गौतम अडानी की संपत्ति में आई भारी गिरावट, मुकेश अंबानी की 5 अरब डॉलर घटी, अब बची इतनी...
इस महीने की शुरुआत में, गौतम अडानी को पिछे छोड़कर मुकेश अंबानी ने दुनिया में सबसे अमीर भारतीय होने का खिताब हासिल किया था. लेकिन अब दोनों की नेट वर्थ (संपत्ति) में भारी गिरावट देखी गई है.
2023 में अब तक दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani net worth) और गौतम अडानी (Gautam Adani net worth) को संपत्ति के मामले में सबसे ज्यादा घाटा हुआ है. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के आंकड़ों के अनुसार, अडानी की नेट वर्थ में साल-दर-साल 78 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट देखी गई है, जबकि अंबानी की नेट वर्थ में 5 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है. इस तरह, दोनों दिग्गज उद्योगपतियों की नेट वर्थ में आई गिरावट को मिलाकर देखा जाए, तो यह 83 बिलियन डॉलर से अधिक है. (Mukesh Ambani, Gautam Adani net worth loss)
इस महीने की शुरुआत में, अडानी को पछाड़ते हुए अंबानी ने दुनिया में सबसे अमीर भारतीय होने का खिताब हासिल किया. इंडेक्स के अनुसार, 23 फरवरी 2023 तक दुनिया के शीर्ष अरबपतियों की सूची में 12वें स्थान के साथ मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति (नेट वर्थ) 81.5 बिलियन डॉलर है. इस बीच, गौतम अडानी की संपत्ति 42.7 बिलियन डॉलर है. वे इंडेक्स में 29वें पायदान पर हैं. अडानी पिछले साल दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स थे.
हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर दबाव में हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसने समूह की कुछ प्रतिभूतियों में शॉर्ट पोजीशन ली और गलत कामों का आरोप लगाया, जिसे समूह ने बार-बार 'निराधार' कहकर खारिज कर दिया है. समूह के शेयरों में तेज बिकवाली पर अनिश्चितता ने भी भारतीय शेयर बाजार से पूंजी के बहिर्वाह में योगदान दिया है.
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स दुनिया के सबसे अमीर लोगों की दैनिक रैंकिंग है. प्रत्येक अरबपति के प्रोफाइल पेज पर नेट वर्थ विश्लेषण में गणना के बारे में विवरण प्रदान किया गया है. न्यूयॉर्क में हर कारोबारी दिन की समाप्ति पर आंकड़े अपडेट किए जाते हैं.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) के कारण अडानी ग्रुप Adani Group की कंपनियों के शेयरों में आई भारी गिरावट का असर मार्केट कैपिटलाइजेशन (m-cap) रैंकिंग पर भी हुआ है. इस रैंकिंग में भारत एक पायदान नीचे खिसककर 7वें पायदान पर आ गया है. वहीं, इसका फायदा ब्रिटेन को हुआ जो कि 6वें नंबर पर पहुंच गया है.
बता दें कि, 9 महीने पहले ही भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़कर पहली बार टॉप-5 में जगह बनाई थी. दो महीने से भी कम समय में भारत दो पायदान खिसक चुका है. 31 जनवरी को ही फ्रांस ने भारत को पीछे छोड़कर पांचवें पायदान पर कब्जा कर लिया था.