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इन स्टार्टअप्स की वजह से छोटे शहरों में भी बेहतर हो रही हैं स्वास्थ्य सेवाएं

इन स्टार्टअप्स की वजह से छोटे शहरों में भी बेहतर हो रही हैं स्वास्थ्य सेवाएं

Wednesday April 03, 2019 , 7 min Read

मेडिक्लिक की टीम

स्वास्थ्य सेवाएं हमारे समाज का एक ऐसा पहलू है जिसे हमेशा उपेक्षा का शिकार होना पड़ा है। इससे गरीबों को स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक खर्च करना पड़ता है। भारतीय चिकित्सा संघ के अनुसार, भारत का स्वास्थ्य सेवा खर्च सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.2 प्रतिशत है। हालांकि, अब यह बदल रहा है। स्टार्टअप्स तेजी से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वे इसे नए इनोवेशन्स और उपकरणों के साथ रोकना करना चाहते हैं।


ये स्टार्टअप्स देश भर में आधारित हैं - मेट्रो और गैर-मेट्रो शहरों और कस्बों में स्वास्थ्य सेवा के विभिन्न पहलुओं को संबोधित कर रहे हैं। चाहें यह महत्वपूर्ण देखभाल उपकरण, दवा वितरण, क्लिनिक प्रबंधन और यहां तक कि स्वास्थ्य को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए मेडिकल रिकॉर्ड को डिजिटल बनाने में मदद करना हो। ये स्टार्टअप्स बहुत सारे काम संभाल रहे हैं। महानगरों (metros) में प्रैक्टो, 1MG, LiveHealth, MUrgency, Portea और AddressHealth जैसे स्टार्टअप्स एक क्लिक पर उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा दे रहे हैं, ऐसे में ग्रामीण भारत, अब, बहुत पीछे नहीं है।


भारत के ग्रामीण परिदृश्य में कई स्टार्टअप काम कर रहे हैं। YourStory आपको कुछ बड़े स्टार्टअप्स के बारे में बता रहा है। 


लाइफट्रॉन इनोवेशन इक्विप्मेंट्स (Lifetron Innov Equipments)

पीलिया नवजात शिशुओं में आम है, लेकिन उचित स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच की कमी से हम उस प्यारे अनमोल जीवन को खो सकते हैं, यहां तक कि कइयों ने खोए भी हैं। फोटोथेरेपी इस कंडीशन का एक जाना पहचाना इलाज है। यह शहर के अधिकांश अस्पतालों में आसानी से उपलब्ध है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर इस ट्रीटमेंट के लिए उपकरण उपलब्ध नहीं होते हैं।



इसे बदलने के लिए, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ. किरण कांथी ने ग्रामीण कर्नाटक में नवजात गहन देखभाल इकाइयों (neonatal intensive care units) में फोटोथेरेपी को सुलभ बनाने खुद से कदम आगे बढ़ाए हैं। किरण 20 वर्षों से उत्तर कर्नाटक के बगलकोट में एक नवजात नर्सिंग देखभाल केंद्र चला रहे हैं। उन्होंने 2016 में लाइफट्रोन्स इनोवेशन इक्विपमेंट्स की शुरुआत की। हुबली-आधारित मीडियाटेक स्टार्टअप कम लागत वाली, पोर्टेबल और बेड साइड नवजात फोटोथेरेपी युनिट प्रोवाइड करता है जिन्हें ग्रामीण और दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा सेटअपों में तैनात किया जा सकता है।


किरण ने योरस्टोरी को बताया, "हम इस साल एक हजार यूनिट बेचने की योजना बना रहे हैं और 4 करोड़ रुपये का रिवेन्यू कमाने जा रहे हैं। पहले कुछ महीनों के हमारे पास 100 ऑर्डर पेंडिंग हैं, जिन्हें हम जल्द ही शुरू कर देंगे।" लाइफट्रोन का प्रोडक्ट बैटरी बैकअप के साथ आता है, और हुबली व किरण के नर्सिंग होम में कई क्लीनिकल ट्रायल्स से गुजरा है। टीम ने इंडियन सर्टिफिकेशन फॉर मेडिकल डिवाइसेस से मान्यता के लिए भी आवेदन किया है।


मेडीक्लिक (Mediklik)

रायपुर स्थित मेडिक्लिक निवारक स्वास्थ्य देखभाल पैकेज और प्राथमिक देखभाल सेवाएं प्रदान करता है। पूर्व-फार्मासिस्ट विक्रम आदित्य द्वारा 2017 में स्थापित, मेडिक्लिक एक ऑनलाइन क्लाउड-बेस्ड पेशेंट इंगेजमेंट प्लेटफार्म है और स्वास्थ्य देखभाल पैकेज प्रोवाइड करता है। यह प्लेटफार्म बीमारी के लक्षण और दवाओं सहित निवारक जीवन शैली रोगों का विवरण भी प्रोवाइड करता है। हर इंफॉर्मेशन पेज आसपास के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की सूची दिखाता है, साथ ही ऑनलाइन परामर्श के लिए उपलब्ध विशेषज्ञों की जानकारी भी देता है। एक बार जब कोई यूजर रजिस्ट्रेशन करता है (रजिस्ट्रेशन फ्री होते हैं) तो उन्हें अपने पारिवारिक स्वास्थ्य के आकलन के लिए मेडिक्लिक टीम से मुफ्त विजिट करने का आग्रह किया जाता है। 


मेडिक्लिक ने 500 से अधिक डॉक्टरों, क्लीनिकों, डायग्नोस्टिक केंद्रों और प्रयोगशालाओं के साथ भागीदारी की है। YourStory के साथ पिछली बातचीत में, विक्रम ने कहा, "हमने उनके स्वास्थ्य प्रदाता के रूप में 40 से अधिक बड़े कॉर्पोरेट और उद्योगों के साथ भागीदारी की है। इनमें मध्य भारत के कुछ सबसे बड़े औद्योगिक समूह शामिल हैं।"


थंगवुंग प्रिविलेज सर्विसेज (Thangvung Privilege Service)

पेशेवर चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने के सबसे चुनौतीपूर्ण पहलुओं में से एक उसकी लागत है। ऐसे लोगों की मदद करने के लिए, थंगवुंग प्रिविलेज सर्विसेज उन्हें एक विशेषाधिकार कार्ड प्रोवाइड करती है जो यूजर्स को चिकित्सा आपात स्थिति में जीरो प्रतिशत ईएमआई पर इलाज की अनुमति देता है। मणिपुर में लियान थांगवुंग द्वारा स्थापित, कार्ड को जून 2018 में लॉन्च किया गया था, और यह पहले से ही 700 यूनिट बेचा जा चुका है। लियान ने 35 स्थानीय स्वास्थ्य संगठनों और एनबीएफसी के साथ समझौता किया है।


थंगवुंग प्रिविलेज सर्विसेज के फाउंडर

यह कार्ड सस्ती स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों (affordable healthcare products) तक कार्ड धारक को पहुंच प्रदान करता है और चौबीसों घंटे दवाओं का वितरण करता है। हाल ही में लियान ने योरस्टोरी को बताया, "हमारा विचार स्वास्थ्य सेवा को किफायती बनाना, चिकित्सा आपातकालीन वित्तीय सहायता प्रदान करना, सेवा प्रदाता के साथ जुड़ने के लिए एक प्लैटफार्म बनाना, चिकित्सा सहायता के लिए चौबीसों घंटे पहुंच प्रदान करना और चिकित्सा के लिए बाद में भुगतान वाला मंच बनाना है।" स्टार्टअप ने नेडफी नॉर्थईस्ट वेंचर फंड (Nedfi Northeast Venture Fund) से 25 लाख रुपये जुटाए हैं।


नॉटिलस हियरिंग (Nautilus Hearing)

सुनने का सेंस (sense of hearing) कुछ ऐसा है जिसे हम अक्सर हल्के में लेते हैं। यही नहीं प्रथम अवस्था में हम सुनवाई हानि को अक्सर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन ये काफी नुकसानदायक होता है। हियरिंग टेस्ट में महंगे और भारी उपकरण की आवश्यकता होती है और वे काफी महंगे भी होते हैं। इसे संबोधित करते हुए, हुबली स्थित नॉटिलस हियरिंग (Nautilus Hearing) हियरिंग टेस्ट को सरल और सस्ता व उपकरण को पोर्टेबल बना रही है। देशपांडे फाउंडेशन सैंडबॉक्स स्टार्टअप्स का पार्ट Nautilus को सैंडबॉक्स हुबली में 2018 में स्थापित किया गया था।


नॉटिलस के संस्थापक ऑडियोलॉजिस्ट टी उदयरागा किरण और रेम्या उदय ने हियरिंग टेस्ट करने के लिए एक बूथलेस पोर्टेबल ऑडियोमीटर डेवलप किया है। प्रोडक्ट रोगियों को दूर से सुनने में मदद करने के लिए एक टेली-ऑडियोलॉजी मॉडल भी प्रदान करता है। नॉटिलस उन्हें आसानी से सुलभ बनाने के लिए डिजिटल रिपोर्ट प्रदान करता है और मौजूदा बाजार दर के मुकाबले डॉक्टरों और अस्पतालों को लागत पर 80 प्रतिशत बचाने में मदद करता है।


मेरापेशंट (MeraPatient)

MeraPatient की स्थापना एक चार्टर्ड अकाउंटेंट मनीष मेहता और आलोक खंडेलवाल, द्वारा 2017 में की गई थी। मेरापेशंट की स्थापना स्वास्थ्य सेवा कनेक्टिविटी की समस्या को हल करने के लिए की गई थी। जयपुर स्थित स्टार्टअप ऑफलाइन फार्मेसी और डायग्नोस्टिक लैब को एकत्रित करता है। मनीष कहते हैं, "प्रमाणित कैमिस्ट शॉप्स और डायग्नोस्टिक केंद्रों के एक विस्तृत नेटवर्क के साथ, MeraPatient ऐप आपके स्मार्टफोन स्क्रीन पर डिमांड एंड सप्लाई की स्थिति को ऐड्रेस करता है। यह यूजर्स को दवाइयां खरीदने और अपनी पसंद के अनुसार डायग्नोस्टिक लैब्स में टेस्ट कंडक्ट करने का अधिकार देता है।"


MeraPatient की टीम

जीपीएस ट्रैकर का उपयोग करने वाले एप्लिकेशन का उपयोग करके, एक यूजर्स 5 किमी के दायरे में फार्मा स्टोर्स और डायग्नोस्टिक लैब की खोज कर सकता है। फिर वे अपने पर्चे अपलोड कर सकते हैं। यहां तक कि वे दवाइयों की दुकानों पर फार्मा स्टोर और लैब से ऑफर या निर्धारित परीक्षणों के लिए अपॉइंटमेंट भी बुक कर सकते हैं। प्रमाणित फार्मा स्टोर और डायग्नोस्टिक लैब के लिए, ऐप यूजर की मांग के आधार पर अलर्ट भेजता है। स्टोर और लैब भी ऐप के माध्यम से यूजर्स को छूट और होम डिलीवरी ऑप्शन प्रोवाइड कर सकता है। डायग्नोस्टिक लैब ऐप पर रिपोर्ट अपलोड करने का विकल्प भी चुन सकते हैं। MeraPatient वर्तमान में बूटस्ट्रैप्ड है, और लोगों को काम पर रखने और महानगरों और मिनी-महानगरों तक पहुंचने के लिए अपने बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर 20 करोड़ रुपये का निवेश करना चाहता है।


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