‘open streets’, फिटनेस गतिविधियाँ सार्वजनिक स्थान पर
वह गुडगाँव में हर वीकेंड ट्रैफिक रोक कर खेलों का आयोजन कराती है|
गुडगाँव को भारत के भविष्य का शहर कहा जाता है लेकिन जब बात खेल सुविधाओं और बुनियादी सुविधाओं की आती है तो वह खरा नही उतरता है| ध्रुवस्वामिनी ने भारत में खेल के प्रति कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया| वह हर रविवार को गुडगाँव में यातायात को रोकती है जिससे वहाँ पर 4 किमी के अंदर फिटनेस गतिविधियाँ जैसे साइकिलिंग,स्केटिंग रनिंग और अन्य खेले जा सके| यह पहला ऐसा ‘open streets’ प्रोजेक्ट है जो सार्वजनिक स्थलों पर मार्च 2014 तक जारी रहेगा|
ध्रुव भारत में DUPLAYS(एक संयुक्त अरब अमीरात स्थित कंपनी) की संस्थापकों में से एक है जो गुडगाँव में मनोरंजन के खेल का निर्माण के लिए प्रयास करती है| ध्रुव चंदौसी (उत्तर प्रदेश में एक छोटे शहर) की निवासी है और आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की और इनसीड(INSEAD) से एमबीए किया| मैकिन्से के साथ मिलकर ध्रुव अपने नए उद्यम के लिए उत्साहित है| वह कहती हैं,
“कुछ कारण से, उद्यमशीलता हमारे समय में प्रशंसनीय है| क्योकिं जब आप किसी काम की शुरुआत करते है तो आप को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और ग्राहकों की शिकायतों से निपटना होता है| ऐसे समय में, आप का काम के लिए जुनून और प्यार आप को बनाये रखता है|”
उद्यमी जीवन को चलाने के लिए, ध्रुव ने प्राथमिकताओं को सीखा है| “आप को हमेशा 20 चीजें करनी होती है, लेकिन आप उन में से कुछ ही करते है| आप को सीखना होता है कि कौन सा काम महत्वपूर्ण है और कौन सा काम बाद में हो सकता है|” ,वह कहती हैं, “एक चीज है जिसको मैं महत्व देती हूँ वह है किसी काम से असहमत होना ..... अगर आपकी अलग राय है तो आप उसे व्यक्त करते हैं।”
yourstory के ध्रुव से उनके स्टार्टअप और भारत में स्पोर्ट्स कल्चर में कैसे बदलाव की उम्मीद है, के बारे में बात की|
प्रश्न- आप भारत में DUPLAYs से क्यों जुड़ी?
ध्रुव- मैं अपने बोर्डिंग स्कूल के दिनों में अलग-अलग स्पोर्ट्स खेलती थी और जब मैंने काम करना शुरू किया तो उन दिनों को याद करती हूँ| मैंने महसूस किया कि हमारे पास खेल सुविधा नही थी| मैंने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर वीकेंड में बास्केटबॉल प्रत्योगिता का विचार आया और फेसबुक में हमारे बास्केटबॉल ग्रुप की चर्चा होने लगी| इस उत्साहजनक प्रतिक्रिया से मैं इसके मार्केट को समझी| और मैंने भारत में DUPLAYS के साथ पार्टनर का निर्णय लिया|
प्रश्न- आप को व्यक्ति के रूप में और एक उद्यमी के रूप में क्या उर्जा मिलती है?
ध्रुव- भारत में स्पोर्ट्स कल्चर की कमी है और मुझे ख़ुशी है कि मैं इस कमी को कम करने की कोशिश का हिस्सा हूँ| हम लोगों की नियमित रूप से खेलने में मदद करते हैं और इस प्रक्रिया का उद्देश्य स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देना है| मैं चाहती हूँ कि लोग जब खेल से जुड़े तो उसे मनोरंजन की तरह ले जैसे वे मूवी या शॉपिंग या बाहर खाने के लिए जा रहे हो|
प्रश्न- अभी तक का अनुभव कैसा रहा?
ध्रुव- मैंने लोगों और बिज़नस करने के बारे में बहुत सीखा है| हमारे साथ 2500 लोग पंजीकृत है और गुडगाँव में हमारे साथ खेल रहे हैं| हम बास्केटबॉल, फुटबॉल, टेनिस, स्क्वैश, बैडमिंटन और टीटी जैसे खेलों का आयोजन करते हैं| हाँ, हम क्रिकेट का आयोजन नहीं करते हैं| हमारा 'open streets' कार्यक्रम लोगों को बहुत आकर्षित कर रहा है।
वैसे हमने बहुत सी चुनौतियों को सामना किया| शुरुआत में हमारे पास कार्यक्रम के लिए प्रोफेशनल लोग नही थे, लेकिन धीरे-धीरे हमने इसका प्रबन्ध किया|
प्रश्न- क्या आप बिना किसी की मदद के काम करती है? यदि हाँ, तो धन जुटाने के लिए आपकी क्या योजनाएं हैं?
ध्रुव- शुरुआत में हमें DUPLAYS से मदद मिली और अब इसे ख़त्म करते की सोच रहे हैं| हम दूसरे शहरों में भी इसे लॉन्च करने की सोच रहे हैं| जो इस साल के अंत तक हो सकता है|
प्रश्न- हमें संस्थापक टीम के बारे में थोड़ा बताये और आप एक साथ कैसे आये?
ध्रुव- सौबीर दत्त और मैं संस्थापक सदस्य हैं| मैंने शुरुआत बास्केटबॉल गेम को ओर्गानिज़ करने से शुरू किया, लोग फुटबॉल के लिए भी ऐसा करने के लिए कहने लगे| सौबीर दत्ता नियमित रूप से फुटबॉल खेलते थे और इसे ओर्गानिज़ करने में मेरी मदद कर सकते थे जो की मैं नही कर सकती थी| एक दिन कॉफ़ी पर हमने इस बारे में बात की| दो महीने बाद उन्होंने adidas में मार्किटिंग की जॉब छोड़ दी और हमारे साथ आ गये|