TLB विवाद का हाल निकाला जा रहा है, जल्द ही सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद: बायजू रवींद्रन
बीते कुछ समय में एडटेक कंपनी को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा है, जिसमें ऑडिटर के रूप में डेलॉइट का छोड़ना, तीन प्रमुख बोर्ड सदस्यों का इस्तीफा, 1.2 बिलियन डॉलर टीएलबी पर लेनदारों के साथ संघर्ष और वित्तीय विवरण दाखिल करने में देरी सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं.
एडटेक सेक्टर की दिग्गज भारतीय कंपनी
चर्चाओं के जरिए टर्म लोन बी (TLB) विवाद का हल निकालने के लिए काम कर रहा है. कंपनी अदालत के हस्तक्षेप के बिना आने वाले हफ्तों के भीतर बेहतर समाधान प्राप्त करने के लिए आश्वस्त है. हाल ही में हुए कंपनी के टाउन हॉल स्पीच में को-फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने ये बातें कही है.बीते कुछ समय में एडटेक कंपनी को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा है, जिसमें ऑडिटर के रूप में डेलॉइट का छोड़ना, तीन प्रमुख बोर्ड सदस्यों का इस्तीफा, 1.2 बिलियन डॉलर टीएलबी पर लेनदारों के साथ संघर्ष और वित्तीय विवरण दाखिल करने में देरी सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं.
मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार, कंपनी के कर्मचारियों को एक आधिकारिक संबोधन में, रवींद्रन ने कंपनी के सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार किया और अपनी टीम को "आगे बढ़ने" के लिए प्रेरित किया.
रवींद्रन ने अपनी टीम को आश्वासन दिया कि तीन बोर्ड सदस्यों का छोड़ना डेलॉइट के इस्तीफे से अलग है. उन्होंने अगले पांच वर्षों के लिए BDO को अपने वैधानिक ऑडिटर (statutory auditors) के रूप में नियुक्त करने की रणनीति पर भी जोर दिया, जिसके परिणामस्वरूप डेलॉइट की विदाई हुई. उन्होंने कहा कि इस पारस्परिक रूप से सहमत निर्णय का उद्देश्य आगे बढ़ते हुए कुशल और समय पर ऑडिट को प्राथमिकता देना है.
पिछले हफ्ते, चार बड़ी अकाउंटिंग फर्मों में से एक, डेलॉइट ने आधिकारिक तौर पर BYJU'S और Aakash के वैधानिक ऑडिटर के रूप में कंपनी को छोड़ दिया, कंपनी द्वारा अपने FY22 वित्तीय विवरण दाखिल करने में देरी को अपने इस्तीफे के लिए जिम्मेदार ठहराया.
इस सप्ताह की शुरुआत में, YourStory ने बताया कि BYJU'S अपने FY22 ऑडिट को पूरा करने और दिसंबर तक FY23 ऑडिट को खत्म करने के लिए सितंबर की समय सीमा का लक्ष्य बना रहा है. कंपनी हाल ही में तीन बोर्ड सदस्यों के जाने के बाद अपने बोर्ड में स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति पर भी विचार कर रही है.
पिछले शुक्रवार को, Peak XV Partners के जीवी रविशंकर, Prosus के रसेल ड्रिसेनस्टॉक और Chan Zuckerberg Initiative के विवियन वू - BYJU'S के तीन प्रमुख बोर्ड सदस्यों ने आधिकारिक तौर पर एडटेक फर्म के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था.
Edited by रविकांत पारीक