अब यात्रा करना होगा टेंशन फ्री, विस्ता रूम्स लगाएगा आपके रूम की टेंशन पर ब्रेक
- अंकिता सेठ ने रखी अप्रेल 2015 में विस्ता रूम्स की नीव- कंपनी ट्रेवलर्स को सस्ते, सेफ और साफ-सुथरे रूम्स दिलवाती है- ऑनलाइन बुकिंग के जरिए आप विभन्न शहरों में रूम बुक करवा सकते हैं
भारत एक बहुत बड़ा बाजार है और इसी कारण दुनिया भर की बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत में आ रही हैं। यहां बिजनेस की अपार संभावनाएं हैं केवल बड़ी कंपनियों के लिए ही नहीं बल्कि जो भी व्यक्ति कुछ अलग करना चाहता है वो यहां पर कुछ कर सकता है यहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ है बस जरूरत है सजग रहने की। अंकिता सेठ एक ऐसी ही युवा उद्यमी हैं जिन्होंने भारत में एक नए बिजनेस की जरूरत को पहचाना, समझा और अपने मित्रों के साथ काम में लग गईं और अपने काम को शुरू करने के चंद महीनों में ही अपार सफलता भी प्राप्त की। अंकिता अपने पिता से काफी प्रभावित थीं वे पिछले चार दशकों से अफ्रीका में बिजनेस कर रहे हैं और वे ही अंकिता के प्रेरणा स्रोत हैं। अंकिता भी अपना ही कुछ काम करके खुद के लिए मुकाम बनाना चाहतीं थीं। उनकी इच्छा थी कि लोग उन्हें उनके काम के बूते जानें और उनका नाम हो। अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए अपने मित्रों के साथ उन्होंने नीव रखी विस्ता रूम्स की। कंपनी रियायती दरों पर लोगों को टीयर2 और टीयर 3 शहरों में होटल्स में रूम्स दिलवाती है।
अंकिता ने अपने करियर की शुरूआत सन 2006 में स्नेंटन चेज नाम की कंपनी के साथ जुड़कर की कंपनी एक ग्लोबल एग्जीक्यूटिव सर्च फर्म थी यहां पर अंकिता ने लगभग डेढ़ साल काम किया उसके बाद उन्होंने एक केपीओ ज्वाइन किया। कुछ समय के लिए अंकिता ने युनाइटिड नेशन्स में भी काम किया। फिर वे मुंबई की ओयो रूम्स से भी जुड़ीं और वहां बतौर एक्वीजीशन हेड काम किया।
इन सभी संस्थाओं में काम करने के अनुभव से अंकिता ने काफी कुछ सीखा। चाहे वो काम को बारीकी से करना हो, लोगों के साथ मिलकर करना हो ये सब चीजें अंकिता ने सीखीं और इसी तजुर्बे ने उनकी मदद की आगे बढ़ने में और खुद का काम शुरू करने में। होटल इंडस्ट्री उन्हें काफी पसंद थी और जब उन्होंने थोड़ी रिसर्च की तो पाया की इस इंडस्ट्री में काफी गैप है जो यदि भरा जाए तो काफी फायदा हो सकता है। इसी कंसेप्ट पर काम करते हुए उन्होंने अपने दो मित्रों के साथ अप्रेल 2015 में शुरूआत की विस्ता रूम्स की। विस्ता रूम्स लोगों को छोटे-बड़े शहरों में सेफ और आरामदायक स्टे की गारंटी देता है।
अंकिता ने कंपनी शुरू करने से पहले काफी शहरों की यात्रा की और पाया कि लोगों को अच्छे और सस्ते रूम ढूंढने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जो सेफ और आरामदायक होने के साथ-साथ किफायती भी हों।
विस्ता रूम्स का नया कांस्पेट काफी कम समय में ही काफी हिट हुआ कंपनी की लांच के कुछ महीनों के अंदर ही विस्ता रूम्स ने 60 शहरों में 500 होटल्स के साथ टाई-अप किया । आज विस्ता रूम्स एक ट्रस्टिड़ ब्रैंड बन के उभरा है। ग्राहकों ने और होटल इंडस्ट्री ने कंपनी पर काफी भरोसा जताया है। इनकी क्लाइंट लिस्ट में विदेशी ट्रेवलर, कॉर्पोरेट ट्रेवलर, धार्मिक यात्रा करने वाले यात्री हैं और विभिन्न लोग शामिल हैं।
अंकिता को शुरूआत से ही घूमना काफी पसंद था वे अपनी हर यात्रा को वो काफी प्लैन करती और हर यात्रा से पहले वे घंटों एक सही, सेफ व किफायती रूम की तलाश किया करती थीं। वे बताती हैं कि उनके जैसे कई लोग और भी हैं जिनको अच्छी अकॉमडेशन पाने में दिक्कत आती थी और काफी समय लगता था। लेकिन अब विस्ता रूम ने लोगों की दिक्कतों को दूर करने में अहम भूमिका निभाई है। अंकिता और उनके मित्रों ने काम को शुरू करने से पहले काफी रिसर्च की काफी जगह वे घूमें कई लोगों से बात की और उसके बाद ही अपना काम शुरू किया। ये लोग काम में किसी भी प्रकार की गलती नहीं होने देना चाहते थे इसलिए हर छोटी-बड़ी चीज पर इन्होंने गौर किया और फूक-फूक कर कदम रखा।
टीयर2 और टीयर3 शहरों में जब ये लोग गए तो इन्होंने देखा कि यहां पर रूम साफ सुथरे नहीं थे और अच्छा कमरा पाने में काफी दिक्कते आ रही थीं जो अमूमन हर यात्री को आती हैं। बड़े- बड़े शहरों में तो आसानी से रूम मिल जाते हैं लेकिन छोटे शहरों में अच्छे रूम पाना दिक्कत का काम था और अपने इस नए वेंचर के द्वारा उन्होंने इसी काम को किया और लोगों को अच्छे रूम उपलब्ध करवाए। कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन इनकी साइट पर आकर आसानी से रूम बुक करवा सकता है।
अपने इस नए वेंचर के अलावा अंकिता देश के लिए भी कुछ बेहतर करना चाहती हैं वे अन्ना हजारे से काफी प्रभावित हैं और उनसे मिलने व उनके काम को और करीब से देखने वे उनके गांव रालेगण सिद्धि भी गईं । अन्ना की मुंबई टीम जो विले पार्ले में काम करती है उनके साथ भी अंकिता ने काम किया। वे देश को भ्रष्टाचार मुक्त और तरक्की करते हुए देखना चाहती हैं और अपनी तरफ से हर संभव मदद करना चाहती हैं।