BYJU’s पर खराब लर्निंग गुणवत्ता का आरोप, फीस वापसी के साथ 30 हजार रुपये के मुआवजे का आदेश
पिछले साल, मंजू आर. चंद्रा को बायजूस के रिप्रेजेंटेटिव्स ने अपने बच्चों के लिए लर्निंग ऐप की सदस्यता लेने के लिए तैयार किया था. रिप्रेजेंटेटिव्स ने यह भी कहा कि बच्चों को 25 हजार रुपये की दो टैबलेट दी जाएंगी.
दिग्गज एडटेक प्लेटफॉर्म
पर खराब लर्निंग गुणवत्ता का आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता ने अपनी फीस वापस पाने और मुआवजे का मुकदमा जीत लिया है.शख्य को एडटेक प्लेटफॉर्म को दी गई 99 हजार रुपये की फीस रिफंड मिली है और इसके साथ 30 हजार रुपये का मुआवजा भी हासिल हुआ है.
पिछले साल, मंजू आर. चंद्रा को बायजूस के रिप्रेजेंटेटिव्स ने अपने बच्चों के लिए लर्निंग ऐप की सदस्यता लेने के लिए तैयार किया था. रिप्रेजेंटेटिव्स ने यह भी कहा कि बच्चों को 25 हजार रुपये की दो टैबलेट दी जाएंगी.
सदस्यता शुल्क को ईएमआई में बदल दिए जाने के वादे पर मंजू और उनके चचेरे भाई मधुसूदन बी. ने 99 हजार रुपये का भुगतान करने के लिए एक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया.
हालांकि, कुछ ही दिनों में उन्हें एहसास हो गया कि जो स्टडी मटेरियल और जो टैबलेट उन्हें मिले हैं, वे उस पैसे के लायक नहीं हैं, जो उन्होंने चुकाए थे.
इसके बाद, मंजू और मधुसूदन ने सदस्यता समाप्त करना चाहा और पैसे वापस मांगे. इस संबंध में BYJU'S को ईमेल और फोन कॉल किए गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु रूरल एंड अर्बन फर्स्ट एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रेसल फोरम, शांतिनगर में थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ शिकायत की, जो BYJU'S चलाता है.
अदालत में, उन्होंने पेमेंट और दिए गए प्रोडक्ट्स का सबूत पेश किया. कानूनी नोटिस दिए जाने के बावजूद, BYJU'S फोरम के सामने पेश होने में विफल रहा और उसे एकपक्षीय घोषित कर दिया गया. अपने फैसले में, उपभोक्ता अदालत ने निष्कर्ष निकाला कि वास्तव में उसकी ओर से सेवा की कमी थी.
अदालत ने फैसला सुनाया कि लर्निंग ऐप के एमडी को ग्राहक को 99 हजार रुपये का शुल्क 12 फीसदी ब्याज के साथ चुकाना होगा. अदालत ने BYJU'S को हर्जाने के लिए 25 हजार रुपये और ग्राहकों को मुकदमेबाजी खर्च के लिए 5,000 रुपये का भुगतान करने का भी आदेश दिया. कंपनी की ओर से पैसा मिलने के बाद शिकायतकर्ता को टैबलेट वापस करने होंगे.