दिल्ली में 13 नवंबर तक रहेगी BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों के चलने पर रोक
राजधानी में वायु गुणवत्ता में सुधार के बाद दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से प्राथमिक विद्यालयों को फिर से खोलने का फैसला किया है.
दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल चार-पहिया वाहनों के चलने पर लगी रोक 13 नवंबर तक जारी रहेगी. वहीं ट्रकों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. राजधानी में वायु गुणवत्ता में सुधार के बाद दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से प्राथमिक विद्यालयों को फिर से खोलने का फैसला किया है, वहीं उसके 50 प्रतिशत कर्मियों के घर से काम करने के आदेश को भी वापस लिया गया है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘क्रमिक कार्रवाई कार्ययोजना (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल चार-पहिया वाहनों के चलने पर रोक जारी रहेगी.’’ परिवहन विभाग ने एक आदेश में कहा कि नियम का उल्लंघन करते हुए वाहन चलाते पाए जाने पर मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा, जिसमें 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है. आपातकालीन सेवाओं के लिए तैनात वाहन जैसे फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और सरकार और चुनाव संबंधी कार्यों में जुटे वाहन इस प्रतिबंध के दायरे में नहीं आते हैं.
परिवहन विभाग ने एक आदेश में कहा, ‘‘राष्ट्रीय राजधानी में क्रमिक कार्रवाई कार्य योजना (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल चार-पहिया वाहनों के चलने पर लगी रोक 13 नवंबर तक जारी रहेगी. उपरोक्त निर्देश 13 नवंबर तक या जीआरएपी चरण में अधोमुखी संशोधन, जो भी पहले हो, तक लागू रहेंगे. यदि सीएक्यूएम (वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग) जीआरएपी-तृतीय और उससे ऊपर के प्रतिबंधों का आदेश देता है तो प्रतिबंध 13 नवंबर के बाद भी जारी रहेंगे.’’
इन गतिविधियों पर भी लगाया था प्रतिबंध
सीएक्यूएम ने दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में सार्वजनिक परियोजनाओं जैसे राजमार्ग, फ्लाईओवर, बिजली ट्रांसमिशन और पाइपलाइनों में निर्माण कार्य पर भी प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, जीआरएपी के चरण एक से तीन के तहत उपाय लागू रहेंगे और पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सभी संबंधित एजेंसियों द्वारा लागू किये जाएंगे, उनकी निगरानी की जाएगी और समीक्षा की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि एक्यूआई का स्तर आगे 'गंभीर' श्रेणी में नहीं आए.
AQI लगातार तीसरे दिन ‘बेहद खराब’ श्रेणी में
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार तीसरे दिन सोमवार को ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया और आने वाले दिनों में मौसम संबंधी प्रतिकूल स्थितियों के कारण इसके और बिगड़ने की आशंका है. यह बात पूर्वानुमान एजेंसियों ने कही है. राजधानी दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार के 339 से खराब होकर सोमवार को 354 हो गया. शनिवार को यह 381 था. पंजाब में खेतों में पराली जलाने की घटनाएं एक दिन पहले के 599 की तुलना में सोमवार को बढ़कर 2,487 हो गईं.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाली पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी रविवार के 18 फीसदी से घटकर सोमवार को 14 फीसदी रह गई.
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Edited by Ritika Singh