भाई-बहन को था स्ट्राबेरी उगाने का शौक, लॉकडाउन में अपने इस शौक से ही कमा रहे हैं तगड़ा मुनाफा
वृत्ति और पार्थ ‘Freshville’ नाम के ब्रांड के तहत स्ट्राबेरी बेचने का काम कर रहे हैं। व्हाट्सऐप के साथ ही दोनों अपने इस ब्रांड के इंस्टाग्राम पेज के जरिये भी ऑर्डर पा रहे हैं।
कोरोना महामारी को रोकने के लिए लगाए गए पहले देशव्यापी लॉकडाउन के साथ बहुत से लोग घर पर रहते हुए अपने पैशन को फॉलो करने की कोशिश में जुट गए थे, हालांकि अधिकांश लोग बाद में इसे जारी नहीं रख सकें। इससे उलट इसी दौरान भाई-बहन की एक जोड़ी ने ना सिर्फ लॉकडाउन के दौरान अपने पैशन को फॉलो किया बल्कि उसे एक खास बिजनेस में भी तब्दील कर दिया।
चंडीगढ़ में रहने वाली वृत्ति और फिलहाल मुंबई के एक कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई कर रहे उनके भाई पार्थ के पास चंडीगढ़ में कुछ एकड़ पुस्तैनी जमीन है। दोनों ही खेती में ख़ासी दिलचस्पी रखते हैं और अपने इस खेत पर स्ट्राबेरी उगाना चाहते थे।
4 एकड़ जमीन तक पहुंची उपज
वृत्ति के अनुसार उनके भाई पार्थ के भीतर भी खेती को लेकर काफी दिलचस्पी है। पार्थ ने ही इंटरनेट के माध्यम से खेती की मॉडर्न तकनीक और तरीकों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी। पार्थ ने इस दौरान इन तकनीकों का अध्ययन किया जिनका इस्तेमाल स्ट्राबेरी की खेती क बेहतर करने में किया जा सकता था।
इन तकनीकों ने वृत्ति और पार्थ के पक्ष में काम किया और मार्च 2020 में इसका परिणाम स्ट्राबेरी की बेहतर खेती के रूप में सामने आया। वृत्ति बताती है कि उन्होंने स्ट्राबेरी की खेती के लिए किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया है। स्ट्राबेरी उगाने की शुरुआत आधा एकड़ जमीन से हुई थी, लेकिन अब दोनों भाई-बहन करीब 4 एकड़ जमीन पर स्ट्राबेरी की खेती कर रहे हैं।
लॉकडाउन ने खड़ी की मुसीबत
वृत्ति की मानें तो उनका प्राथमिक उद्देश्य यही था कि इतनी स्ट्राबेरी उगाई जा सकें जिसे वे अपने परिवार और अपने परिचितों में बाँट सकें, हालांकि यह उपज उनकी उम्मीद से कहीं अधिक हुई और इसी के साथ ही उन्होंने इसे अन्य लोगों तक भी पहुंचाने के लिए बाज़ार का सहारा लेने का निर्णय किया।
मार्च 2020 में ही कोरोना महामारी के चलते पहले देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई जिससे वृत्ति और पार्थ के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई। वृत्ति के अनुसार उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से जरूरी परमिशन ली जिसके बाद वे अपनी इन स्ट्राबेरी को घर-घर जाकर डिलीवर कर सकती थी।
घर-घर पहुंचा रहे फ्रेश स्ट्राबेरी
वृत्ति और पार्थ ‘Freshville’ नाम के ब्रांड के तहत स्ट्राबेरी बेचने का काम कर रहे हैं। व्हाट्सऐप के साथ ही दोनों अपने इस ब्रांड के इंस्टाग्राम पेज के जरिये भी ऑर्डर पा रहे हैं।
पार्थ खेत में स्ट्राबेरी की उपज का ख्याल रखते हैं, जबकि वृत्ति मार्केटिंग और क्लाइंट का काम देखती हैं। इसी के साथ इस काम में दोनों की मदद के लिए 11 अन्य कर्मचारी भी उनके साथ लगे हुए हैं जो स्ट्राबेरी तोड़ने से लेकर उनकी पैकेजिंग और डिलीवरी का काम करते हैं।
दोनों ने शुरुआत में व्हाट्सऐप के जरिये ही अपनी स्ट्राबेरी का प्रचार करना शुरू किया था, जिसके बाद उन्हें बड़ी तादाद में ऑर्डर मिलने शुरू हो गए। वृत्ति के अनुसार आज वह हर रोज़ 80 से 100 ऑर्डर डिलीवर कर रही हैं। वृत्ति और पार्थ इस दौरान स्ट्राबेरी से जुड़े अन्य उत्पादों जैसे जैम और क्रश-स्लश आदि का भी निर्माण कर रहे हैं।
अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए वृत्ति कहती हैं कि वे शहर में विभिन्न सुपरमार्केट के साथ काम करते हुए दिल्ली समेत अन्य शहरों में विस्तार की तरफ बढ़ रही हैं।
Edited by रविकांत पारीक