10 कारण जिनकी वजह से दुनिया की नजर है छत्तीसगढ़ की 'स्काई' पर
यह लेख छत्तीसगढ़ स्टोरी सीरीज़ का हिस्सा है...
छत्तीसगढ़ में शुरू हुई संचार क्रांति योजना यानी ‘स्काई’ देश ही नहीं बल्कि दुनिया की अलग-अलग सरकारों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रही है। देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से नीति-निर्माता, विद्वान, कारोबारी, वैज्ञानिक, समाजशास्त्री आदि छत्तीसगढ़ आकर इस योजना का अध्ययन कर रहे हैं।
इस योजना के जरिये छत्तीसगढ़ में न केवल स्मार्ट फोन/मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या बढ़ाना है बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि राज्य के अधिकांश हिस्से में 4 जी मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी हो।
छत्तीसगढ़ में शुरू हुई संचार क्रांति योजना यानी ‘स्काई’ देश ही नहीं बल्कि दुनिया की अलग-अलग सरकारों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रही है। देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से नीति-निर्माता, विद्वान, कारोबारी, वैज्ञानिक, समाजशास्त्री आदि छत्तीसगढ़ आकर इस योजना का अध्ययन कर रहे हैं। यह योजना अपने में कई विशेषताएं समाये हुए है इसी वजह से नीतिनिर्धारक और समाजशास्त्री इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल करने के इच्छुक हैं। जो सबसे बड़ी 10 बातें लोगों को संचार क्रांति योजना ओर खींच रही हैं वे इस प्रकार हैं,
1. संचार क्रांति योजना के तहत 50 लाख स्मार्ट फोन राज्य के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले 50 लाख लोगों के बीच बांटने का लक्ष्य तय किया गया गया।
2. यह योजना भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में अपने क़िस्म की पहली और अब तक की सबसे बड़ी फोन वितरण योजना है।
3. योजना का सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को पहुँचेगा, क्योंकि सीधे 45 महिलाओं के हाथों में स्मार्ट फोन आ जाएगा। महिला शक्तिकरण की दिशा में इस योजना को एक बड़ा कदम बताया जा रहा है।
4. महिलाओं के बाद सबसे ज्यादा लाभ विद्यार्थियों को मिलने वाला है क्योंकि 5 लाख विद्यार्थियों के हाथ में स्मार्ट फोन होंगे।
5. काफी शोध-अनुसंधान, चिंतन-मनन, अध्यनन करने के बाद योजना की रूप रेखा तय गयी और लक्ष्य निर्धारित किया गये।
6. 50 लाख लाभार्थी होने के बावजूद ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि कागज का कम से कम इस्तेमाल किया जाय और सारी प्रक्रिया सूचना-प्रौद्योगिकी के अलग-अलग साधनों और संसाधनों के माध्यम से हो।
7. इस योजना के जरिये छत्तीसगढ़ में न केवल स्मार्ट फोन/मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या बढ़ाना है बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि राज्य के अधिकांश हिस्से में 4 जी मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी हो। यानी इस योजना के जरिये दूरस्त इलाकों, जंगलों में बसे छोटे-बड़े गाँवों को भी मोबाइल फोन और नेटवर्क कनेक्टिविटी से जोड़ने की कोशिश हो रही है। यानी इस योजना की वजह से छत्तीसगढ़, जोकि अभी मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी के मामले में सबसे पीछे है वह अग्रिम पंक्ति में आ जाएगा। इस योजना की वजह से स्मार्ट फोन इस्तेमाल करने वाले लोगों का प्रतिशत 29 से बढ़कर 80 प्रतिशत होने की प्रबल संभावना है। ग्रामीण इलाकों में मोबाइल नेटवर्क कवरेज 66 से बढ़ाकर 90 प्रतिशत होने की भी उम्मीद है। योजना के तहत 1500 नये मोबाइल टॉवर भी लगाये जाएँगे।
8. संचार क्रांति योजना को उनके लक्ष्य तक पहुँचाने के लिए 7500 वितरण केंद्र स्थापित किये जाएँगे जहाँ 5000 लोग, 1,50,000 मानव घंटे के हिसाब से काम करेंगे।
9. योजना की वजह से छत्तीसगढ़ के 20700 गाँवों में से 17000 गाँव नेटवर्क से जुड़ जाएँगे। केवल 3700 गाँवों के करीब 3.5 लाख लोग ही नेटवर्क कवरेज एरिया के बाहर रहेंगे और इन गाँवों को जल्द ही कवरेज एरिया में लाने की कोशिश होगी।
10. योजना के कार्यान्वयन के लिए मार्गदर्शिका बनायी गयी है और इस मार्गदर्शिका के जरिये सभी संबंधित लोगों की भूमिका स्पष्ट की गयी है। हर जगह पारदर्शिता सुनिश्चित है।
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