कोविड-19 वैक्सीन का इंतजार कर रहे बाकी देशों से पूनावाला ने धैर्य रखने को कहा, पहले भारत की ज़रूरतों को देंगे प्राथमिकता
अदार पूनावाला ने कोविड-19 वैक्सीन का इंतजार कर रहे देशों से धैर्य रखने का आग्रह किया।
"सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कोविड-19 वैक्सीन का इंतजार कर रहे देशों से धैर्य रखने का आग्रह किया और कहा कि कंपनी भारत की जरूरतों को प्राथमिकता दे रही है।"
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कोविड-19 वैक्सीन का इंतजार कर रहे देशों से धैर्य रखने का आग्रह किया और कहा कि कंपनी भारत की जरूरतों को प्राथमिकता दे रही है।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि भारत की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही कंपनी बाकी दुनिया की जरूरतों को भी पूरा करने की पूरी कोशिश कर रही है।
पूनावाला ने ट्वीट किया,
"प्रिय देशों और सरकारों, जैसा कि आप कोविशील्ड की आपूर्ति का इंतजार कर रहे हैं, मैं विनम्रतापूर्वक आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया धैर्य रखें।"
साथ ही अपने ट्वीट में पूनावाला यह भी कहा,
"सीरम इंस्टीट्यूट इंडिया को भारत की विशाल जरूरतों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया है और इसके साथ ही बाकी विश्व की जरूरतों को पूरा करने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं।"
15 फरवरी को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आपातकालीन उपयोग के लिए AstraZeneca / ऑक्सफोर्ड COVID-19 वैक्सीन के दो संस्करणों को सूचीबद्ध किया, जिससे इन टीकों को COVAX के माध्यम से विश्व स्तर पर लाया गया। टीके एस्ट्राजेनेका-एसकेबीओ (कोरिया गणराज्य) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा उत्पादित किए जाते हैं।
आपको बता दें, कि 14 जनवरी 1981 को जन्में अदार पूनावाला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं, जिसे उनके पिता डॉ. साइरस पूनावाला द्वारा 1966 में स्थापित किया गया था।2017 तक उत्पादित होने वाली खुराक की संख्या से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है।
लंदन के वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद, अदार पूनावाला 2001 में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में शामिल हो गए थे। इसके बाद 35 देशों में अपने उत्पादों का निर्यात करते हुए, पूनावाला ने UNICEF और PAHO सहित संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों को आपूर्ति के लिए, विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लाइसेंस प्राप्त और नए उत्पादों को प्राप्त करने और कंपनी के अंतर्राष्ट्रीय बाजार पर ध्यान केंद्रित किया। अब कंपनी 140 से अधिक देशों में अपने उत्पादों का निर्यात करती है, जिसमें से 85 प्रतिशत राजस्व विदेशों से है।
2011 में, पूनावाला ने अपनी दिवंगत मां की याद में, विल्लू पूनावाला फाउंडेशन की स्थापना की, जिसमें आज 6 स्कूल, 1 अस्पताल, विभिन्न स्थानों पर 25 पानी के संयंत्र, 250 ट्रक और मशीनरी, जो पुणे शहर और आसपास के कचरे का प्रसंस्करण करते हैं।
गौरतलब है, कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 10,584 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,10,16,434 हो गई है। इनमें से 1.07 करोड़ से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 78 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,56,463 हो गई और देश में अभी 1,47,306 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.34 प्रतिशत है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 22 फरवरी तक 21,22,30,431 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 6,78,685 नमूनों की जांच सोमवार को की गई थी।
(इनपुट्स साभार : PTI)