Brics MSME गोलमेज सम्मेलन में MSME सेक्टर की वृद्धि में तेजी लाने के लिए भविष्य का रोडमैप तैयार करने पर जोर
MSME मंत्रालय ने ब्रिक्स MSME गोलमेज सम्मेलन की मेजबानी की है। यह ब्रिक्स राष्ट्रों के 'वृद्धि में तेजी लाने वाले क्षेत्र' के लिए कोविड के बाद रोडमैप के दृष्टिकोण पर केंद्रित है। इस गोलमेज सम्मेलन में सभी ब्रिक्स देशों की सरकार और निजी क्षेत्र की भागीदारी देखी गई।
MSME के सचिव बी.बी. स्वैन ने कोविड-19 के बाद MSME क्षेत्र की वृद्धि में तेजी लाने के लिए भविष्य का रोडमैप तैयार करने और MSME के लाभ के लिए कारोबारी माहौल बनाने की दिशा में मार्गदर्शन पर जोर दिया है। 'वृद्धि में तेजी लाने वाले क्षेत्र' के लिए कोविड के बाद के रोडमैप के ब्रिक्स राष्ट्रों के दृष्टिकोण को संबोधित करते हुए उन्होंने MSME पर महामारी के नुकसान की सीमा और MSME की सुरक्षा के लिए सरकार की कोविड प्रतिक्रिया नीतियों/कार्यक्रमों का मूल्यांकन करने का आह्वाहन किया।
MSME मंत्रालय ने ब्रिक्स MSME गोलमेज सम्मेलन की मेजबानी की है। यह ब्रिक्स राष्ट्रों के 'वृद्धि में तेजी लाने वाले क्षेत्र' के लिए कोविड के बाद रोडमैप के दृष्टिकोण पर केंद्रित है। इस गोलमेज सम्मेलन में सभी ब्रिक्स देशों की सरकार और निजी क्षेत्र की भागीदारी देखी गई। वहीं उद्योग संघों, MSME टूल रूम और डीआई आदि की ओर से भी 200 से अधिक सहभागी उपस्थित थे।
बैंक ऑफ इंडिया के निर्यात-आयात उप प्रबंध निदेशक और भारत एसएमई फोरम के अध्यक्ष ने MSME के त्वरित विकास के लिए वैश्विक और क्षेत्रीय मूल्य श्रृंखलाओं में MSME के एकीकरण, कोविड-19 के बाद के परिदृश्य में MSME के लिए डिजिटलीकरण की भूमिका और उनके डिजिटल परिवर्तन के लिए सरकारी उपाय और ब्रिक्स फोरम का लाभ उठाने को संदर्भित किया।
इसके बाद सरकार और निजी क्षेत्र के संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अलग-अलग सत्रों में निर्धारित ब्रिक्स राष्ट्रों के सरकारी और निजी क्षेत्र की ओर से प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला आयोजित की गई।
ब्रिक्स साझेदारों ने मौजूदा संदर्भ में सही समय पर और प्रासंगिक होने के कारण भारत की नियोजित गतिविधियों की सराहना की और भारत की प्रस्तावित विभिन्न पहलों पर एक साथ काम करने के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
(साभार: PIB)