वसंत पंचमी पर विशेष कविता: तेरी जय हो...
हे महात्रिपुरसुंदरी,हरिवल्लभे,ब्रह्मचारिणी,आदि शक्ति
वैष्णवी जग सृजन कर्ते, परिरक्षिते
तेरी जय हो, तेरी जय हो, तेरी जय हो।
हे लोपामुद्रा, काक्षांवृति,शचिपौलामि
वेदसूक्त रचयिते परमविदुषी देवतुल्य माते
ज्ञान प्रकाशपुंज प्रसारिनी
तेरी जय हो , तेरी जय हो , तेरी जय हो।
हे सर्वपापहारिणी, सर्वपापनाशिनी त्रिपथगे महादेवी जाह्नवी
हे नमर्दे, दक्षिणेश्वर गंगे कावेरी,गोदावरी,सप्तसैंधव, विपाशा च शतुद्रि , कृष्णप्रिया कालिंदी
शस्य श्यामल भूमि कर्ते
तेरी जय हो ,तेरी जय हो , तेरी जय हो ।
हे रघुकुल केतु जननी कौशल्ये , सावित्री अनसूइया ,जनकसुता वैदेही,
कृष्ण जननी देवकी ,श्यामपरिपुष्ट कर्ते यशोधरा , हे पांडव जननी
च कर्ण माते कुंती , हे विदर्भ कन्या रुक्मिणी , हे यज्ञकुंड उत्पन्न कर्ते कांञ्पिल्य सुंदरी द्रोपती, हे शुभे , भद्रे श्रीपद्मनाभमुखारविंद उत्पन्न कर्ते, हे ज्ञानमंदाकिनी वृष्टि कर्ते , सर्वत्र प्रकाश पुंज प्रसारिनी श्रीमद्भगवतगीते ,
तेरी जय हो तेरी जय हो तेरी जय हो ।
हे महावीर जननी त्रिशला, बुद्ध जननी महामाया , तथागत भार्या यशोधरा जौहर व्रत धारिणी वीरांगना पद्मावती कृष्ण प्रेमिका मीरा,
तेरी जय हो,तेरी जय हो,तेरी जय हो।
हे गुरू गोविन्द जननी माता गुजरी, वीर शिवाजी जननी माते जीजाबाई
हे अंबेडकर जननी भीमाबाई, वीरभगत जननी विधावती ,अब्दुलकलाम जननी असिम्मा
तेर जय हो, तेरी जय हो, तेरी जय हो।
हे भारत साम्राज्ञी रजिया , इंदिरा प्रियदर्शी
हे परम वीरांगना लक्ष्मीबाई, रानी चेन्नमा
हे संत सेविका मदर टरेसा ,एनी बेसेंट
हे भारत कोकिला सरोजिनी, च लता मंगेशकर
हे अभिनय सुंदरी वैजयंती,नूतन ,वहिदा , सुचित्रा, जया ,स्मिता
हे परमनृत्यागना आम्रपाली ,सोनल ,हेमामालिनी
हे सर्वांग सुंदरी रीता, सुष्मिता, ऐश्वर्या
हे अंतरिक्ष भ्रमण कर्ते कल्पना च सुनिता
हे क्रिडादक्षे मेरीकाम ,सानिया, साक्षी च पी ली सिंधु
तेरी जय हो, तेरी जय हो,तेरी जय हो ।
ये भी पढ़ें: जिस पद्मश्री गायिका के जागर गीतों का कभी लोगों ने किया था विरोध, उन्हें राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित