हमने नियमों का पालन किया, BYJU'S सबसे ज्यादा FDI लाने वाला स्टार्टअप: बायजू रवींद्रन
एडटेक यूनिकॉर्न BYJU'S के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने हाल ही में अपने कर्मचारियों को चिठ्ठी लिखकर कंपनी की स्थिति के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा प्राप्त व्यापक विदेशी धन और उनके द्वारा किए गए विदेशी अधिग्रहण की संख्या के कारण उन पर जांच की गई.
प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate - ED) द्वारा
के ठिकानों की तलाशी लेने के बाद, एडटेक यूनिकॉर्न के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) ने हाल ही में अपने कर्मचारियों को चिठ्ठी लिखकर कंपनी की स्थिति के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा प्राप्त व्यापक विदेशी धन और उनके द्वारा किए गए विदेशी अधिग्रहण की संख्या के कारण उन पर जांच की गई.रवींद्रन ने अपने कर्मचारियों को भेजे गए एक ई-मेल में लिखा, "हमने अपनी विकास रणनीति के हिस्से के रूप में पिछले कुछ वर्षों में कई विदेशी अधिग्रहण (लगभग 9,000 करोड़ रुपये की राशि का निवेश) किए हैं. मैं यह भी उजागर करना चाहता हूं कि BYJU'S ने किसी भी अन्य भारतीय स्टार्टअप (28,000 करोड़ रुपये) की तुलना में भारत में अधिक FDI लाया है, और इसके परिणामस्वरूप, हम 55,000 से अधिक प्रतिभाशाली पेशेवरों के लिए नौकरी के अवसर पैदा करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि यह स्टार्टअप के बीच भारत की सबसे बड़ी नियोक्ता है."
ईडी ने शनिवार को कहा कि कंपनी को मिले 28,000 करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के संबंध में जांच की जा रही थी, जो कि एडटेक प्रमुख को 2011 से 2023 की अवधि के दौरान प्राप्त हुआ था. एजेंसी ने आगे कहा कि कंपनी ने विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के नाम पर इसी अवधि के दौरान विभिन्न विदेशी प्राधिकारों को मोटे तौर पर ₹9,754 करोड़ का भुगतान भी किया है.
ईडी द्वारा उठाए गए सवालों के बावजूद, रवींद्रन ने अपने कर्मचारियों को यह कहते हुए आश्वस्त करने की कोशिश की कि फर्म ने सभी नियमों का पालन किया है और सभी लेनदेन पेशेवरों द्वारा जांचे जा रहे हैं. उन्होंने लिखा, "BYJU'S ने सभी लागू विदेशी मुद्रा कानूनों का पूरी तरह से पालन करने के लिए सभी प्रयास किए हैं और हमारे सभी सीमा-पार लेनदेन को इसके पेशेवर सलाहकारों और निवेश कोषों के सलाहकारों और अन्य परिष्कृत प्रतिपक्षों द्वारा विधिवत जांचा गया है."
उन्होंने आगे लिखा, "इसके अलावा, ऐसे सभी लेनदेन केवल नियमित बैंकिंग चैनलों/RBI के अधिकृत डीलर बैंकों के माध्यम से किए जाते हैं और आवश्यक दस्तावेज और वैधानिक फाइलिंग विधिवत जमा की गई है. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं."
हालांकि रवींद्रन का दावा है कि सभी नियमों और विनियमों का पालन किया जा रहा है, वहीं, ED के अनुसार कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 से अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट तैयार नहीं किए हैं औरकंपनी ने अपने अकाउंट्स का ऑडिट नहीं कराया है.