PrimeCaller: ठगी और धोखाधड़ी वाली फोन कॉल से मिलेगा छुटकारा; Truecaller से है टक्कर
TRAI के अलावा कुछ प्राइवेट कंपनियां भी हैं, जो ठगी और धोखाधड़ी वाली फोन कॉल्स से निजात दिलाने की कोशिश कर रही हैं. स्टार्टअप PrimeCaller भी उन्हीं में से एक है. यह कॉलर आईडी, स्पैम/फ्रॉड कॉल ब्लॉकिंग और फ्री कॉल रिकॉर्डिंग जैसे फीचर देता है.
हाइलाइट्स
PrimeCaller कॉलर आईडी, स्पैम/फ्रॉड कॉल ब्लॉकिंग और फ्री कॉल रिकॉर्डिंग जैसे फीचर देता है
गुरुग्राम स्थित PrimeCaller के फाउंडर और सीईओ मोहित बरड़िया हैं
PrimeCaller विज्ञापन-आधारित रेवेन्यू मॉडल पर काम करता है
स्टार्टअप अभी बूटस्ट्रैप्ड हैं. यानि कि इसने अभी तक कोई बाहरी फंडिंग नहीं जुटाई है
स्पैम और फ्रॉड (ठगी और धोखाधड़ी) वाली फोन कॉल्स से दुनिया भर में लोग परेशान हैं. इस तरह की फोन कॉल्स से लोगों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है और उन्हें ब्लैकमेल भी किया गया है. भारत में इन कॉल्स पर अंकुश लगाकर लोगों को ठगी से बचाने के लिए दूरसंचार नियामक TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) निरंतर प्रयासरत है.
लेकिन TRAI के अलावा कुछ प्राइवेट कंपनियां भी हैं, जो इस तरह की फोन कॉल्स से निजात दिलाने की कोशिश कर रही हैं. स्टार्टअप PrimeCaller भी उन्हीं में से एक है.
YourStory ने हाल ही में गुरुग्राम स्थित PrimeCaller के फाउंडर और सीईओ मोहित बरड़िया (Mohit Bardia) से बात की. मोहित ने PrimeCaller की शुरुआत, बिजनेस मॉडल, रेवेन्यू, फंडिंग, और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.
मोहित [बरड़िया] बताते हैं, “अलग-अलग प्रोजेक्ट पर काम करने के बाद, मैंने भारत में ‘प्राइवेसी-फोक्स्ड कॉल प्रोटेक्शन’ की बढ़ती ज़रूरत देखी. और यही कारण था कि मैंने 2024 में PrimeCaller की शुरुआत की.”
बिजनेस और रेवेन्यू मॉडल के बारे में समझाते हुए मोहित बताते हैं, “PrimeCaller विज्ञापन-आधारित रेवेन्यू मॉडल पर काम करता है. हम उपयोगकर्ता अधिग्रहण और प्रतिधारण को महत्त्व देते हैं. उपयोगकर्ता को बिना किसी लागत के फ्री कॉल रिकॉर्डिंग, स्पैम ब्लॉकिंग और अधिक गोपनीयता जैसे ज़रूरी फीचर मिलते हैं. हम ऐप को पूरी तरह से फ्री रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसकी कोई प्रीमियम सब्सक्रिप्शन फीस नहीं है. सब्सक्रिप्शन की मुश्किलों को खत्म करके, हमारा लक्ष्य बाज़ार में अपनी अलग पहचान बनाना है, जिससे सभी के लिए एडवांस्ड कॉल मैनेजमेंट और स्पैम प्रोटेक्शन बेहतर हो सके.”
मोहित ने बताया कि उन्होंने प्रारंभिक विकास और परिचालन लागतों को कवर करने के लिए व्यक्तिगत रूप से PrimeCaller में 6 लाख रुपये का निवेश किया है. स्टार्टअप अभी बूटस्ट्रैप्ड हैं. यानि कि इसने अभी तक कोई बाहरी फंडिंग नहीं जुटाई है.
फिलहाल, मेड इन इंडिया ऐप — PrimeCaller — यूजर एक्विजिशन स्टेज में हैं, और स्टार्टअप का ध्यान स्केलिंग पर है. साल के अंत तक, इसे एक लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं तक पहुंचने की उम्मीद है.
PrimeCaller की शुरुआत को लेकर किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इस सवाल के जवाब में मोहित बरड़िया कहते हैं, “हमारी पहली चुनौती कॉल रिकॉर्डिंग और स्पैम प्रोटेक्शन जैसे एडवांस्ड फीचर देते हुए सहज उपयोगकर्ता गोपनीयता (यूजर प्राइवेसी) सुनिश्चित करना रही है. हमें एक मज़बूत आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI)-बेस्ड स्पैम डिटेक्शन सिस्टम बनाने में भी महत्वपूर्ण तकनीकी बाधाओं का सामना करना पड़ा जो वास्तविक समय में धोखाधड़ी की सटीक पहचान करता है और उसे रोकता है. इसके अलावा, इस सेक्टर में पहले से मंझे हुए खिलाड़ियों (Truecaller) के साथ प्रतिस्पर्धा करना और सब्सक्रिप्शन फीस लिए बिना खुद को अलग करना एक महत्वपूर्ण मार्केटिंग चुनौती थी.”
PrimeCaller स्पैम-फ्री कम्यूनिकेशन सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. यह ऐप प्राइवेसी-फर्स्ट समाधान मुहैया करने पर ध्यान केंद्रित करती है, उभरते खतरों से आगे रहने के लिए लगातार AI के माध्यम से इनोवेशन कर रही है. व्हाट्सएप पर धोखाधड़ी का पता लगाने और मैसेज में लिंक की जांच करने जैसे आगामी फीचर्स के साथ, यह उपयोगकर्ताओं के अपने कॉल और मैसेज को सुरक्षित कर रही है.
मोहित बताते हैं, “हमारा मानना है कि सुरक्षा के लिए कोई कीमत नहीं चुकानी चाहिए और हमारा ऐप हमेशा मुफ़्त रहेगा.”
अंत में, PrimeCaller को लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए फाउंडर और सीईओ मोहित बरड़िया कहते हैं, “हमारा लक्ष्य अपने यूजर बेस को 20,00,000 से अधिक तक बढ़ाना है. हम SMS और WhatsApp के लिए AI-बेस्ड फ्रॉड/स्पैम डिटेक्शन जैसे नए फीचर लॉन्च करेंगे जो संभावित ठगी या धोखाधड़ी के मैसेज लिंक का विश्लेषण करेगी. इसके अलावा, हम स्पैम कॉल और मैसेज की पहचान में आगे रहने के लिए फ़ैमिली ट्रैकर और निरंतर अपडेट जैसे एडवांस्ड सिक्योरिटी फीचर लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं.”