रिटायर होने के बाद हाईकोर्ट के जज लौटे अपने गांव, कर रहे हैं खेती
दरअसल अपना कार्यकाल पूरा होने के बा 62 वर्ष में सेल्वम को सेवानिवृत्ति मिल गई। रिटायर होने के बाद आराम की जिंदगी बिताने के बजाय वे अपनी जड़ों की तरफ यानी खेती की तरफ लौट आए।
सेल्वम खुद ही सारा काम करते हैं। वे रोज सुबह 6 बजे उठकर अपने खेतों में जाते हैं और जुताई-बुआई का सारा काम करवाते हैं। वे खुद ही ट्रैक्टर चलाते हैं और उन्हें खेती से जुड़ी मशीनों की भी अच्छी जानकारी है।
इन दिनों सोशल मीडिया पर मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जज ए सेल्वम की तस्वीरें वायर हो रही हैं। इन तस्वीरों में वे टीशर्ट और हाफ पैंट के साथ सिर में गमछा बांधे ट्रैक्टर से खेत जोतते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के जरिए उनकी काफी तारीफ की जा रही हैं। दरअसल अपना कार्यकाल पूरा होने के बा 62 वर्ष में सेल्वम को सेवानिवृत्ति मिल गई। रिटायर होने के बाद आराम की जिंदगी बिताने के बजाय वे अपनी जड़ों की तरफ यानी खेती की तरफ लौट आए। उन्होंने शिवगंगा जिले के तिरुप्पतुर ताल्लुक में अपने पैतृक गांव में खेती करनी शुरू कर दी।
आज के दौर में जज रिटायर होने के बाद भी फुरसत नहीं करते बल्कि वे किसी न किसी कमीशन या ट्रिब्यूनल का जिम्मा संभाल लेते हैं। लेकिन इन सभी कामों से दूर सेल्वम खेती करने लौट आए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सेल्वम हमेशा से खेती करना चाहते थे। पूर्व जज का यह सपना अब जाकर पूरा हुआ। सेल्वम ने 13 साल हाई कोर्ट में जज के तौर पर काम किया। सोशल मीडिया और वॉट्सऐप पर जो वीडियो वायरल हो रहे हैं उनमें तमिल भाषा में सेल्वम की सादगी के बारे में भी काफी कुछ लिखा गया। जब उन्हें ये मैसेज दिखाए गए तो वे हंस पड़े और कहा कि खती करना तो उनका पुराना सपना था।
सेल्वम जिस परिवार में पले बढ़े वहां कई पीढ़ियों से खेती की जाती रही है। उन्होंने कहा, 'खेती करना तो मेरा मूल पेशा है और मुझे नहीं लगता कि जज से किसान बन जाना कोई बड़ी बात है। इसे सौभाग्य कहें या दुर्भाग्य मैं पढ़ने में अच्छा निकल गया तो मुझे लॉ की पढ़ाई करने के लिए मदुरै भेज दिया गया।' उन्होंने 1981 में अपने करियर की शुरुआत की थी। सेल्वम ने मदुरै में बतौर जज काफी दिनों तक पदभार संभाला उसके बाग वे चेन्नई हाई कोर्ट आ गए। इसी साल 2018 में रिटायर होने के बाद अब सेल्वम अपने गांव में 5 एकड़ में खेती कर रहे हैं।
सेल्वम खुद ही सारा काम करते हैं। वे रोज सुबह 6 बजे उठकर अपने खेतों में जाते हैं और जुताई-बुआई का सारा काम करवाते हैं। वे खुद ही ट्रैक्टर चलाते हैं और उन्हें खेती से जुड़ी मशीनों की भी अच्छी जानकारी है। उन्होंने बताया, 'मैंने अभी खेतों में धान लगाए हैं जो कि यहां की मुख्य फसल है। धान की फसल जब तैयार हो जाएगी तो मैं सब्जियां और मूंगफली उगाऊंगा।' भारतीय न्यायिक व्यवस्था के बारे में बात करते हुए सेल्वम कहते हैं, 'मैं पूरी न्यायिक व्यवस्था को दोष नहीं दे रहा हूं लेकिन हां भारत में न्याय व्यवस्था बहुत प्रभावी नहीं है यही वजह है कि भ्रष्ट नेता कानून के हाथ से बच निकलते हैं।'
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