टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट को लेकर BIS ने जारी किए मानक, जानिए क्या है नया अपडेट
उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि 16 नवंबर को हुई पिछली बैठक में स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि के लिए यूएसबी टाइप सी को चार्जिंग पोर्ट के रूप में अपनाने पर हितधारकों के बीच सहमति बनी थी. इसके मद्देनजर बीआईएस ने टाइप सी चार्जर के लिए मानक तैयार किए हैं.
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) यूएसबी टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट के लिए गुणवत्ता मानक जारी किए हैं. स्टेकहोल्डर्स के बीच टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट को लेकर बनी सहमति के बाद बीआईएस ने यह कदम उठाया है.
कंज्यूमर्स के हित को ध्यान में रखते हुए और ई कचरे को कम करने के लिए सरकार ने मोबाइल फोन और वियरेबल इलेक्ट्रानिक उपकरणों के लिए दो कॉमन चार्जिंग पोर्ट पेश करने की योजना बनाई है.
उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि 16 नवंबर को हुई पिछली बैठक में स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि के लिए यूएसबी टाइप सी को चार्जिंग पोर्ट के रूप में अपनाने पर हितधारकों के बीच सहमति बनी थी. इसके मद्देनजर बीआईएस ने टाइप सी चार्जर के लिए मानक तैयार किए हैं.
वहीं, पहनने योग्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे स्मार्च वॉच आदि के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर सिंगल चार्जिंग पोर्ट तैयार करने के लिए अध्ययन कर रहा है. रिपोर्ट जमा हो जाने के बाद उद्योग से जुड़े लोगों के साथ इस पर चर्चा की जाएगी.
कॉमन चार्जिंग पोर्ट्स को भारत में कब से अनिवार्य बनाया जा सकता है? इस सवाल पर रोहित कुमार ने बताया कि हमें यूरोपीय यूनियन की टाइमलाइन के हिसाब से ही चलना होगा, जो कि वहां 2024 को रखा गया है.
दरअसल मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक मेकर्स के पास वैश्विक सप्लाई चेन है, वो अकेले इंडिया को सप्लाई नहीं करते. 16 नवंबर को हुई मीटिग में वियरेबल्स के लिए एक यूनिफॉर्म चार्जिंग पोर्ट कितना कारगर होगा या नहीं इसका पता लगाने के लिए एक सब-ग्रुप कमिटी का भी गठन हुआ. इस ग्रुप में इंडस्ट्री निकायों, शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि भी होंगे.
इसके अलावा ई-कचरे के संबंध में अगर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के लिए अगर यूनिफॉर्म चार्जिंग पोर्ट का सिस्टम लागू किया जाता है तो इसका क्या असर पड़ेगा? इसके संभावित नतीजे निकालने के लिए यूनियन एनवायरमेंट मिनिस्ट्री एक स्टडी कराने की सोच रही है.
मीटिंग में शामिल स्टेकहोल्डर्स ने सहमति जताई है कि कॉमन चार्जिंग पोर्ट्स को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए. ताकि इंडस्ट्री और कंज्यूमर्स एक साथ इसे अपना सकें.
यूनिफॉर्म चार्जिंग पोर्ट LiFE लाइफस्टाइल फॉर एनवायरमेंट की दिशा में उठाया गया एक कदम है. इस मिशन को प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने COP-26 के दौरान लॉन्च किया था. इसका मकसद लोगों को विवेकपूर्ण तरीके से खपत करने के बजाय विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल को बढ़ावा देना है.
LiFE मिशन दुनिया भर में ऐसे इंडिविजुअल्स का नेटवर्क तैयार करना है जो एनवायरनमेंट फ्रेंडली लाइफस्टाइल को अपनाने और प्रमोट करने में प्रतिबद्धता जताएंगे. इस लोगों के ग्रुप को प्रो-प्लानेट पीपल' (P3) का नाम दिया गया है.
Edited by Upasana