 25 साल, 30 साल की या 40 साल की उम्र में इस पेंशन स्कीम को लेता है तो उसका प्रतिमाह का प्रीमियम बढ़ जाएगा.
(बैनर तस्वीर: Freepik)
Edited by Manisha Pandey