तृतीय, चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों के लिए कोई साक्षात्कार नहीं : प्रधानमंत्री
केंद्र सरकार में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में आज से कोई साक्षात्कार नहीं होगा। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की। उन्होंने इसे युवकों के लिए इसे ‘‘नये साल का तोहफा’’ तथा भ्रष्टाचार को खत्म करने में बड़ा कदम बताया।
उन्होंने कल ट्वीट किया-
"तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की सरकारी नौकरियों में साक्षात्कार को खत्म कर दिया जाएगा। इससे भ्रष्टाचार को खत्म करने में मदद मिलेगी।’’ दिल्ली से मेरठ के लिए 14 लेन के एक्सप्रेस वे की नोएडा में आधारशिला रखने के दौरान इस बाबत घोषणा के तुरंत बाद उनका ट्वीट आया है।
नोएडा में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा
"हम युवकों को अद्भुत तोहफा देने जा रहे हैं जो युवकों को भ्रष्टाचार से मुक्त कर देगा, यह युवकों को किसी पर निर्भर रहने की बाध्यता से मुक्त कर देगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा,
‘‘साक्षात्कार को किसी के प्रभाव का इस्तेमाल कर नौकरी हासिल करने के साधन के तौर पर देखा जाता है। और इस प्रक्रिया में योग्य लोग छंट जाते हैं। इसलिए सरकार ने निर्णय किया है कि नव वर्ष के उपहार के रूप में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में कोई साक्षात्कार नहीं होगा।’’
पीएम ने 2016 की शुरुआत से पहले ही विकास की रफ्तार को और तेज कर दिया है। पीएम ने दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-62 में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और एनएच-24 चौड़ीकरण की नींव रखते हुए दिल्ली-एनसीआर के लोगों को नए साल का तोहफा दिया है। इसके तहत ढाई साल के भीतर निज़ामुद्दीन से यूपी बॉर्डर होकर डासना और हापुड़ के बीच चलने वाले वाहनों को 14 लेन का रास्ता मिलेगा। इसके अलावा हाईवे के दोनों तरफ पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ और साइकिल चालकों के लिए साइकिल ट्रैक की व्यवस्था भी होगी। पीएम ने इंफ़्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की जरुरत पर ज़ोर देते हुए कहा
ऐसी योजनाओं से लोगों को रोज़गार मिलेगा और ग्रामीण इलाकों में विकास की रफ़्तार तेज़ होने से इंफ़्रास्ट्रक्चर प्रोजक्टस लोगों की आमदनी भी बढ़ाएगा।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने 1857 के आंदोलन में मेरठ की भूमिका को याद किया और कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे प्रदूषण से मुक्ति प्रदान देगा।
परियोजना एक नज़र में:
7500 करोड़ रुपये की इस योजना का काम पूरा होने के बाद दिल्ली से मेरठ की ढाई घंटे की दूरी महज 40 मिनट में पूरी हो जाएगी। इस परियोजना को पूरा होने में ढाई साल का समय लगेगा और काम को 4 चरणों में किया जाएगा। 6 लेन के एक्सप्रेस-वे के साथ एनएच-24 को डासना तक 14 लेन का किया जाना है और उसके बाद मेरठ तक सड़क 10 लेन की होगी। 6 लेन के एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ चार-चार लेन का हाईवे होगा।